ब्राह्म विवाह
भविष्य पुराण मेंब्रह्मा जी के अनुसार अच्छे सील स्वभाव वाले उत्तम कुल के वर्ग को स्वयं बुलाकर उसे अलंकृत और पूजित कर कन्या देना "ब्राह्म विवाह" कहलाता है। आगे ब्रह्माजी बतलाते हैं इस विवाह के बारे में इस विवाह से उत्पन्न धर्माचारी पुत्र दस पीढ़ी आगे और दस पीढ़ी पीछे के कुलों का तथा २१वां अपना भी उद्धार करता है।
जय पाण्डेय