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बरुआ सागर

बरुआसागर उत्तर-प्रदेश के जिला झाँसी में स्थित विशाल मन्दिर है। यह मन्दिर प्रतिहार कला शैली का उत्कृष्ट उदाहरण है। इस मन्दिर के प्रवेश द्वार पर अनेक सुन्दर मूर्तियाँ उकेरी गईं हैं।[1] इस मन्दिर की कलाकृतियों को देखने से स्पष्ट होता है कि उस समय के कलाकार मूर्तियों के अंग-प्रत्यंग की सुडौलता के प्रति अत्यन्त सजग थे तथा इनके निर्माण में सिद्धहस्त थे।

बरुआसागर का नाम बरुआ नामक झील के आधार पर राखा गया है

यहां प्रसिद्ध बरुआ सागर नामक तलाब है जिसमें लगभग वर्ष भर पानी रहता है और सावन के महिने मैं बरुआ सागर झरनें का नजारा बहुत ही दर्शनिय होता है

बरुआ सागर क़िले का निर्माण ओरछा रियासत के राजा उदय सिंह बुंदेला ने 1705-1707 के मध्य करवाया था


बरुआ सागर तालाब का निर्माण भी महाराजा उदय सिंह ने करवाया था

बरुआ सागर झरनें के पास की मंदिर है जैसें शिव मंदिर ऋग्गी ऋषि मंदिर

ऋग्गी ऋषि शांता के पति थे जिन्होंने राजा दशरथ के यहां पुत्रेष्टि यज्ञ सफलता पूर्वक करवाया था जिससे राजा दशरथ के यहां चार राजकुमारो का जन्म हुआ था राम , भारत लक्ष्मण और शत्रुघ्न

शांता भगवान श्रीराम की बहिन थी


सन्दर्भ

  1. डॉ॰ एस०डी० त्रिवेदी, बुन्देलखण्ड की मूर्ति सम्पदा, "उत्तर-प्रदेश" पत्रिका, सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग, उत्तर-प्रदेश, लखनऊ, संस्करण 1981, पृष्ठ-107