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बोरते

चंगेज़ ख़ान और ख़ातून बोरते अपने चार लड़कों में साम्राज्य बांटते हुए

बोरते (मंगोल: Бөртэ үжин, बोएर्ते उझ़िन; जन्म: ११६१ ई; देहांत: १२३० ई) मंगोल साम्राज्य के संस्थापक चंगेज़ ख़ान की पहली और मुख्य पत्नी थी। इन्हें मंगोल-प्रथानुसार ख़ातून की उपाधि हासिल थी। उन्हें मंगोल साम्राज्य की माहरानी भी माना जाता था। बोरते की सगाई बहुत कम उम्र में चंगेज़ ख़ान से हो गई थी और १७ वर्ष की आयु में उन दोनों का विवाह हुआ। उसके बाद एक विरोधी क़बीले ने बोरते को अग़वा कर लिया लेकिन चंगेज़ ख़ान ने आकर उन्हें बचाया। चंगेज़ ख़ान की इस जुर्रत को पहला संकेत माना जाता है कि उनमें आगे चलकर विश्व-विजय करने का साहस था। उन दोनों के चार लड़के और पाँच लडकियाँ हुई जिनसे आगे मंगोल साम्राज्य का राजवंश चला।[1]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. The Conquests of Genghis Khan, Alison Behnke, Twenty-First Century Books, 2008, ISBN 978-0-7613-4025-6, ... Historians believe she died there several years before Genghis's own death, sometime between 1219 and 1224. Modern Mongolians regard Borte as a Grand Empress and a heroine ...