बंशी दास धनगर
बंशी दास धनगर | |
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विधायक, करहल (पश्चिम)-शिकोहाबाद (पूर्व) विधानसभा क्षेत्र, उत्तर प्रदेश | |
कार्यकाल 1952 से 1957 | |
सांसद, मैनपुरी संसदीय क्षेत्र, उत्तर प्रदेश | |
कार्यकाल 1957 से 1962 | |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
बंशीधर धनगर उर्फ बंसी दास धनगर भारत के उत्तर प्रदेश राज्य की प्रथम विधानसभा में विधायक रहे। वर्ष 1952 में इन्होंने उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के करहल (पश्चिम)-शिकोहाबाद (पूर्व) विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से किसान मजदूर प्रजा पार्टी (KMPP) के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा व् , पंडित जवाहरलाल नेहरूू के नेतृत्व वाली कांग्रेस के प्रत्याशी की जमानत जप्त करतेे हुए विधायक केे रुप में अपनीी जाति के प्रथम विधायक होने का गौरव प्राप्त किया[1]। वर्ष 1957 में हुए लोकसभा चुनावों में बंशी दास धनगर मैनपुरी संसदीय क्षेत्र से प्रजा सोसलिस्ट पार्टी (PSP) के उम्मीदवार के रूप में भारत की दूसरी लोकसभा में सांसद चुने गए[2]। गड़रिया जाति की धनगर शाखा में जन्मे श्री बंशी दास धनगर पिछड़े समाज के एक सीधे-साधे , गांधीवादी नेता थे। 1[3] धनगर साहब का जन्म इटावाा जिले के जसवंतनगर तहसील स्थित नगलााा रामसुंदर में एक जमींदार परिवार में हुआ था इनकेे पिता श्री गोधन लालजी धनगर थे महात्मा् गांधी सेेे प्रभावित होकर धनगर साहब ने तीनों राष्ट्रीय आंदोलनों सविनय अवज्ञा् आंदोलन असहयोग आंदोलन भारत छोड़ो़ो आंदोलन मैं बढ़ चढ़कर हिस्सा्सा लि लिय व जेल गए, जिस से क्रुद्ध्ध होकर ब्रिटिश सरकार ने धनगर साहब केे पिताजी से उनकीी जमीदारी छीन ली। आजादी के बाद स्वतंत्र् भारत के प्रथम भारत केेे प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने धनगर साहब को तीन बार अपनेेे कैबिनेट में कैबिनेट मंत्री् बनने का प्रस्ताव दिया जिसे धनगर साहब ने शोषित वंचितों दलितों पिछड़ा़ कीी राजनीति करनेे के कारण ठुकरा दीया व गांधीवादी जमीनी नेता होनेे का अद्वितीय उदाहरण पेश किया, 1975 में जब इंदिराा गांधी मैं देश में राष्ट्रीय आपातकाल लागूू किया उस समय धनगर साहब को दिल्ली् मैं अटल बिहारी वाजपेई के साथ गिरफ्तार करके जेल भेज दियाा गया।। उत्तर प्रदेश केे पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के राजनीतिक गुरु नत्थू्थू सिंह को बंशीधर धनगर ने ही अपनी विधानसभा क्षेत्र् से चुनाव लड़ा कर लड़ा कर व स्वयंं चुनाव प्रचार कर विधायक निर्वाचित कराया 18- 4- 1987 को अपने सती मोहल्ला इटावा स्थित आवास पर उनका देहांत हो गया। उनकी धर्मपत्नी् श्रीमती दुर्गावती धनगर है उनकेे पुत्रों शिव सिंह धनगर, विजय प्रताप धनगर( एडवोकेट,) शिवप्रताप धनगर हैं उनकीी पुत्रियों में विमला पाल, विजय प्रभा, मधुुलता पाल व शशी प्रभा है।। नातीयों में रवि धनगर ,गौरव धनगर, शिवम धनगर, अमन धनगर है।।
सन्दर्भ
- ↑ Uttar Pradesh Assembly Election Results, 1951 Archived 2017-05-10 at the वेबैक मशीन
- ↑ Indian General Election Results (2nd Lok Sabha), 1957 Archived 2017-05-11 at the वेबैक मशीन
- ↑ लोकसभा चुनाव, 1962 Archived 2017-04-15 at the वेबैक मशीन