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भारत की जनसांख्यिकी

भारत की जनसंख्या 2011 मार्च के बीच, जनसंख्या दोगुनी होकर 1210.19 करोड़ हो गई, जो 2000 में 100 करोड़ के आंकड़े तक पहुंच गई। संयुक्त राष्ट्र के विश्व जनसंख्या डैशबोर्ड के अनुसार, भारत की जनसंख्या अब 1,451,363,085 करोड़ से थोड़ी अधिक है, जो चीन की 1,419,216,902 करोड़ लोगों की आबादी से आगे है।

भारत में अपरिष्कृत जन्म दर प्रवृत्तियाँ
(प्रति 1000 लोग, राष्ट्रीय औसत)[1][2][3]
भारत में शिशु मृत्यु दर प्रवृत्तियाँ
(प्रति 1000 लोग, 1 वर्ष के नीचे, राष्ट्रीय औसत)

जनसंख्या अनुमान

ऐसा अनुमान है कि विश्व के सबसे जनाकुल राष्ट्र के रूप में भारत चीन को 2030 तक लाँघ लेगा। भारत की जनसंख्या वृद्धि ने इन चिन्ताओं को जन्म दिया है कि इससे व्यापक बेरोज़गारी और राजनीतिक अस्थिरता फैलेंगी।[4][5] ध्यान रखें कि ये अनुमान, भविष्य की प्रजनन और मृत्यु दरों के बारे में कल्पनाएँ करते हैं, जो घटनास्वरूप सही नहीं भी हो सकते हैं। प्रजनन दर भी क्षेत्रानुसार भिन्न-भिन्न हैं; कुछ राष्ट्रीय औसत से ऊपर हैं तो कुछ नीचे।

दशलक्षों में (उदाहरण: 361 = 361,000,000)

स्रोत:[6]

वर्ष15 के नीचे15–6465+कुल
2000361604451010
2005368673511093
2010370747581175
2015372819651256
2020373882761332

इन्हें भी देखें

सरकार

सूचियाँ

बाहरी कड़ियाँ

  1. "Birth Rate, Death Rate, Infant Mortality Rate and Total Fertility Rate: India and States". National Commission on Population, Govt of India. 2010. मूल से 19 जून 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2017.
  2. "Census India SRS Bulletins". Registrar General of India, Govt of India. 2011. मूल से 13 फ़रवरी 2012 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2017.
  3. "Census India SRS Bulletins". Registrar General of India, Govt of India. 2013. मूल से 18 जनवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2017.
  4. "Soutik Biswas's India: India's census: The good and bad news". BBC. 31 March 2011. मूल से 27 जनवरी 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2011-09-24.
  5. "India set to overtake China as world's most populated country after adding 180m people in a decade". Daily Mail. London. 31 March 2011. मूल से 11 जुलाई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जनवरी 2017.
  6. Based on P.N. Mari Bhat, "Indian Demographic Scenario 2025", Institute of Economic Growth, New Delhi, Discussion Paper No. 27/2001.