महाभारत कालीन जनपद
मद्र
यह महाभारत कालीन एक शक्तिशाली जनपद था। राजा शल्य इसके शासक थे। माद्री शल्य की पुत्री थी जो पांडु की दूसरी पत्नी हुई जिससे नकुल और सहदेव का जन्म हुआ था।
काम्बोज
यह महाभारत काल मे एक मुख्य जनपद था। यह अच्छे घोड़े, मवेशी पशुओ व उनकी काल आदि के लिए प्रसिद्ध था, यह पाकिस्तान के आगे पर्व्तिय क्षेत्रो मे स्थापित था।
भारत के सोलह महाजनपदों का उल्लेख ईसा पूर्व छठी शताब्दी से भी पहले का है। ये महाजनपद थे-
- कुरु- मेरठ और थानेश्वर; राजधानी इन्द्रप्रस्थ।
- पांचाल- बरेली, बदायूं और फर्रूखाबाद; राजधानी अहिच्छत्र तथा काम्पिल्य।
- शूरसेन- मथुरा के आसपास का क्षेत्र; राजधानी मथुरा।[1]
- वत्स – इलाहाबाद और उसके आसपास; राजधानी कौशांबी।
- कोशल - अवध; राजधानी साकेत और श्रावस्ती।
- मल्ल – ज़िला देवरिया; राजधानी कुशीनगर और पावा (आधुनिक पडरौना)
- काशी- वाराणसी; राजधानी वाराणसी।
- अंग - भागलपुर; राजधानी चंपा।
- मगध – दक्षिण बिहार, राजधानी गिरिव्रज (आधुनिक राजगृह)।
- वज्जि – ज़िला दरभंगा और मुजफ्फरपुर; राजधानी मिथिला, जनकपुरी और वैशाली।
- चेदि - बुंदेलखंड; राजधानी शुक्तिमती (वर्तमान बांदा के पास)।
- मत्स्य - अलवर; राजधानी विराट नगर।
- अश्मक – गोदावरी घाटी; राजधानी पांडन्य।
- अवंति - मालवा; राजधानी उज्जयिनी।
- गांधार- पाकिस्तान स्थित पश्चिमोत्तर क्षेत्र; राजधानी तक्षशिला।
- कंबोज – कदाचित आधुनिक अफ़ग़ानिस्तान; राजधानी राजापुर।
- ↑ "SAINI CASTE HISTORY". sites.google.com. अभिगमन तिथि 2024-05-30.