मत्स्य राज
मत्स्य जनपद प्राचीन आर्यावर्त एक जनपद था। यहा आर्यों की मत्य नामक जाति राज्य करती थी का मत्स्य जनपद एक राजस्थान का जनपद था यह महाभारत काल के समय का माना जाता है यह जनपद राजधानी विराटनगर मानी जाती है तथा यो जयपुर अलवर के आसपास के क्षेत्र को कवर करता था यह महा जनपद यमुना नदी के पश्चिम मे और कुरुराज्य के दक्षिण मे था। राजस्थान के जयपुर, भरतपुर और अलवर के क्षेत्र इसमे आते है।
यहां मत्स्य लोग रहते है जो आज निषाद के रूप में यहां निवास करते हैं। जो की एक मत्स्यवंशी क्षत्रिय योद्धा है।[1]
सन्दर्भ
- ↑ Bender, Ernest; Jain, Kailash Chand (1978). "Lord Mahāvīra and His Times". Journal of the American Oriental Society. 98 (3): 209. JSTOR 598811. आइ॰एस॰एस॰एन॰ 0003-0279. डीओआइ:10.2307/598811.