बूढ़ानाथ मंदिर
बाबा बूढ़ानाथ मंदिर जिसे वृद्धेश्वरनाथ मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, एक हिंदू मंदिर है जो भगवान शिव (बूढ़ानाथ) को समर्पित है और जोगसर, आदमपुर, भागलपुर, बिहार, भारत में गंगा नदी के तट पर स्थित है। यह आस्था की अमूल्य धरोहर है। इसकी गौरव गाथा बहुत प्राचीन है। अंग प्रदेश में पड़ने वाली गंगा के तट पर स्थित यह मंदिर भक्तों की दृष्टि में विश्व प्रसिद्ध है।[1]
बूढ़ानाथ मंदिर | |
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धर्म संबंधी जानकारी | |
सम्बद्धता | हिन्दू धर्म |
देवता | वृद्धेश्वरनाथ (बूढ़ानाथ) |
त्यौहार | महा शिवरात्रि |
शासी निकाय | बाबा बूढ़ानाथ मंदिर समिति |
अवस्थिति जानकारी | |
अवस्थिति | आदमपुर,भागलपुर |
ज़िला | भागलपुर जिला |
राज्य | बिहार |
देश | भारत |
Location in Bihar | |
भौगोलिक निर्देशांक | 25°15′17.1″N 86°58′29.5″E / 25.254750°N 86.974861°Eनिर्देशांक: 25°15′17.1″N 86°58′29.5″E / 25.254750°N 86.974861°E |
वास्तु विवरण | |
प्रकार | नागर (उत्तर-भारतीय शैली) |
निर्माता | वशिष्ठ मुनि |
स्थापित | त्रेता युग |
स्मारक संख्या | 2 |
शब्द-साधन
बूढ़ानाथ या बाल वृद्धेश्वरनाथ भारत में 108 नाथों में से एक हैं।
इसका उल्लेख शिव पुराण के बारहवें अध्याय में मिलता है[2]
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि एवं स्थापना
बक्सर में ताड़का सुर का वध करने के बाद वशिष्ठ मुनि अपने शिष्यों राम और लक्ष्मण के साथ भागलपुर आये। वहीं, त्रेता युग में उन्होंने बाबा बूढ़ानाथ मंदिर की स्थापना की और शिवलिंग की पूजा की. इस बात का उल्लेख शिव पुराण के बारहवें अध्याय में भी मिलता है। बूढ़ानाथ मोहल्ले का नाम भी इसी मंदिर के नाम पर पड़ा है.[2][1]
विवरण[1]
इस मंदिर में भगवान शिव (बाबा बूढ़ानाथ), माता पार्वती और शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा और अन्य हिंदू देवताओं की प्राचीन मूर्तियां स्थापित हैं। इस मंदिर के किनारे बूढ़ानाथ घाट है जहां लोग गंगा नदी में पवित्र स्नान करते हैं। स्वतंत्रता सेनानी तिलका मांझी भी यहां आशीर्वाद और अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने की शक्ति के लिए प्रार्थना करने आते थे
बूढ़ानाथ मंदिर के आसपास की जमीन कल्याणपुर, बरियारपुर के निवासी जमींदार हजारी सिंह और अक्षेवट सिंह एवं उनके पुत्रों ने दान की थी और उनके वंश सहयोग देते आए हैं। [2]
पहुँचने के लिए कैसे करें
बूढ़ानाथ मंदिर भागलपुर रेलवे स्टेशन से 1.6 किमी दूर है। आप ट्रेन से 10-20 मिनट में बूढ़ानाथ से भागलपुर जंक्शन पहुंच सकते हैं। भागलपुर जंक्शन से हम खलीफाबाग मार्केट रोड और बूढ़ानाथ रोड होते हुए बूढ़ानाथ मंदिर पहुंच सकते हैं।
हवाई मार्ग द्वारा: देवघर हवाई अड्डा, पटना हवाई अड्डे के पूर्ववर्ती बूढ़ानाथ का निकटतम कार्यात्मक हवाई अड्डा है।[1]
यह सभी देखें
संदर्भ
- ↑ अ आ इ ई "गंगा तट पर स्थित बाबा बूढ़ानाथ मंदिर की अद्भुत है गाथा आप भी जानें त्रेता युग से जुड़ी है इसकी कहानी Bhagalpur News - Baba Budhanath Temple of Bhagalpur is established in Treta Yug". Jagran. अभिगमन तिथि 2023-07-15.
- ↑ अ आ इ ShivShankar.in (2013-10-03). "Budhanath Mandir, Bhagalpur Bihar". ShivShankar.in (अंग्रेज़ी में). अभिगमन तिथि 2023-07-15.