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मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन

मथुरा जंक्शन
भारतीय रेलवे जंक्शन स्टेशन
सामान्य जानकारी
स्थानमथुरा, उत्तर प्रदेश,
भारत
निर्देशांक27°28′41″N 77°40′20″E / 27.4781°N 77.6722°E / 27.4781; 77.6722
उन्नति177.546 मीटर (582.50 फीट)
स्वामित्वभारतीय रेलवे
संचालकउत्तर मध्य रेलवे
लाइन(एँ)/रेखा(एँ)दिल्ली-चेन्नई लाइन
मथुरा-भरतपुर-वड़ोदरा लाइन
प्लेटफॉर्म9
निर्माण
संरचना प्रकारमानक
पार्किंगउपलब्ध
सुलभओवरब्रिज क्रॉसिंग
अन्य जानकारी
स्थितिसंचालित
स्टेशन कोडMTJ
मण्डलआगरा
इतिहास
प्रारंभ1904
विद्युतितहाँ (1982-85)
यात्री
Passengers80000[]

मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन, दिल्ली-मुंबई और दिल्ली-चेन्नई लाइनों के आगरा-दिल्ली सेक्शन पर स्थित, और उत्तर मध्य रेलवे द्वारा संचालित एक महत्वपूर्ण और बड़ा रेलवे स्टेशन है। यह भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश के मथुरा ज़िला मुख्यालय में स्थित है। यह मथुरा और वृंदावन दोनो को सेवा प्रदान करता है।[1]

अवलोकन

मथुरा भगवान कृष्ण की जन्मभूमि है। उन्होंने अपना बचपन 11 साल की उम्र तक वृंदावन में बिताया जो मथुरा से ११ किमी दूर है। इसलिए, दोनों स्थान हिंदुओं के लिए प्रमुख तीर्थस्थल हैं।[2] इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की सबसे बड़ा तेल रिफाइनरियों में से एक मथुरा परिशोधन शाला मथुरा, भारत में स्थित है।[3]

इतिहास

29 मील (47 कि॰मी॰) लंबी हाथ रोड-मथुरा कैंट लाइन 1875 में बंबई, बड़ौदा और मध्य भारत रेलवे द्वारा खोली गई थी। यह 1952 में पूर्वोत्तर रेलवे को हस्तांतरित किया गया था। 2009 में मथुरा-कासगंज लाइन को 1,000 मिमी चौड़ी मीटर गेज से परिवर्तित कर 1,676 मिमी चौड़ी ब्रॉड गेज किया गया था।[4]

7 मील (11 कि॰मी॰) लंबी मीटर गेज मथुरा- वृंदावन शाखा लाइन बंबई, बड़ौदा और मध्य भारतीय रेलवे द्वारा 1889 में खोली गई थी।

स्टेशन

1955 में मथुरा स्टेशन फिर से तैयार किया गया

मथुरा जंक्शन में 9 प्लेटफार्म हैं। और ये भारत का सबसे बड़ा जंक्शन है। दक्षिण सीमा और पश्चिमी सीमन्त ट्रेनों के लिए एक जंक्शन है। यह भारत के सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। इस रेलवे जंक्शन स्टेशन से सात मार्ग / लाइनें जाती हैं। प्लेटफार्म 9 वृंदावन मीटर-गेज ट्रेनों के लिए समर्पित है। क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (QCI) द्वारा जारी 2018 की रिपोर्ट में, 75 प्रमुख स्टेशनों में से इस स्टेशन को सबसे कम स्वच्छ स्टेशन घोषित किया गया था।[5]

विद्युतीकरण

1982-85 में फरीदाबाद-मथुरा-आगरा खंड का विद्युतीकरण किया गया। 1985-86 में मथुरा-भरतपुर-गंगापुर सिटी लाइन का विद्युतीकरण किया गया था।[6]

सुविधाऐं

मथुरा जंक्शन रेलवे स्टेशन में एक पर्यटक सूचना केंद्र, टेलीफोन बूथ, कम्प्यूटरीकृत आरक्षण केंद्र, प्रतीक्षालय, शाकाहारी और मांसाहारी जलपान कक्ष और एक बुक स्टाल है।[7]

यात्री

मथुरा जंक्शन भारतीय रेलवे के शीर्ष सौ बुकिंग स्टेशनों में से एक है। यह एक जंक्शन महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहाँ से दिल्ली से आने वाली ट्रेन के मार्ग मुंबई और दक्षिण भारतीय शहरों हैदराबाद, बैंगलोर और चेन्नई की ओर जाते हैं।[8]

सन्दर्भ

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 17 अक्तूबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 अक्तूबर 2019.
  2. "Mathura and Vrindavan – general information". ISKCON. मूल से 2 जुलाई 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 July 2013.
  3. "Mathura Refinery". Indian Oil. मूल से 27 जून 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 July 2013.
  4. "IR History:Early Days II (1870-1899)". IRFCA. मूल से 26 जुलाई 2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 July 2013.
  5. "Jodhpur Is India's Cleanest Railway Station; Mathura And Varanasi Among Dirtiest". /www.indiatimes.com. मूल से 15 अगस्त 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 16 August 2018.
  6. "History of Electrification". IRFCA. मूल से 19 अक्तूबर 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 July 2013.
  7. "Mathurapur to Bharatpur Trains". Make my trip. मूल से 10 अगस्त 2011 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 July 2013.
  8. "Indian Railways Passenger Reservation Enquiry". Availability in trains for Top 100 Booking Stations of Indian Railways. Indian Railways. मूल से 10 May 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 July 2013.

बाहरी कड़ियाँ