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मस्तूल

तीन मस्तूलों वाली एक नौका, जिनके पाल उतारे जा चुके हैं और नज़र नहीं आ रहे

मस्तूल (mast) एक स्थिरता से खड़े हुए लम्बें खम्बे को कहते हैं, विशेषकर नौकाओं में उन खम्बों को जिनपर पाल (sail) लगाया जाता है। अक्सर इन्हें सहारा देने के लिये गाई तारों (guy wires) का प्रयोग किया जाता है। आमतौर में मस्तूल लकड़ी या धातु के बने हुए होते हैं।[1][2]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. Casson, Lionel (1980): "Two-masted Greek ships", The International Journal of Nautical Archaeology, Vol. 9, No. 1, pp. 68–69 (69)
  2. Harland, John. Seamanship in the Age of Sail, pp. 15, 19, 36-37, Naval Institute Press, Annapolis, Maryland, 1992. ISBN 0-87021-955-3.