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ब्रिटिशकालीन भारत के रियासतों की सूची

सन १९१९ में भारतीय उपमहाद्वीप की मानचित्र। ब्रितिश साशित क्षेत्र व स्वतन्त्र रियासतों के क्षेत्रों को दरशाया गया है

सन १९४७ में स्वतंत्रता और विभाजन से पहले भारतवर्ष में ब्रिटिश शासित क्षेत्र के अलावा भी छोटे-बड़े कुल 565 स्वतन्त्र रियासत हुआ करते थे, जो ब्रिटिश भारत का हिस्सा नहीं थे। ये रियासतें भारतीय उपमहाद्वीप के वो क्षेत्र थे, जहाँ पर अंग्रेज़ों का प्रत्यक्ष रूप से शासन नहीं था, बल्कि ये रियासत सन्धि द्वारा ब्रिटिश राज के प्रभुत्व के अधीन थे। इन संधियों के शर्त, हर रियासत के लिये भिन्न थे, परन्तु मूल रूप से हर संधि के तहत रियासतों को विदेश मामले, अन्य रियासतों से रिश्ते व समझौते और सेना व सुरक्षा से संबंधित विषयों पर ब्रिटिशों की अनुमति लेनी होती थी, इन विषयों का प्रभार प्रत्यक्ष रूप से अंग्रेजी शासन पर था और बदले में ब्रिटिश सरकार, शासकों को स्वतन्त्र रूप से शासन करने की अनुमती देती थी।

सन १९४७ में भारत की स्वतंत्रता व विभाजन के पश्चात सिक्किम के अलावा अन्य सभी रियासत या तो भारत या पाकिस्तान अधिराज्यों में से किसी एक में शामिल हो गए, या उन पर कब्जा कर लिया गया। नव स्वतंत्र भारत में ब्रिटिश भारत की एजेंसियों को "दूसरी श्रेणी" के राज्यों का दर्जा दिया गया (उदाहरणस्वरूप: "सेंट्रल इण्डिया एजेंसी", "मध्य भारत राज्य" बन गया)। इन राज्यों के मुखिया को राज्यपाल नहीं राजप्रमुख कहा जाता था। १९५६ तक "राज्य पुनर्गठन अयोग" के सुझाव पर अमल करते हुए भारत सरकार ने राज्यों को पुनर्गठित कर वर्तमान स्थिती में लाया। परिणामस्वरूप सभी रियासतों को स्वतंत्र भारत के राज्यों में विलीन कर लिया गया। इस तरह रियासतों का अंत हो गया।

सन १९६२ में प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी के शासनकाल के दौरान इन रियासतों के शासकों के निजी कोशों को एवं अन्य सभी ग़ैर-लोकतान्त्रिक रियायतों को भी रद्ध कर दिया गया

परिचय

नरेन्द्र मंडल की एक बैठक की तसवीर, सन १९४०

सन १८५७ तक, भारतवर्ष के सारे बड़े व शक्तिशाली साम्राज्यों और रियासतों(मुग़ल साम्राज्य, मराठा साम्राज्य, अवध, मैसूर, सिख साम्राज्य आदि) को अंग्रेज़ों ने युद्ध या कूटनीती से पस्त कर दिया था और भारतीय उपमहाद्वीप के ज़्यादातर हिस्सों पर अधिकार जमा लिया था। इस्के अलावा उन्होंने फ़्रान्सिसी और पुर्तगाली ईस्ट इण्डिया कंपनीयों को भी हरा कर उनका भी भारत में विस्तार रोक दिया था। १९वीं सदी के मध्य तक ब्रिटिश साम्राज्य ने भारतीय उपमहाद्वीप मैं अपनी प्रभुता व नायकत्वता(अंग्रेज़ी: hegemony) स्थापित कर ली थी और भारत में ख़ुद को एकमात्र नायक के रूप मैं स्थापिन कर लिया था। १८५७ के संग्राम के बाद अगस्त १८५८ के इलाहाबाद घोषणा के बाद ब्रिटिश सरकार ने विस्तारवादी नीती छोड़ दी और रियासतों से अब तक हुई संधि के तहत रियासतों से रिश्तों को आगे बढ़ाने की घोषणा की। रियासतों से हुए सहायक संधियों के तहत राज्यों पर ब्रिटिश ताज अधिपत्य था और राज्यों के विदेशी मामलों और सुरक्षा के लिये ज़िम्मेदार था। संधि द्वारा रियासत के शासकों को क्षेत्रिय स्वायत्तता (राजकीय शासन संभालने की स्वतन्त्रता) परन्तु यह स्वायत्तता केवल सैद्धान्तिक थी, वास्तव में रजवाड़ों के आंतरिक मामलों में ब्रिटिशों का काफ़ी प्रभाव व हस्तक्षेप था।

ब्रिटिश सरकार हर राज्य के लिये एक स्थायी अफ़सर नियुक्त करती थी जिसे रेसीडेंट (अंग्रेज़ी: Resident) कहा जाता था। "रेसिडेंट " एक राजनयिक पद्धती थी जो रजवाड़ों में ब्रिटिश सरकार के दूतों को दिया जाता था। रेसिडेंट ब्रिटिश सरकार द्वारा नियुक्त किये गए सलाहकार थे जिनका काम था रियासतों में ब्रिटिश सरकार का प्रतिनिधितव करना और शासकों के सामने ब्रिटिश हितों को रखना। १९४७ तक केवल चार राज्यों, जो सबसे विशाल और महत्वपूर्ण थे, में रेसिडेंट बचे थे जबकी अन्य सभी छोटे राज्यों समूहों में वर्गीकृत कर दिया गया। इन समूहों को "एजेंसी" कहा जाता था जेसे की "राजपूताना एजेंसी", "सेंट्रल इण्डिया एजेंसी" और "बलूचिस्तान एजेंसी"। महत्वपूर्ण राजायों को सलामी राज्य का दरजा दिया जाता था।

१९२० में रियासतों का प्रतिनिधित्व करने के लिये "नरेन्द्र मंडल" की स्थापना की गई जो शासकों के लिये ब्रिटिश सरकार से अपनी आशाओं और आकांक्षाओं को प्रस्तुत करने का एक मंच था। इस्की बैठक "संसद भवन" के सेंट्रल हाॅल में होती थी। इसे १९४७ में विस्थापित कर दिया गया।

१९४७ में भारत की आज़ादी के समय अंग्रेज़ सरकार ने "इण्डियन इन्डिपेंडेंस ऐक्ट" के तहत सभी रियासतों को ३ विकल्पों के साथ छोड़ा था भारत या पाकिस्तान में विलय या स्वतन्त्र रहना। अधिकतर राज्यों ने भारत या पाकिस्तान में विलय को स्वीकार कर लिया सिवाए हैंदराबाद, जुनागढ़, जम्मू-कश्मीर, बिलासपुर, भोपाल और त्रावणकोर के जिन्होंने पहले आज़ाद रहने का फ़ैसला लिया था। बाद में इन सभी राज्यों को भारत या पाकिस्तान में मिला लिया गया। नव स्वतंत्र भारत में एजेंसियों को " भाग-B " के राज्यों का दर्जा दिया गया (उदाहरणस्वरूप: "सेंट्रल इण्डिया एजेंसी" बन गया "मध्य भारत राज्य")। इन राज्यों के मुखिया को राज्यपाल नहीं राजप्रमुख कहा जाता था। १९६२ तक "राज्य पुनर्गठन अयोग" के सुझाव पर अमल करते हुए भारत सरकार ने राज्यों को पुनर्गठित कर मौजूदा स्थिति में लाया। परिणामस्वरूप सारी रियासतों को स्वतंत्र भारत के राज्यों में विलीन कर लिया गया। इस तरह रियासतों का अंत हा गया।

अंतिम बचा राज्य सिक्किम को भी १६ मई १९७५ में जनमत-संग्रह के पश्चात भारत में शामिल कर लिया गया था, जिसमें सिक्किम के लोगों ने भारी मतों से इस्के लिये वोट दिया।

1947 में रियासतों की सूची

व्यक्तिगत रेसिडेंसीयों की सूची

Basantpur riyasat riyasat Basantpur Siwan India Anshu 1st
हैदराबादरेसिडेंसी भारत तेलंगाना, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और कर्नटक, भारत उस्मान अलि ख़ान, असफ़ जाह अष्टम
जम्मू और कश्मीररेसिडेंसी भारत जम्मू और कश्मीर, भारत; महाराज हरि सिंह
मैसूररेसिडेंसी भारत कर्नाटक, भारत यदुराया

श्री जयचामराजेंद्र वडियार(यदुवंशी यादव)

सिक्किमरेसिडेंट भारत सिक्किम, भारत चोग्याल वांग्चूक् नामग्याल
त्रावणकोरमद्रास प्रेसिडेंसी के अंतरगत स्थाई रेसिडेंट भारत केरल और तमिल नाडु के 5 तालुक त्रावणकोर के महाराज, श्री पद्मनाभ दास श्री चित्थिरा थिरुनाल बलराम वर्मा वंचि पाल महाराज मारतंड वर्मा पंचम, श्री उथ्रडोम थिरुनाल कुलशेखरा कीर्तिपती मन्नेय सुल्तान महाराज राजा रामराज बहादुर शमशेर जंग(यादव वंशी)

विधियानि ग्राम गोरखपुर उत्तर प्रदेश के पास राजा विन्धयाचल राय जिनकी सिमा घागरा नदी से नेपाल तक थी उनके पौत्र राजा मुक्तिनाथ राय उर्फ बाबू लल्लू राय रईस थे जिनका मूल वंश काशी राज परिवार से है मुगल समय मे इनको आजमगढ़ में मुगलों से जंग के लिए भेज गया था इनके वंसज सूची राजा शिवशंकर राय

राजा मुक्तिनाथ राय

राजा जंगबहादुर राय

राजा तीर्थराज राय

राजा हरिहर राय

राजा विनोद राय

राजा विपुल राय

बलूचिस्तान एजेंसी

[1]

रियासत का नाम राज्य का पद वर्तमान देशों का भाग अंतिम शासक
कलातरजवाड़ा पाकिस्तानबलूचिस्तान, पाकिस्तानख़ान-ए-कलात, बग़लर बेग़ी मीर आग़ा सुलैमान जान
खारानरजवाड़ा पाकिस्तानबलूचिस्तान, पाकिस्तानहबीबुल्लाह ख़ान
लास बुलारजवाड़ा पाकिस्तानबलूचिस्तान, पाकिस्तानलाॅस बुला के आमिर और जाम, मीर मुहम्मद यूसुफ़ ख़ान
मकरानरजवाड़ा पाकिस्तानबलूचिस्तान, पाकिस्तानबाई ख़ान बलोच गिकची

काठीयाव़ाड एजेंसी

[2] काठीयाव़ाड एजेंसी की रियासते।

रियासत का नाम राज्य का पद वर्तमान देश का भाग अंतिम शाशक
ध्रोल राज्यरज़वाडा काठीयाव़ाड,भारत ठाकोर साहेब श्री श्री चंद्रसिंहजी जाडेजा
नवानगर रियासतरज़वाडा काठीयाव़ाड,भारत जाम साहेब श्री श्री शत्रुशैल्यसिंहजी जाडेजा
राजकोट रियासतरज़वाडा काठीयाव़ाड,भारत ठाकोर साहेब श्री प्रद्युमनसिंहजी जाडेजा
Gondal state गोंडल (रियासत)रज़वाडा काठीयाव़ाड,भारतठाकोर साहेब श्री भगवतसिंहजी जाडेजा
Morvi state मोरबी रियासतरज़वाडा काठीयाव़ाड,भारत ठाकोर साहेब श्री लगधीरसिंहजी जाडेजा
Makaji Meghpar मकाजी मेधपर (रियासत)राज्य भायाती गांव काठीयाव़ाड,भारत ध्रोल राज्य

दक्खन राज्य एजेंसी एवं कोल्हापुर रेसिडेंसी

नाम एजेंसी/रेसिडेंसी मौजूदा हिस्सा अंतिम शासक
अक्कालकोटरियासतभारत महाराष्ट्र, भारतअक्कालकोट की रानी साहेब, श्रीमंत रानी सुमित्रा बाई राजे भोंसले
औंधरियासतभारत महाराष्ट्र, भारतऔंध के पंत प्रतिनिधी, मैहरबां श्रीमंत भगवंतराव श्रीपतराव
भोररियासतभारत महाराष्ट्र, भारतराजा श्रीमंत सर रघुताथराव खोपडे देशमुख
जमखंडीरियासतभारत कर्नाटक, भारतराजा साहेब श्रेमंत राजा राजाप्रणै राव परषुरामराव पटवरधन
जंजीरा रियासतरियासतभारत महाराष्ट्र, भारतजंजिरा के नवाब, सिदि मुहम्मद ख़ान (द्वितीय)
जथरियासतभारत महाराष्ट्र, भारतल्यूटेनेन्ट श्रीमंत राजा विजयसिंहराव रामराव बाबासाहेब दाफ़ले
कोल्हापुररियासतभारत महाराष्ट्र, भारतकोल्हापुर के महाराज, छत्रपती महाराज साहब बहादुर श्रीमंत राजश्री शाहु (द्वितीय) भोंसले
कुरुन्दवाद (वरिष्ठ)रियासतभारत महाराष्ट्र, भारतकुरुन्दवाद वरिष्ठ के राजा श्रीमंत भालचंद्रराव चिंतामनराव पटवर्धन
कुरुन्दवाद (कनिष्ठ)रियासतभारत महाराष्ट्र, भारतकुरुन्दवाद कनिष्ठ के राजा, राजा श्रीमंत हरिहर्राव रघुनाथराव पटवर्धन
मुधोलरियासतभारत कर्नाटक, भारतश्रीमंत राजा भैरवसिंहराव मलोजीराव घोरपडे (द्वितीय)
फलटणरियासतभारत महाराष्ट्र, भारतमेजर राजा बहादुर श्रीमंत राम राजे नाइक निम्बलकर
सांगलीरियासतभारत महाराष्ट्र, भारतकैप्टन श्रीमंत राजा साहेब सर चिंतामनराव (द्वितीय) धूंदिडिराजराव अप्पासाहेब पटवरधन
सवानुररियासतभारत कर्नाटक, भारतसवानुर के नवाब, अब्दुल माजिद ख़ान (द्वितीय)
सावंतवाडीरियासतभारत महाराष्ट्र, भारतभोंसले कुल

ग्वालियर रेसिडेंसी (मराठा)

ग्वालियर रेसिडेंसी के राज्यों की सूची।

राज्य का नाम एजेंसी/रेसिडेंट वर्तमान भाग अंतिम शासक
ग्वालियररियासत भारत मध्य प्रदेश, भारतमहाराज जिवाजी राव सिंधिया
गढ़ा राज्यरियासत भारत मध्य प्रदेश, भारत
खनियाधानारियासत भारत मध्य प्रदेश, भारत
रामगड़ी रियासतरियासत भारत उत्तर प्रदेश, भारतदीवान महादेव मिश्रा[3]
राजगढ़रियासत भारत मध्य प्रदेश, भारतमहारानी सुशीला सिन्हा रुद्राणी
रामपुररियासत भारत उत्तर प्रदेश, भारतरामपुर के नवाब, नवाब सईयद मुहम्मद क़ाज़ीम 'अलि ख़ान बहादुर

मद्रास प्रेसिडेंसी की रियासतें

रियासत

का नाम

राज्य का पद वर्तमान देशों

का भाग

अंतिम शासक
बनगानपल्लीरियासत भारत आंध्र प्रदेश, भारत बनगानपल्ली के नवाब, नवाब सईयद फ़ज़ल्-ए-अलि ख़ान चतुर्थ बहादुर
कोच्चिरियासत केरल, भारत केरल वर्मा
पुदुकोट्टई राज्यरियासत भारत तमिलनाडु, भारत पुदुकोट्टई के महाराज, राजागोपाल तोंडईमान
संदूररियासत भारत कर्नाटक, भारत संदूर के राजा, हिन्दुराव, मम्लुक्तमदार सेनापति, श्रीमंत महाराज श्री मुरर्राव यश्वंतराव घोरपडे

उत्तर-पष्चिमी सीमांत राज्य एजेंसी के राज्य

राज्य का नाम पद/वर्गिकरण वर्तमान भाग अंतिम शासक
अम्बरियासत. पाकिस्तान ख़ैबर पख़्तूनख़्वा, पाकिस्तान नवाब मुहम्मद सईद ख़ान
चित्रालरियासत पाकिस्तान ख़ैबर पख़्तूनख़्वा, पाकिस्तान मेहतार सैफ़-उल्-मुक़ नसिर
दिररियासत पाकिस्तान ख़ैबर पख़्तूनख़्वा, पाकिस्तान मुहम्मद शाह खोसरू ख़ान
फुलरारियासत रियासत पाकिस्तान ख़ैबर पख़्तूनख़्वा, पाकिस्तान ख़ान अटा मुहम्मद ख़ान
स्वातरियासत पाकिस्तान ख़ैबर पख़्तूनख़्वा, पाकिस्तान मियांगुल अब्दुल्-हक़ जहांज़ीब

गिलगित एजेंसी के राज्य

हुंज़ा और नगर रियासतों समेत गिलगित एजेंसी के कई जागीर जम्मू और कश्मीर के महाराज के आधीन थे।

रियासत का नाम रियासत के समूह का नाम वर्तमान देशों का भाग अंतिम शासक
हुन्ज़ागिलगित एजेंसीपाकिस्तान गिलगित-बल्तिस्तान, पाकिस्तान मौहम्मद जमाल ख़ान
नगर रियासतगिलगित एजेंसीपाकिस्तान गिलगित-बल्तिस्तान, पाकिस्तान शौक़त अली ख़ान

सिंध प्रांत के राज्य

रियासत का नाम रायासत का पद वर्तमान देशों का भाग अंतिम शासक
ख़ैरपुर रियासतरियासत पाकिस्तान सिंध, पाकिस्तान ज्यौर्ज अलि मुरद ख़ान

पंजाबी राज्य एजेंसी

नाम रेसिडेंसी/एजेंसी मौजूदा भाग अंतिम शासक
बहावलपुररियासतपाकिस्तान पंजाब, पाकिस्ताननवाब सादीक़ मोहम्मद ख़ान (पंचम)
बिलासपुररियासतभारतहिमाचल प्रदेश, भारतबिलास्पुर के राजा कीर्तिचंद
फ़रीदकोटरियासतभारत पंजाब, भारतफ़रीदकोट के राजा, कर्नल महामहिं फ़र्ज़न्द-ए-सादत्-ए-निशान-ए-हज़रत-ए-कैसर-ए-हिंद राजा सर हरिंदर सिंह ब्रार बंस सहब बहादुर
जिंदरियासतभारत पंजाब और हरयाणा, भारतजिंद के महाराज, महाराजा सतबीर सिंह (राजकुमार सनी)
कल्सिया. रियासतभारत हरयाणा, भारतराजा हिम्मत शेर सिंह साहब बहादुर
कांगड़ारियासतभारत हिमाचल प्रदेश, भारतराजा आदित्यदेवचंद कटोच्छ
कपूरथलारियासतभारत पंजाब, भारतब्रिगेडियर महाराज सर सुखजीत सिंह साहीब बहादुर, कपूरथला के महाराज
लोहारूरियासतभारत हरयाणा, भारतलोहारु के नवाब, नवाब मिर्ज़ी अलाउद्दीन अहमद ख़ान (द्वितीय)(परवेज़ मिर्ज़ा)
मलेरकोट्ला (रियासत)रियासतभारत पंजाब, भारतमहामहिं नवाब मुहम्मद इफ़तिक़ार अली ख़ा बहादुर
मण्डीरियासतभारत हिमाचल प्रदेश, भारत
नाभारियासतभारत पंजाब, भारतनाभा के महाराज, महाराज श्री प्रताप सिंह मालवेन्द्र बहादुर
पटियालारियासतभारत पंजाब, भारतमहाराजाधिराज सर यादवेंद्र सिंह महेंद्र बहादुर
सिर्मूररियासतभारत हिमाचल प्रदेश, भारतल्यूटेनेन्ट महाराज राजेन्द्र प्रकाश बहादुर
सुकेत/ सुरेंद्रनगर रियासतभारत हिमाचल प्रदेश, भारतसुकेत के राजा, हरी सेन
टिहरी गढ़वालज़मीनदारी भारत उत्तराखंड, भारतमहाराज मनुजेन्द्र शाह साहब बहादुर

राजपूताना एजेंसी

राजपूताना एजेंसी के राज्यों की सूचि।

नाम रेसिडेंट या एजेंट वर्तमान भाग अंतिम शासक
अलवररियासतभारत राजस्थान, भारतअलवर के महाराज, राज ऋषी श्री सवाई महाराज जीतेंद्र प्रताप सिंहजी वीरेंद्र शिरोमणीं देव भरत प्रभाकर बहादुर जीतेंद्र सिंह (यादव)
अहीरवाल रियासतभारत हरियाणा, भारतरावसाहब

महाराजाधिराज महाराजा राव तुलाराम सिंह यादव (यदुवंशी यादव)

भरतपुररियासतभारत राजस्थान, भारतमहाराजा ब्रजेंद्र सिंह(जाट)
बीकानेररियासतभारत राजस्थान, भारतबीकानेर के महाराज एवं बीकानेर के शाही घराने के मुखिया, श्री राज राजेश्वर महाराजाधिराज नरेंद्र सवाई महाराज शिरोमणीं रवि राज सिंहजी बहादुर
बूंदीरियासतभारत राजस्थान, भारतकर्नल महाराव राजा श्री बहादुर सिंहजी बहादुर
धौलपुररियासतभारत राजस्थान, भारतधौलपुर के महाराज राणा, महामहिं महाराजाधिराज श्री सवाई महाराज राणा श्री हेमन्त सिंह, लोकेन्द्र बहादुर, दिलेर जंग जय देव
डूंगरपुररियासतभारत राजस्थान, भारतडुंगरपुर के महारावल, राय-ए-रय़ान, महिमहेंद्र, महाराजाधिराज महारावल श्री महिपाल सिंहजी (द्वितीय) साहिब बहादुर
जयपुररियासतभारत राजस्थान, भारतमहामहिं सारामद-ए-राजाहई हिंदुस्तान राज राजेन्द्र श्री महाराजाधिराज सर सवाई महाराज सवाई मान सिंह (द्वितीय)
जैसलमेररियासतभारत राजस्थान, भारतमहाराजाधिराज महारावल सर जवाहर सिंह बहादुर
झालावाड़रियासतभारत राजस्थान, भारतझालावाड़ के महाराज राणा, महाराजाधिराज महाराज राणा श्री चन्द्रजीत सिंह देव बहादुर
जोधपुररियासतभारत राजस्थान, भारतराजराजेश्वर सरामद-ए-राजाह्-ए-हिंदुस्तान महाराजाधिराज श्री गज सिंहजी (द्वितीय) साहब बहादुर
करौलीरियासतभारत राजस्थान, भारतमहाराजा श्री गणेश पाल देव बहादुर यदकुल चन्द्रभाल
किशनगढ़रियासतभारत राजस्थान, भारतउम्दए राजहे बुलंद मकान महाराजाधिराज महाराज सुमेर सिंहजी बहादुर
कोटारियासतभारत राजस्थान, भारतमहाराव श्री भीम सिंह (द्वितीय) बहादुर
कुशलगढ़रियासतभारत राजस्थान, भारतराव हरेंद्र सिंह
लवा-सरदारगढ़रियासतभारत राजस्थान, भारत
मेवाड़रियासतभारत राजस्थान, भारतमाहाराणा सर भूपाल सिंह
तोरावटीरियासतभारत राजस्थान, भारतराव वीर विक्रम सिंह तंवर
प्रतापगढ़रियासतभारत राजस्थान, भारतराजा अजीत प्रताप सिंह
शाहपुरारियासतभारत राजस्थान, भारतराजाधिराज सुदर्शन सिंह
सिरोहीरियासतभारत राजस्थान, भारतमहाराव रघुबीर सिंह
टोंकरियासतभारत राजस्थान, भारतनवाब फ़ारुख़ अली ख़ान
चित्र:Amarkoat अमरकोटरियासतपाकिस्तान सिन्ध, पाकिस्तानराणा चंद्रसिंह सोढा(राजपूत)

गुजराती राज्य एजेंसी एवं बरोडा रेसिडेंसी

बडोदा के मराठा महाराज, महामहिं सयाजीराव महाराज गयकवाड़ (तृतीय) द्वारा बनवाया वदोदरा का शानदार लक्ष्मीविलास राजमहल

सबरकांथा एजेंसी

मध्य भारत एजेंसी के राज्यों की सूचि

मराठा साम्राज्य के होल्कर शाही वंश द्वारा बनवाया इंदौर का शानदार राजवाड़ा राजमहल
मध्य प्रदेश स्थित, और्छा राजमहल

पूर्वी राज्य एजेंसी के राज्यों की वर्गित सूचि

कुचबिहार राजमहल, कुचबिहार
उज्जयंत महल, अगरतला, त्रिपुरा
पूर्व ताचेर रियासत का राजमहल

पूर्वी राज्य एजेंसी का गठन सन1933 में ओड़िसा, छत्तिसगढ़ और बिगाली राज्यों की एजेंसिसों के विलय द्वारा हुआ था। इसके अंतर्गयत ओड़िसा, छत्तिसगढ़ और बंगाल एजेंसियों (अर्थात पूर्वी भारत की सारी रियासतें) के सारे राज्य आते थे।

ओड़िसा राज्य एजेंसी

छत्तिसगढ़ी राज्य एजेंसी


बंगाल राज्य एजेंसी

कंपनी राज के दौरान पूरी तरह से विलित राज्य




Ac (१८४२)



A

इन्हें भी देखें

बाहरी कड़ियाँ

सन्दर्भ

  1. "संग्रहीत प्रति". मूल से 11 जून 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 जुलाई 2015.
  2. http://www.wikipedia.org/wiki/List_of_princely_states_of_India
  3. http://www.almanachdegotha.org/id242.html Archived 2015-05-14 at the वेबैक मशीन http://internationalnobilityregister.page.tl/Princely-states-of-India.htm Archived 2015-04-04 at the वेबैक मशीन
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