फ्लोरियाना (गैलापागोस)
फ्लोरियाना द्वीप को इसका यह नाम ईक्वाडोर के पहले राष्ट्रपति जुआन जोस फ्लोरेस के नाम से मिला है जिनके शासनकाल के दौरान गैलापागोस द्वीपसमूह को ईक्वाडोर के अधिकार क्षेत्र में शामिल किया गया था। द्वीप को पहले इंग्लैंड के चार्ल्स द्वितीय के नाम पर चार्ल्स नाम से जाना जाता था। द्वीप को कोलंबस के एक तीव्रगामी पोत (कैरावल) सांता मारिया के नाम पर सांता मारिया द्वीप भी कहा जाता है। फ्लोरियाना द्वीप का क्षेत्रफल 173 वर्ग किलोमीटर (66.8 वर्ग मील) और अधिकतम ऊंचाई 640 मीटर (2,100 फुट) है। फ्लोरियाना द्वीप का मानव इतिहास सबसे दिलचस्प है साथ ही यह उन द्वीपों में से एक है जिन पर मानव ने सबसे पहले रहना शुरु किया। राजहंस और हरे समुद्री कछुओं द्वीप पर अपने घोंसले (दिसंबर से मई) बनाते हैं। एक समुद्री पक्षी "पटापैगाडा" या गैलापागोस पितरेल यहाँ पाया जाता है, जो अपने जीवनकाल का अधिकांश भूमि से दूर रहकर बिताता है।
18 वीं सदी से ही व्हेल शिकारियों नें डाकघर खाड़ी (पोस्ट ऑफिस बे) में, एक लकड़ी का पीपा (बैरल) रखा था जिसका प्रयोग डाकघर के रूप में किया जाता था और यहाँ से डाक को उठाकर उन पोतों के माध्यम जो यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका को वापस लौट रहे होते थे को यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका में उसके गंतव्य तक पहुँचाया जाता था। "डेविल्स् क्राउन", जो पानी के नीचे एक ज्वालामुखी शंकु है, में प्रवाल संरचनायें पाई जाती हैं।