महर्षि भरद्वाज
प्राचीन काव्य महाभारत के अनुसार महर्षि भारद्वाज पांडवों और कौरवों के गुरू द्रोणाचार्य के पिता थे । वे भगवान शिव के अवतार अश्वथात्मा के पितामह थे । पांचाल नरेश द्रुपद इन्हीं का शिष्य था । द्रोण और द्रुपद घनिष्ठ मित्र बन गए थे । द्रोण ने पहले अपने पिता से ही सारी विद्याएं सीखी थी ।