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भीकमकौर

भीकमकौर या भीकमकोर जिसे राजस्थानी भाषा में बिंकोर के नाम से पुकारा जाता है एक गांव है जो राजस्थान [1] राज्य के जोधपुर ज़िले और [2] लोहावट तहसील के अंतर्गत आता है जो वर्तमान में फलोदी जिले में आता हैं ।

इतिहास

गाँव के नागणेचिया देवी मंदिर के शिलालेख के अनुसार विक्रमसवंत 1265 (1209 ई.) में भीकमकोर की स्थापना हुई यह गांव जाति अनुसार छोटे छोटे वासो के रूप में विभक्त था। जोधपुर दरबार के वैवाहिक संबंध जैसलमेर के राजघराने से होने के कारण कृषण कार्य व राजस्व संग्रहण हेतु यह भौम जागिरी के रूप में उन्हें दी गई उन्होंने आते ही इस गांव में दो कुएं खुदवाए। जैसलमेरी भाषा में दो को बे बोलते तथा कुएं को कोयर जिसका नामकरण बेकोयर के रूप में अस्तित्व में आया। इस गांव में कई जागीरें आई और गई जिसमें सोढ़, रूपावत, जैसा, भाटी जागीरदार प्रमुख रहे।कालांतर में इस गांव को बेकोयर के स्थान पर बिकोर व बिंकोर के नाम से पुकारा जाने लगा जब बीकानेर गंगानगर रजवाड़े के वैवाहिक संबंध इस गांव से जुड़े तो बिंकोर का नाम बिकमकोर किया गया।जब अंग्रेज यहां आए तो बिकमकोर अपभ्रंश करके भीकमकोर बोलने लगे जो वर्तमान में अस्तित्व में आया। इस गांव की जागरी भौम जो वर्तमान में सिरमंडी, खाबड़ा, डाबड़ी, रामनगर, हरलाया, केरलानाडा, हरिओमनगर, इंदो की ढाणी,भियाडियां इत्यादि एक बहुत बड़ा भूभाग हुआ करती थी। वर्तमान गांव लगभग 300 वर्ष पुराना हैं इस गांव में स्वामी भारती जी जिनकी जीवित समाधि स्थल जो धूणी के रूप में आज भी पूजित हैं। रामधाम खेड़ापा के रामस्नेही संप्रदाय के संस्थापक महान संत रामदास जी की जन्म स्थली के साथ शंकरपुरी जी महाराज की समाधि स्थल जो जन जन के आराध्य देव के रूप में पूजे जाते हैं।भीकमकोर वर्तमान के महान संत श्री गणेशनाथ जी की तपोभूमि भी रही हैं।

सन्दर्भ

  1. http://www.getpincode.info/vill-bhikamkor-teh-osian-jodhpur
  2. http://pincodes.info/in/Rajasthan/Jodhpur/Bhikamkore/