भूमिगत केबिल
![](https://upload.wikimedia.org/wikipedia/commons/thumb/a/a8/Bau_der_unterirdischen_110.000-Volt-Leitung_zwischen_Zimmern_und_Rottweil.jpg/300px-Bau_der_unterirdischen_110.000-Volt-Leitung_zwischen_Zimmern_und_Rottweil.jpg)
भूमिगत केबिल (underground cable) धरती के सतह से नीचे गड़ी हुई चलती हैं। इनसे विद्युत शक्ति को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाया जाता है या ये संचार के संकेतों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जातीं हैं। ये शिरोपरि लाइनों की विकल्प हैं। प्रायः शिरोपरि लाइनों को हटाकर उनके स्थान पर भूमिगत केबिल बिछाये जाते हैं। जिस क्षेत्र में बहुत से ऊँचे-ऊँचे भवन हों वहाँ शिरोपरि लाइनें नहीं लगाई जा सकतीं अतः ऐसी स्थिति में भूमिगत केबल ही एकमात्र विकल्प बचता है।
भूमिगत केबिल, धरती के अन्दर छिपे होते हैं, अतः सौन्दर्य की दृष्टि से उत्तम हैं। इनसे लोगों को शारीरिक क्षति की आशंका भी बहुत कम रहती है। इन्हें लगाने का खर्च अधिक आता है किन्तु ये अधिक दिन तक बिना मरम्मत के काम करते हैं।