मधुमोम
मधुमोम या मधुमक्खियों का मोम, एपिस वंश की मधुमक्खियों द्वारा उनके छत्ते में उत्पादित एक प्राकृतिक मोम है। प्रत्येक श्रमिक मक्खी (मादा) के उदर में उपस्थित आठ मोमोत्पादक ग्रंथियों द्वारा मोम का उत्पादन किया जाता है। इन ग्रंथियों का आकार श्रमिक की आयु और उसकी दैनिक उड़ानों के दौरान इनमें आयी क्षीणता पर निर्भर करता है। ताजा उत्पादित मोम पारदर्शी और रंगहीन होता है पर मधुमक्खियों द्वारा चबाये जाने से यह अपारदर्शी हो जाता है। मधुकोश के इस सफेद रंग के मोम को उसका पीला या भूरा रंग, इसमें मिलने वाले पराग तेलों और पादपांश के कारण होता है।
गुण
यह बहुत ही फायदेमंद होता है ।
उपयोग
मोम का उपयोग निम्नलिखित रूपों में किया जाता है जैसे- जूते की पॉलिश , मैशन पॉलिश , कार्बन पेपर , मोमजामा , क्रीम तथा मॉडल , मोमबत्ती के रूप में , बिजली के सामानों में इंसुलेटर के रूप में तथा मधुमक्खी पालन में पोल-आधार ( comb foundation ) बनाने में किया जाता है।