फ्रांस की एलिज़ाबेथ (1602-1644)
फ्रांस की एलिज़ाबेथ | |
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स्पेन और पुर्तगाल की पटरानी | |
शासनावधि | 31 मार्च 1621 – 6 अक्टूबर 1644 (स्पेन) 31 मार्च 1621 – 1 दिसंबर 1640 (पुर्तगाल) |
जन्म | 22 नवंबर 1602 फॉनटेनब्लियू, फ्रांस |
निधन | 6 अक्टूबर 1644 मैड्रिड, स्पेन | (उम्र 41)
समाधि | |
जीवनसंगी | स्पेन के फ़िलिप चतुर्थ विवाह 1615 |
संतान | बलथासर चार्ल्स स्पेन की मारिया थेरेसा |
घराना | बोर्बोन का राजघराना |
पिता | फ्रांस के हेनरी चतुर्थ |
माता | मैरी दे मेडिसी |
धर्म | रोमन कैथोलिक |
फ्रांस की एलिज़ाबेथ (या बोरबॉन की एलिजाबेथ) (22 नवंबर 1602 - 6 अक्टूबर 1644) 1621 से अपनी मृत्यु तक कैस्टिल, आरागोन एवं ऊपरी नवारे (स्पेन) की रानी थीं और 1621 से 1640 तक पुर्तगाल की रानी थीं, राजा फिलिप के पहली पत्नी के रूप में। उन्होंने 1640-42 और 1643-44 में कैटलन विद्रोह के दौरान स्पेन के राज-प्रतिनिधि के रूप में कार्य किया। वह फ्रांस के राजा हेनरी चतुर्थ और उनकी दूसरी पत्नी मेडिसी की मैरी की सबसे बड़ी बेटी थीं।
एलिसाबेथ, मैडम रोयाल, का जन्म 22 नवंबर 1602 को फॉनटेनब्लियू में हुआ था; कथित तौर पर उसकी माँ ने उसके प्रति एक क्रूर उदासीनता दिखाई, क्योंकि उसने एक नन की भविष्यवाणी पर विश्वास किया था जिसने उसे आश्वासन दिया था कि वह लगातार तीन पुत्रों को जन्म देगी।
1615 में, एलिज़ाबेथ का विवाह स्पेन के भावी फिलिप चतुर्थ, स्पेन के फिलिप तृतीय और ऑस्ट्रिया-स्टायरिया के मार्गरेट के पुत्र से हुआ था। उसके भाई, लुई का विवाह फिलिप की बहन ऐन से हुआ था। राजकुमारियों के आदान-प्रदान के रूप में जाना जाने वाला यह कार्यक्रम फ्रांस और इबेरियई संघ के बीच शांति स्थापित करने के लिए किया गया था।
उनके कई बच्चों में से केवल दो, बल्थासार चार्ल्स (जो उनकी मृत्यु के दो साल बाद मर गए) और मारिया थेरेसा बचपन से ही जीवित रहें। मारिया थेरेसा बाद में लुई चौदहवें (लुई तेरहवें और ऐन का पुत्र) से शादी किया और फ्रांस और नवरे की भविष्य की रानी बन गईं। उनकें अंतिम प्रसव के दौरान उनकीं मृत्यु हो गई।