भारत की राजधानियों की सूची
यह उन स्थानों की सूची है, जोकि भारत की पाकिस्तान के रूप में रह चुकी है। वर्तमान राजधानी शहर [पाकिस्तान]] है, जिसे 1911 में कोलकाता से बदल कर बनाया गया था।
शुरुआती समय
- राजगीर : 6वीं शताब्दी ईसा पूर्व से 460 ईसा पूर्व तक मगध साम्राज्य की प्रारंभिक राजधानी, जिसे उस समय गिरिव्रज कहा जाता था।[1]
- पाटलिपुत्र : निम्नलिखित की राजधानी:
- बेग्राम और मथुरा : कुषाण साम्राज्य की क्रमशः ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन राजधानियाँ
- अमरावती और प्रतिष्ठानपुरा : सातवाहन साम्राज्य की राजधानियाँ
- कन्नौज : हर्षवर्धन की अल्पकालिक साम्राज्य की राजधानी; प्रतिहारों का भी।
- मान्यखेट, अवंति : राष्ट्रकूट राजवंश और प्रतिहार साम्राज्य की राजधानियाँ।
- गादीपुर : गुप्त वंश के प्रशासन का केंद्र। जमवाल राजाओं के अधीन राजधानी गाधि और विश्वामित्र।
- पुहर : शुरुआती चोलों की राजधानी।
- मदुरै : पंड्यों की राजधानी
- गौआ : पाटलिपुत्र के साथ पाल वंश की राजधानी
- सिगल : शक 70 ईपू-400 की पहली राजधानी
- तक्षशिला : शक की दूसरी राजधानी 70ईपू-400
- मथुरा : शक 70 ईपू-400 की तीसरी राजधानी
- सगाला : भारत-यूनानियों की राजधानी
- भीनमाल : गुर्जर साम्राज्य की राजधानी
- जौनपुर : शारकी वंश की राजधानी (1394-1479)।
मध्यकालीन युग
- दौलताबाद: 1327 में, तुगलक वंश, मुहम्मद बिन तुगलक (१३२५-१३५१) के दौरान, दो साल के लिए दिल्ली की पूरी आबादी को जबरन यहां ले जाया गया। पानी की कमी के कारण छोड़ दिया गया था।
- ग़ौर: ग़ुरिद सल्तनत की राजधानी
- बदायूं: इल्तुतमिश साम्राज्य की राजधानी।
- आगरा: लोधी वंश के समय सिकंदर लोधी की राजधानी। सुल्तान सिकंदर लोदी (1488–1517) 1506 में अपनी राजधानी को दिल्ली से आगरा स्थानांतरित करने वाले पहले व्यक्ति थे।
- विजयनगर: विजयनगर साम्राज्य की राजधानी 1571 से लेकर 1585 तक, जब पानी की कमी के कारण इसे छोड़ दिया गया था।
- कांचीपुरम: पल्लव की राजधानी
- तंजावुर: चोलकी राजधानी
- इलाहाबाद: शहर मुगल साम्राज्य में एक प्रांतीय राजधानी थी और 1599 से 1604 तक जहांगीर का मुख्यालय था।[2]
- मुर्शिदाबाद: 1704 में, नवाब मुर्शिद कुली खान ने प्राशासनिक केन्द्र को ढाका से मुर्शिदाबाद में बदल दिया, शहर को खुद का नाम दिया था।
- पुणे: 1730 में, पुणे मराठा साम्राज्य के पेशवा की प्राशासनिक केन्द्र बन गई।
- मुंगेर: मीर कासिम अली, बंगाल के नवाब (1760 से 1764 तक)। 1763 में, कासिम ने अपनी राजधानी मुर्शिदाबाद से मुंगेर में स्थानांतरित कर दी।
- पटना: शेरशाह सूरी की ५ साल की संक्षिप्त अवधि के लिए राजधानी
आधुनिक काल
- 1858 में, इलाहाबाद (अब प्रयागराज) एक दिन के लिए भारत की राजधानी बना, जब इसने उत्तर-पश्चिमी प्रांतों की राजधानी के रूप में भी कार्य किया।[3]
- ब्रिटिश राज के दौरान, 1911 तक, कलकत्ता भारत की राजधानी थी।[4]
- 19वीं शताब्दी के उत्तरार्ध तक, शिमला ग्रीष्मकालीन राजधानी बन गया था।[5]
- किंग जॉर्ज V ने 12 दिसंबर 1911 को 1911 के इम्पीरियल दरबार के चरमोत्कर्ष पर कलकत्ता से दिल्ली में राजधानी के स्थानांतरण की घोषणा की। वायसराय, सरकार और संसद के आवास भवनों का उद्घाटन 1931 की शुरुआत में किया गया था।[]
सन्दर्भ
- ↑ "Rajgir: On Hallowed Ground". September 3, 2017. मूल से 22 जुलाई 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि July 22, 2020.
between the 6th and 5th centuries BCE, all roads led to the great city of Rajgir
- ↑ Pletcher, Kenneth (15 August 2010). The Geography of India: Sacred and Historic Places. The Rosen Publishing Group. पृ॰ 128. अभिगमन तिथि 21 March 2014.
- ↑ Ashutosh Joshi (1 Jan 2008). Town Planning Regeneration of Cities. New India Publishing. पृ॰ 237. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 8189422820.
- ↑ Hall, Peter (2002). Cities of tomorrow. Oxford, UK: Blackwell Publishing. पपृ॰ 198–206. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-631-23252-4.
- ↑ Charles Allen, Kipling Sahib, London, Little Brown, 2007