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बरसाती (वर्षा)

बरसाती या रेनकोट एक विशेष प्रकार का कपड़ा है जिसका उद्देश्य बरसात के मौसम में लोगों को आसमान से गिरने वाले पानी के छींटों से बचाना है। यह आम तौर पर प्लास्टिक या चमड़े से बना होता है और आम तौर पर रोज़मर्रा के कपड़ों के ऊपर पहना जाता है। कभी-कभी यह केवल शरीर के ऊपरी हिस्सों, यानी सिर और शर्ट आदि पर छिपे हिस्सों को बचाने की कोशिश करता है, और कभी-कभी यह शरीर के निचले हिस्सों, यानी पैरों और जांघों को ढक लेता है। इस ड्रेस का प्रयोग खास तौर पर बारिश के मौसम में किया जाता है।

कई देशों में गरीब और योग्य विद्यार्थियों को सरकारी स्तर पर बरसाती उपलब्ध कराये जाते हैं। कई सरकारी और नगर निगम स्कूलों में छात्रों को रेनकोट और छाते दिए जाते हैं। ये अन्य शैक्षिक सामग्रियों का भी हिस्सा हैं जो छात्रों को दी जाती हैं। [1] बरसाती और छतरियों का प्रावधान इसलिए भी आवश्यक है क्योंकि बारिश में भीगकर स्कूल जाने पर छात्र विभिन्न बीमारियों से पीड़ित हो सकते हैं, जिससे शैक्षणिक उपस्थिति, शिशु स्वास्थ्य देखभाल, सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रभावित होगा और तेजी से फैलने वाली मौसमी संक्रामक बीमारियों की समस्या सामने आ सकती है। . इसी वजह से हर साल सरकारें, लोग और संस्थाएं बड़े पैमाने पर बरसाती खरीदती हैं।


सन्दर्भ