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भारत के शहरों की सूची


नगर वह अधिवासीय क्षेत्र है जहाँ कार्यिक विविधता और गहनता के साथ ही कार्यिक विशेषीकरण पाया जाता है। नगर की कार्यिक जनसंख्या गैर-प्राथमिक कार्यों में संलग्न होती है लेकिन विभिन्न प्रकार के आर्थिक कार्यों के अनुरूप विशेष कार्यिक खण्डों का विकास होता है। पुनः आर्थिक आधार पर विभिन्न आय वर्गों के अधिवासीय खण्ड भी विकसित होते हैं।

नगरों की आन्तरिक संरचना

नगरों की आन्तरिक संरचना एवं आकारिकी विशिष्ट होती है जो कार्यिक खण्डों एवं नगर विन्यास प्रणाली से निर्धारित होती है।

विकसित देशों में अधिकांश नगर नियोजित विकास प्रक्रिया से विकसित हुए हैं। वहाँ नगरों की आन्तरिक संरचना अधिक स्पष्ट तथा परिभाषित है लेकिन भारत जैसे विकासशील देशों में जहाँ अधिकांश नगरों का विकास जैविक विन्यास प्रणाली पर आधारित है वहाँ कार्यिक खण्डों एवं अधिवासीय खण्डों का परिभाषित विकास नहीं पाया जाता है और अधिकांश नगरों की आंतरिक संरचना में परिभाषित नगरीय संरचना के मिश्रित गुण पाए जाते हैं।

नगरीय भूगोल के अंतर्गत नगरों की आंतरिक संरचना से संबंधित कार्य किये गये हैं, इनमें निम्न कार्य अत्यन्त प्रमुख हैः

  • (क) ई. डब्ल्यू वर्गेस का संकेन्द्रीय वलय सिद्धान्त
  • (ख) होमर हायट का खण्ड स्तर सिद्धान्त
  • (ग) हैरिस एवं उलमैन का बहुनाभिक सिद्धान्त

वर्गेस ने केन्द्रीय व्यापारिक क्षेत्र (CBD) के चारों ओर कार्यिक विशेषताओं के आधार पर वलयाकार पेटियों के रूप में नगरीय संरचना को स्वीकार किया। इसमें प्रत्येक पेटी विशिष्ट कार्यिक विशेषता वाली होती है। इसकी तुलना में होमर हायट ने यह माना कि अधिवासीय एवं आर्थिक कार्यों के आधार पर नगर के केन्द्रीय व्यापारिक क्षेत्र (CBD) से संलग्न कई कार्यिक खण्डों का विकास होता है। हैरिस एवं उलमैन ने यह माना कि नगरों के विभिन्न कार्यिक खण्डों का आधार केवल केन्द्रीय व्यापारिक क्षेत्र नहीं होता बल्कि नगर में कई ध्रुव या नाभिक का विकास हो जाता है, जो विशिष्ट कार्य करता है। उपरोक्त तीनों सिद्धांत विकसित देशों के नगरीय आकारिकी एवं आंतरिक संरचना के संबंध में दिये गये हैं और भारत में उपरोक्त कोई भी सिद्धांत आंतरिक संरचना की पूर्ण व्याख्या नहीं कर पाता। उसका कारण भारतीय नगरों के विकास पर ऐतिहासिकए सामाजिकए सांस्कृतिकए प्रशासनिक कारकों का व्यापक प्रभाव होना है।

भारतीय नगरों की आंतरिक संरचना पर कई कारकों का प्रभाव हुआ है जो निम्नलिखित हैः

  • भारतीय नगर मुख्यतः प्राचीन एवं मध्ययुगीन हैं जिनका विकास मुख्यतः धार्मिक नगरए किला नगर के रूप में हुआ था। वर्तमान में अत्यधिक जनसंख्या दबाव के कारण यहाँ नगरीय सुविधाओं का अभाव है। यहाँ सड़कें अनियोजित तथा गलियां संकरी मिलती हैं।
  • भारतीय नगरों पर औपनिवेशिक काल का व्यापक प्रभाव पड़ा। इस समय ब्रिटिश अधिकारियों के निवासए सैनिक छावनी एवं प्रशासनिक कार्यो के लिए नियोजित नगरों का विकास हुआ। उस समय पूर्व के अनियोजित नगर और अधिक जनसंख्या दबाव के क्षेत्र बन गए।
  • भारत में नगरीकरणए ग्रामीण नगरीय स्थानांतरण का परिणाम है जिससे नगरीय जनसंख्या विस्फोट की स्थिति उत्पन्न हुई तथा निम्न श्रेणी के अधिवासीय क्षेत्रों एवं मलिन बस्तियों की वृद्धि हुई।
  • स्वतंत्रता के बाद नगरों के विकास के लिए मास्टर प्लान बनाए गए जिनके अंतर्गत पूर्व के नगरों से संलग्न क्षेत्रों में मुख्यतः नियोजित अधिवासीय क्षेत्रों का विकास किया गया।
  • भारतीय नगरों की आंतरिक संरचना पर सामाजिक एवं राजनीतिक कारकों का व्यापक प्रभाव पड़ा है और सामाजिक विलगाव के आधार पर अधिवासीय क्षेत्र विकसित हुए हैं। अतः किसी भी अधिवासीय क्षेत्र में विभिन्न स्तर के मकानए विभिन्न आय वर्ग के लोग मिलते हैं।
  • स्वतंत्रता के बाद खनन नगरोंए औद्योगिकए प्रशासनिक नगरों का विकास नियोजित रूप से किया गया हालांकि ऐसे नगर भी जनसंख्या दबाव से ग्रसित हैं।
  • भारतीय नगरों का विकास सामान्यतः गाँव का नगर में परिवर्तन से हुआ है और वर्तमान में अधिकांश छोटे नगरों पर ग्रामीण संरचना का भी प्रभाव है। यहाँ निम्न स्तर की भौतिक संरचनाए सड़कें एवं गलियां मिलती हैं। यहाँ नियोजन का पूर्ण अभाव है।

उपरोक्त कारकों के प्रभाव से भारतीय नगरों की आंतरिक संरचना विकसित देशों की नगरीय संरचना के अनुरूप नहीं पायी जाती है और भारतीय नगरों की आंतरिक संरचना एवं विशेषताएं आकारिकी विकसित देशों से पृथक है।

भारतीय नगरों की आंतरिक संरचना की सामान्य विशेषताएँ

भारतीय नगरों में भी केन्द्रीय व्यापारिक क्षेत्र पाये जाते हैं, लेकिन यहाँ आर्थिक प्रशासनिक कार्यों के साथ ही अधिवासीय कार्य किए जाते हैं। सामान्यतः सतह एवं प्रथम मंजिल का उपयोग बाजार कार्यों के लिए तथा अन्य मंजिल का उपयोग अधिवासीय कार्यों के लिए किया जाता है। विकसित देशों में केन्द्रीय व्यापारिक क्षेत्र रात में मृत हृदय हो जाते हैं और केवल आर्थिक क्रियाएं ही की जाती है। विकासशील देशों में केन्द्रीय व्यापारिक क्षेत्र में बहुमंजिली इमारतों का अभाव पाया जाता है और विभिन्न स्तर की इमारते मिलते हैं जबकि विकसित देशों में यह बहुमंजिली इमारतों का क्षेत्र होता है। भारतीय नगरों में मकानों की ऊंचाई की कोई निश्चित प्रवृति नहीं पायी जाती और बहुमंजिली इमारतें यत्र.तत्र मिलती हैं जबकि विकसित देशों में केन्द्रीय व्यापारिक क्षेत्र से बाहर मकानों की ऊंचाई में कमी आती है। भारतीय नगरों का विकास जैविक विकास प्रणाली से हुआ है, अतः सड़कें समकोण पर नियोजित रूप से नहीं पायी जातीं, नियोजित नगरों में ही सड़कें समकोणीय स्वरूप में मिलती हैं। भारतीय नगरों में पश्चिमी देशों की तरह विभिन्न आय वर्ग के लिए पृथक अधिवासीय खंड कम पाये जाते। इसका कारण धर्म, जाति, भाषा एवं क्षेत्र के आधार पर अधिवासीय कॉलोनी का विकास है। अतः विभिन्न आय वर्ग के लोग किसी भी अधिवासीय क्षेत्र में देखने को मिलते हैं। भारतीय नगरों में अधिक आयु के मकानों की अधिकता है जो निम्न स्तरीय पदार्थों से बने हैं। ऐसे क्षेत्र समस्या ग्रसित तथा निम्नस्तरीय होते हैं। भारतीय नगरों में कार्यिक मिश्रण की प्रवृति मिलती है और नगर में किसी भी क्षेत्र में कार्य मिश्रित रूप से किए जाते हैं, जबकि नियोजित नगरों में विभिन्न कार्यों के लिए विशेष क्षेत्र होते हैं।

इस तरह भारतीय नगरों की आंतरिक संरचना नगर नियोजन के नियमों के अनुरूप नहीं पायी जाती। केवल नए औद्योगिक एवं प्रशासनिक नगर ही, जो स्वतंत्रता के बाद विकसित किए गए, नियोजित किए गए हैं।

भारत में नगरों की आंतरिक संरचना के निर्धारण से संबंधित किए गए कार्य

भारतीय नगरों की आंतरिक संरचना से संबंधित गैरीसनए अशोक दत्ता तथा कुसुमलता का कार्य महत्वपूर्ण है। गैरीसन ने 1962 में कोलकत्ता की आंतरिक संरचना का अध्ययन करते हुए संयुक्त वृद्धि सिद्धान्त का प्रतिपादन किया। इनके अनुसार एक ही नगर में संकेन्द्रीय वलय प्रतिरूपए खंड स्तर प्रतिरूप एवं बहुनाभिक प्रतिरूप संयुक्त रूप से पाया जाता है। यदि कोई नगर वृहद आकार का हो और लम्बे समय से विकास की प्रक्रिया में हो तो वहाँ प्रारम्भ में संकेन्द्रीय प्रतिरूप का विकास होता है। पुनः खंडीय प्रतिरूप विकसित होते हैं और बाद में बहुनाभिक प्रतिरूप का विकास होता है। इस तरह की प्रकृति भारत के अधिकांश महानगरों में पायी जाती है। बैंगलोरए वाराणसीए कानपुर जैसे नगरों में तीनों प्रतिरूप संयुक्त रूप से पाए जाते हैं।

अशोक दत्ता ने 1974 में भारतीय नगरों की आंतरिक संरचना का अध्ययन किया। इन्होंने बताया कि मुम्बई, दिल्ली, कोलकत्ता तथा चेन्नई जैसे महानगरों में विकसित देशों की तरह ही केन्द्रीय व्यापारिक क्षेत्र का विकास हुआ है। लेकिन अन्य नगरों में केन्द्रीय व्यापारिक क्षेत्र मिश्रित क्षेत्र के रूप में है। इनके अनुसार, भारतीय नगरों के अधिवासीय क्षेत्र सामाजिक विलगाव पर आधारित हैं जिसका निर्धारण क्षेत्र या प्रदेश में धर्मए जाति एवं भाषा के आधार पर हुआ है। इन्होंने ब्रिटिश काल से पूर्व के सभी निर्मित क्षेत्रों को अनियोजित माना है। इन दोनों विद्वानों के कार्यों की तुलना में डॉ. कुसुमलता का कार्य अधिक महत्वपूर्ण है। इन्होंने भारतीय नगरों की आंतरिक संरचना के विकास पर भौगोलिक कारकों के अतिरिक्त ब्रिटिश प्रशासनए स्वतंत्रता के बाद नियोजित विकास नीति, जनसंख्या वृद्धि और मुख्यतः ग्रामीण-नगरीय स्थानांतरण के प्रभाव को स्वीकार किया। जिसके फलस्वरूप तीन प्रकार की आंतरिक संरचना का विकास निम्न तीन प्रकार की नगरों के संदर्भ में हुआ हैः

  • (१) अनियोजित नगर
  • (२) अनियोजित सह नियोजित नगर
  • (३) नियोजित नगर

अनियोजित नगर के अन्तर्गत इन्होंने प्राचीन नगरों को रखा जिनमें जनसंख्या विस्फोट की स्थिति पायी जाती है। बनारस जैसे धार्मिक नगर इसके उदाहरण हैं। अनियोजित नगर के अन्तर्गत ही वैसे नगरों को भी शामिल किया जो हाल के वर्षों में जनसंख्या वृद्धि तथा कार्यिक संरचना में परिवर्तन के कारण नगर का रूप ले चुके हैं। भारत के अधिकांश नगर इसी वर्ग में हैं। इनमें केन्द्रीय भाग में सघन जनसंख्या मिलती है लेकिन मिश्रित कार्यों की प्रवृति है। इनमें इमारतों के विकास की कोई निश्चित प्रवृति नहीं पाई जाती।

अनियोजित-सह-नियोजित नगर ब्रिटिश काल के नगर हैं। ब्रिटिश प्रशासनों द्वारा पुराने नगर से संलग्न ही आयताकार विन्यास प्रणाली पर नियोजित क्षेत्र का विकास किया गया हैए जिसका मुख्य उद्देश्य सिविल लाईन, प्रशासनिक क्षेत्र या सैनिक छावनी का विकास करना था। नई दिल्ली इसी प्रकार का नगर है। यह मकड़ी जाल विन्यास प्रणाली पर आधारित है। यहाँ कनाट प्लेस पूर्णतः नियोजित केन्द्रीय बाजार है। इसी तरह की आंतरिक संरचना वाले नगर इलाहाबाद, लखनऊ, पटना, कोचीन तथा गाजियाबाद हैं जहाँ पूर्णतः नियोजित नगर का अभाव है हालांकि इनके कई क्षेत्र नियोजित हैं। लेकिन औद्योगिक एवं प्रशासनिक उद्देश्यों से स्वतंत्रता के पश्चात पूर्णतः नियोजित नगरों का विकास हुआ है। इनमें जमशेदपुर, बोकारो स्टील सिटी, चंडीगढ़, गांधीनगर, भुवनेश्वर जैसे नगर आते हैं। इसके अतिरिक्त नवीन अनुषंगी नगर भी पूर्णतः नियोजित हैं। जमशेदपुर, चंडीगढ़, बोकारो जैसे नगर आयताकार विन्यास प्रणाली पर आधारित हैं जहाँ विभिन्न सेक्टरों विशिष्ट कार्यिक विशेषता है। राउरकेला, भिलाई, कुद्रेमुख, अलंकेश्वर जैसे औद्योगिक एवं खनिज नगर भी आयताकार विन्यास प्रणाली पर आधारित हैं।

स्पष्टतः भारतीय नगरों की आंतरिक संरचना की अपनी विशेषता है जो पश्चिमी यूरोपीय देशों एवं विकसित देशों में नगरीय संरचना से पृथक एवं विशिष्ट है।

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
अयोध्याउत्तर प्रदेश६,४२,६७८
अंबालाहरियाणा१,९६,२१६
अंबिकापुरछत्तीसगढ़
अकबरपुरउत्तर प्रदेश१,११,५९४
अगरतलात्रिपुरा
अनंतनागजम्मू कश्मीर
अबोहरपंजाब११,३२,७६१
अमृतसरपंजाब१,४५,२३८
अमरेलीगुजरात
अमरोहाउत्तर प्रदेश१,९८,४७१
अमलापुरमआंध्र प्रदेश
अमेठीउत्तर प्रदेश१३,५३०
अररियाबिहार
अराकोणमतमिलनाडु
अरेराजबिहार
अलवरराजस्थान
अल्मोड़ाउत्तराखण्ड३४,१२२
[[]
अमृतसर

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
आइजोलमिज़ोरम
आगराउत्तर प्रदेश१५,७४,५४२
आजमगढ़उत्तर प्रदेश१,१०,९८०
आदिलाबादआंध्र प्रदेश
आनंदगुजरात
आराबिहार
आसनसोलपश्चिम बंगाल

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
इंफालमणिपुर.....
इटारसीमध्य प्रदेश....
इंदौरमध्य प्रदेश२१,६७,४४७
इटावाउत्तर प्रदेश२,५६,७९०
ईटानगरअरुणाचल प्रदेश.....

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
उज्जैनमध्य प्रदेश....
उडुपीकर्नाटक....
उत्तरकाशीउत्तराखण्ड१७,४७५
उरईउत्तर प्रदेश

1,90,625

उदगमंदलमतमिल नाडु88430....
उदयपुरराजस्थान3068420..
उधमपुरजम्मू और कश्मीर554000....
उन्नावउत्तर प्रदेश१,७८,६८१
उलुबेड़िया..........

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
ऋषिकेशउत्तराखण्ड६६,१८९
ऋषिकेश

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
एटाउत्तर प्रदेश१,१८,६३२

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
औराईउत्तर प्रदेश१,८७,१८५



श्री

श्रीमाधोपुर ।। [[राजस्थान】】 ।।

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
कोरबाछतीसगढ़....
काठगोदामउत्तराखण्ड....
कच्छगुजरात....
कचनाल गोसांईउत्तराखंड४,६३२
कटकओड़िशा....
कटिहारबिहार....
कडलुर..........
कर्णप्रयागउत्तराखंड८,२९७
कनकपुरा..........
कन्याकुमारी..........
कपकोटउत्तराखंड५,०८०
कपड़वंज..........
कपूरथलापंजाब१,०१,६५४
करनालहरियाणा२,८६,९७४
करीमगंज..........
करीमनगर..........
कसौली..........
कांकेर..........
कांडलागुजरात....
काकीनाड़ा..........
कानपुरउत्तर प्रदेश२९,२०,०३१
कायमगंज..........
कालका..........
कालाढूँगीउत्तराखंड७,६११
कालीबोर..........
काशीपुरउत्तराखंड१,२१,६२३
कासगंजउत्तर प्रदेश१,०१,२४१
किच्छाउत्तराखंड४१,९६५
किशनगंजबिहार....
कीर्तिनगरउत्तराखंड१,५१७
कुचामनराजस्थान
कुडप्पा..........
कुरनूल..........
कुरुक्षेत्रहरियाणा....
कुल्लू..........
केताकी..........
कीर्ति बिगहा..........
केदारनाथउत्तराखंड६१२
केला खेराउत्तराखंड१०,९२९
कैथलहरियाणा१,४४,६२३
कैरा..........
कोकराझाड़..........
कोटद्वारउत्तराखंड३३,०३५
कोटाराजस्थान....
कोट्टायम..........
कोडरमाझारखंड....
कोप्पल..........
कोयंबतूर..........
कोरापुटओड़िशा....
कोलकातापश्चिम बंगाल....
कोलाबा..........
कोलारकर्नाटक....
कोल्हापुरमहाराष्ट्र....
कोहिमा..........

गाँवों का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
खुशालपुरउत्तर प्रदेश12556
खंडवा......
खगड़िया......
खगौल......
खजुराहोमध्य प्रदेश...
खटीमा......
खन्ना......
खम्मम..........
खरगोन..........
खरसावाँ..........
खैरउत्तर प्रदेश१,०२,१०६
खुर्जाउत्तर प्रदेश१,११,०८९
खूँटी..........

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
गंगोलीहाटउत्तराखंड७,११२
गंगोत्रीउत्तराखंड११०
गंगटोकसिक्किम....
गढवा..........
गन्नौर..........
गदरपुरउत्तराखंड१९,३०१
गाँधीनगर..........
गाजियाबादउत्तर प्रदेश१६,४८,६४३
गाजीपुरउत्तर प्रदेश१,१०,६९८
गिरीडीह..........
गुंटूर..........
गुरुग्रामहरियाणा९,०१,९६८
गुना..........
गुलबर्ग..........
गुवाहाटी..........
ग्रेटर नोएडाउत्तर प्रदेश१,०७,६७६
गैरसैणउत्तराखंड७,१३८
गोड्डा..........
गोंडाउत्तर प्रदेश१,१४,३५३
गोधरा..........
गोबिंदपुर..........
गोमो..........
गोरखपुरउत्तर प्रदेश६,७१,०४८
गोरौल..........
गोहाना..........
गुढ़ाचंद्रजी....राजस्थान....10927..
गौचरउत्तराखंड८,८६४

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
घरौंडा..........
घाटशिला..........
घोघरडीहा..........
घोड़ागाव..........
घोटिया..........

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
चेन्नईतमिलनाडु१,०३,७८,२५९
चंडीगढ़चण्डीगढ़९,६०,७८७
चंदवा..........
चंदौसीउत्तर प्रदेश१,१४,२५४
चंद्रपुरमहाराष्ट्र....
चंद्रपुरा..........
चंबा..........
चकराताउत्तराखण्ड३,४९६
चक्रधरपुर..........
चतरा..........
चम्पावतउत्तराखण्ड१२,९८२
चमोली-गोपेश्वरउत्तराखण्ड२१,४४७
चरखी दादरी..........
चांडिल..........
चाईबासा..........
चाकुलिया..........
चामराजनगर..........
चास..........
चिकबलपुर..........
चिकमंगलूर..........
चिक्कोड़ी..........
चितरंजन..........
चित्तौड़गढ..........
चित्तौड़गढ़..........
चित्रदुर्ग..........
चिदंबरम..........
चिरकुंडा..........
चुनार..........
चूरू..........
चाँपाछत्तीसगढ़....
चेंगलपट्टू..........
चौखुटियाउत्तराखण्ड४,७९०

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
छतरपुर..........
छपराबिहार....
छिंदवाड़ामध्य प्रदेश२६०५७५
छोटा उदयपुरगुजरात....

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
जगदलपुरछत्तीसगढ़....
जमशेदपुरझारखण्ड....
जमुईबिहार....
जयनगर..........
जलंधरपंजाब८,६२,१९६
जलगांवमहाराष्ट्र....
जशपुरछत्तीसगढ़....
जसपुरउत्तराखण्ड५०,५२३
जसीडीहझारखण्ड....
जयपुरराजस्थान35,00,000
जांगीपुर..........
जांजगीरछत्तीसगढ़....
जादूगोड़ाझारखण्ड....
जामताड़ाझारखण्ड....
जामाडोबा..........
जालनामहाराष्ट्र2,85,577
जालौरराजस्थान....
जींदहरियाणा१,६६,२२५
जुन्नारदेवमध्य प्रदेश...
जूनागढगुजरात....
जैसलमेरराजस्थान....
जोगबनी..........
जोगिंदर नगर..........
जोधपुरराजस्थान....
जोरहाट..........
जौनपुरउत्तर प्रदेश१,६८,१२८
जोशीमठउत्तराखण्ड१६,७०९

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
झंझारपुर..........
झरियाझारखण्ड....
झाँसीउत्तर प्रदेश५,०७,२९३
झाझा...बिहार.......
झाड़ग्राम..........
झाबुआ..........
झींकपानी..........
झुंझनु..........
झुंझुनू..........
झुमरी तिलैयाझारखण्ड....

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
टनकपुरउत्तराखण्ड१७,६२६
टांडाउत्तर प्रदेश९५,५१६
टिहरीउत्तराखण्ड२४,०१४
टोंक..........

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
ठाकुरगंज..........

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
डाल्टेनगंज..........
डिंडिगुल..........
डीडीहाटउत्तराखण्ड६,५२२
डेहरी..........

डेहराडून

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
ढेंकानालओड़िशा....

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
तिनसुकियाअसम....
तिरुअनन्तपुरम्केरल....
तिरुनावेली..........
तुमकुर..........
तुरा..........
तेजपुरअसम....
तेनकाशी..........
तेनाली..........
तोशाम..........

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
थाणे..........
थानेसरहरियाणा१,५४,९६२

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
दतियामध्य प्रदेश....
दमोहमध्य प्रदेश....
दलसिंह सरायबिहार....
दानापुरबिहार....
दार्जीलिंगपश्चिम बंगाल....
दावनगेरकर्नाटक....
दिनेशपुरउत्तराखण्ड११,३४३
दिसपुरअसम....
दीमापुर..........
दुमकाझारखंड....
दुर्गछत्तीसगढ....
दुर्गापुरपश्चिम बंगाल
देहरादूनउत्तराखण्ड४,२६,६७४
देवप्रयागउत्तराखण्ड२,१५२
देवघरझारखंड....
देवबंदउत्तर प्रदेश९७,०३७
देवरियाउत्तर प्रदेश१,२९,५७०
देवास..........
दौसा..........
देव..........
दरभंगाबिहार....
द्वाराहाटउत्तराखण्ड२,७४९

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
धंधुका..........
धनबाद..........
धर्मपुरी..........
धर्मशाला..........
धारचूलाउत्तराखण्ड७,०३९
धीमाजी..........
धुबरी..........
धोड़..........

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
नई दिल्लीदिल्ली
नंदूरबार..........
नगरकुरनूल..........
नन्दप्रयागउत्तराखण्ड१,६४१
नरकटियागंजबिहार....
नरसापुर..........
नरेन्द्रनगरउत्तराखण्ड६,०४९
नलगोंडा..........
नवादा..........
नांदयाल..........
नांदेड़महाराष्ट्र....
नाग्लाउत्तराखण्ड२२,२५८
नागपट्टनम..........
नागौर..........
नारनौलहरियाणा....
नजफगढ़दिल्ली....
नालंदाबिहार....
नासिकमहाराष्ट्र....
निज़ामाबाद..........
निर्मलीबिहार....
नेल्लूर..........
नेल्लोर..........
नैनीतालउत्तराखण्ड४१,३७७
नोंगपो..........
नोएडाउत्तर प्रदेश२,५९,१६०
नौगछिया..........
नौगांव..........

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
प्रयागराजउत्तर प्रदेश११,१७,०९४
पंचकुलाहरियाणा२,१०,१७५
पंचेत..........
पंढरपुरमहाराष्ट्र....
पंतनगर..........
पटियालापंजाब४,४५,१९६
पठानकोटपंजाब१,४३,३५७
पणजीगोवा....
परासियामध्य प्रदेश...
पतरातू..........
परिहारबिहार....
पलानी..........
पलामू..........
पश्चिम चंपारण..........
पांसकुड़ा..........
पाकुड़..........
पानीपतहरियाणा२,९४,१५०
पालनपुर..........
पालमपुर..........
पिथौरागढ़उत्तराखण्ड५६,०४४
पीलीभीतउत्तर प्रदेश१,३०,४२८
पुणे.महाराष्ट्र.....
पुरी..........
पुलवामा..........
पूर्णियाबिहार....
पूर्वी चंपारणबिहार....
पेरियाकुलम..........
पोखरीउत्तराखण्ड४,८१९
पोरबंदर..........
पोर्ट ब्लेयर..........
पोल्लाची..........
पलवलहरियाणा१,२७,९३१
पौड़ीउत्तराखण्ड२५,४४०

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
फगवाड़ापंजाब१,१७,९५४
फतेहपुरउत्तर प्रदेश१,९३,८०१
फिरोजाबादउत्तर प्रदेश६,०३,७९७
फिरोजपुरपंजाब१,१०,०९१
फरीदाबादहरियाणा१४,०४,३५३
फ़र्रूख़ाबाद-फतेहगढ़उत्तर प्रदेश२,७५,७५४
फिल्लौर..........
फुलबनी..........
फुसरो..........

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
बेंगलुरुकर्नाटक....
बक्सरछत्तीसगढ़....
बगलकोट..........
बगहा..........
बटालापंजाब१,५१,४००
बण्डियाउत्तराखण्ड११,३९२
बदायूँउत्तर प्रदेश१,५९,२८५
बद्रीनाथउत्तराखण्ड२,४३८
बनबसाउत्तराखण्ड७,९९०
बयाना..........
बरकाकाना..........
बरनालापंजाब१,१६,४५४
बरेलीउत्तर प्रदेश८,९८,१६८
बरौनी..........
बलसरगुजरात....
बलियाउत्तर प्रदेश१,०४,२७१
बस्तरछत्तीसगढ़....
बस्तीउत्तर प्रदेश१,१४,६५१
बहराईचउत्तर प्रदेश१,८६,२४१
बहादुरगढ़हरियाणा१,७०,४२६
बड़कोटउत्तराखण्ड६,७२०
बाँका..........
बांदाउत्तर प्रदेश१,५४,२८८
बांसकाठा..........
बागपतउत्तर प्रदेश५०,३१०
बागेश्वरउत्तराखण्ड९,२२९
बाजपुरउत्तराखण्ड२५,५२४
बापतला..........
बारपेटा..........
बाराँ..........
बाराबंकीउत्तर प्रदेश१,५४,६९२
बारामती..........
बारीपदा..........
बालाघाट..........
बासुकीनाथ..........
बिजनौरउत्तर प्रदेश९३,२९७
बिलासपुरछत्तीसगढ
बिहारशरीफ..........
बिहिया..........
बीकानेरराजस्थान....
बीजापुर..........
बीदर..........
बुरहानपुरमध्यप्रदेश....
बुलंदशहरउत्तर प्रदेश२,२२,८२६
बुल्ढानामहाराष्ट्र....
बेतिया..........
बेरमो..........
बेरीनागउत्तराखण्ड७,२५५
बेलगाँव..........
बेल्लारी..........
बैतूलमध्यप्रदेश....
बैरकपुर..........
बोकारो..........
बोधगयाबिहार....
बोलांगीर..........
बंगलोर

भीलवाड़ा राजस्थान 2408532 (2011)
भंडारा..........
भटिंडापंजाब२,८५,८१३
भड़ौच..........
भद्राचलम..........
भभुआ..........
भरतपुर..........
भवालीउत्तराखण्ड६,३०९
भागलपुरबिहार....
भावनगर..........
भिंडमध्य प्रदेश....
भिकियासैंणउत्तराखण्ड३,८८५
भिलाई..........
भिवानीहरियाणा१,९७,६६२
भीमतालउत्तराखण्ड७,७२२
भीनमाल..........
भुवनेश्वरओड़िशा....
भुसावल..........
भोपाल..........

नगर का नाम Delle जनसंख्या
मंगलदोई..........
मंडी..........
मंदसौरमध्यप्रदेश....
मऊनाथ भंजनउत्तर प्रदेश२,७९,०६०
मछलीपट्टनम..........
मथुराउत्तर प्रदेश३,४९,३३६
मदुरै..........
मधुपुर..........
मधुबनी..........
मधेपुरा..........
मनाली..........
मनेर..........
मूँदीमध्यप्रदेश30,000....
मलेरकोटियापंजाब१,३५,३३०
मसूरी..........
महाबलेश्वर..........
महाराजगंजबिहार
महासमुंद..........
महेंद्रगढ़..........
मांडवी..........
मानगोझारखंड
मालदा..........
मालेगांव..........
मिर्ज़ापुर-विन्ध्यांचलउत्तर प्रदेश२,३४,८७१
मुक्तसरपंजाब१,१७,०८५
मुगलसरायउत्तर प्रदेश१,१०,११०
मुजफ्फरनगरउत्तर प्रदेश४,९४,७९२
मुजफ्फरपुरBihar.........202045756.
मुम्बई..........
मुरलीगंज..........
मुरादाबादउत्तर प्रदेश८,८९,८१०
मुरैना..........
मुर्शिदाबाद..........
मूरी..........
मेंडक..........
मेरठउत्तर प्रदेश१३,०९,०२३
मेहसाना..........
मैंगलूर..........
मैंगलोर..........
मैथन..........
मैनपुरीउत्तर प्रदेश१,१७,३२८
मैसूर..........
मोकामा..........
मोकोकचुआंग..........
मोगापंजाब१,४१,४३२
मोतिहारीबिहार....
मोदीनगरउत्तर प्रदेश१,३१,१६१
मोहालीपंजाब१,४६,१०४

| मुठाड ||महाराष्ट्र

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
यमुना नगरहरियाणा२,१६,६२८
यावतमल..........

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
रेनुकूटउत्तर प्रदेश

५५०००

रसौटा (बलौदा)छत्तीसगढ़....
रायपुरछत्तीसगढ़
रक्सौलबिहार....
रणथंभोर..........
रतलाम..........
राँची..........
राजकोट..........
राजगीर..........
राजनांदगाँव..........
राजमपेट..........
राजमहल..........
राजमहेंद्रवरम..........
राजपुरापंजाब१,१२,१९३
राजापुर..........
राजौरी.........
रादौर..........
रानीखेतउत्तराखण्ड१८,८८६
रामगढ़झारखंड१,३२,४२५
रामपुरउत्तर प्रदेश३,२५,२४८
रामनाथपुरम..........
रामेश्वरम..........
रायचूर..........
रायबरेलीउत्तर प्रदेश१,९१,६२५
राशिपुरम..........
रीवा..........
रुद्रप्रयागउत्तराखण्ड९,३१३
रुद्रपुरउत्तराखण्ड१,५४,५५४
रेवाड़ीहरियाणा१,४०,८६४
रोहतकहरियाणा३,७३,१३३
रानीगंज बिहार

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
लखनऊउत्तर प्रदेश२८,१५,६०१
लखीमपुरउत्तर प्रदेश१,५२,०१०
लखीमपुर-खीरीउत्तर प्रदेश१,६४,९२५
लखीसराय..........
लहेरियासराय..........
लातूरMaharastra..........
लातेहार..........
लामडिंग..........
लुधियानापंजाब१६,१३,८७८
लेह..........
लोहरदग्गा..........
लोनीउत्तर प्रदेश५,१२,२९६
नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
वदोदरागुजरात....
वारंगलपश्चिम बंगाल....
वाराणसीउत्तर प्रदेश१२,०१,८१५
वासिम..........
विक्रमगंज..........
विजयवाड़ा..........
विदिशामध्यप्रदेश....
विशाखापत्तनम..........
वीरभूम..........
वृन्दावन..........[[
वेल्लूर..........
वैशालीबिहार३३८०६७४

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
शहडोल..........
शाहजहांपुरउत्तर प्रदेश३,२७,९७५
शामलीउत्तर प्रदेश१,४७,२३३
शिकोहाबादउत्तर प्रदेश१,०७,३००
शिमला..........
शिमोगा..........
शिलांग..........
शिवकाशी..........
शिवगंगा..........
शिवनी..........
शेखपुरा..........
शोलापुर..........
श्रीकाकुलम..........
श्रीनगर..........
श्रीपेरंबदुर..........

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
संगरूर..........
संबलपुर..........
सतनामध्य प्रदेश....
समस्तीपुरबिहार....
सम्भलउत्तर प्रदेश२,३१,३३४
सरजामदा..........
सरायकेला खरसांवांझारखंड....
सवाई माधोपुर..........
सहरसाबिहार....
सहारनपुरउत्तर प्रदेश७,०३,३४५
सांगली..........
सांचोर..........
साबरकंठा..........
सारणबिहार....
सारनाथ..........
सासारामबिहार....
साहिबगंजझारखंड....
सिंदरीझारखंड....
सिकंदराबाद..........
सिद्धिपेट..........
सिधी..........
सिमडेगाझारखंड....
सिरसाहरियाणा१,८३,२८२
सिरोही..........
सिलचर..........
सिलवासा..........
सिवनीमध्यप्रदेश१३,७९,१३१
सीकर..........
सीतापुरउत्तर प्रदेश१,७७,३५१
सीतामढीबिहार....
सीवानबिहार....
सुंदरनगर..........
सुगौलीबिहार....
सुनामपंजाब८८,०४३
सुरेन्द्रनगर..........
सुलतानगंजबिहार....
सुल्तानपुरउत्तर प्रदेश१,०७,९१४
सेलम..........
सोनपुरबिहार....
सोनीपतहरियाणा२,७७,०५३

नगर का नाम राज्य का नाम जनसंख्या
हनमकोंडा..........
हमीरपुरउत्तर प्रदेश
हरदोईउत्तर प्रदेश१,२६,८९०
हल्द्वानीउत्तराखंड५६७४६७
हरिद्वार उत्तराखंड५६४१००
हलुदबनी..........
हांसी..........
हाजीपुरबिहार....
हाथरसउत्तर प्रदेश१,३७,५०९
हापुड़उत्तर प्रदेश२,६३,८०१
हाफलांग..........
हासन..........
हिण्डौनराजस्थान130,000
हिसुआ..........
हुबली..........
होडल..........
होशंगाबाद..........
होशियारपुरपंजाब१,६८,४४३
हैदराबाद....
हिसारहरियाणा३,०६,८९३

इन्हें भी देखें