फिर भी ना माने... बद्तमीज़ दिल
फिर भी ना माने... बद्तमीज़ दिल | |
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चित्र:Image-newShow-Phir Bhi Na Maane...Badtameez Dil.jpg | |
शैली | प्रेम, नाट्य |
लेखक | सौरभ तिवारी |
रचनात्मक निर्देशक | तनु तिवारी केतकी वलवाल्कर |
अभिनीत | नीचे देखें |
मूल देश | भारत |
मूल भाषा(एँ) | हिन्दी |
सीजन की सं. | 1 |
उत्पादन | |
निर्माता | सौरभ तिवारी सुमीत चौधरी सुधांशु तिवारी दीपक गुरनानी |
उत्पादन स्थान | मुंबई |
संपादक | सुधीर |
प्रसारण अवधि | 21 मिनट लगभग |
मूल प्रसारण | |
नेटवर्क | स्टार प्लस |
प्रसारण | 29 जून 2015 वर्तमान | –
फिर भी ना माने... बद्तमीज़ दिल स्टार प्लस पर प्रसारित होने वाला एक भारतीय हिन्दी धारावाहिक है। यह धारावाहिक 29 जून 2015 से सोमवार से शनिवार रात 8:30 बजे प्रसारित होता है। यह कहानी 1985 में बनी एक अमेरिकी फिल्म दी ब्रेकफास्ट क्लब पर आधारित है।[1]
कहानी
फिर भी ना माने... बद्तमीज़ दिल की कहानी 5 विद्यार्थियों की है जो जीवन को अलग अलग ढंग से देखते हैं। जब वह एक दूसरे से मिलते हैं तो उन्हें उन सभी के बीच अनेक समानता दिखती है। इसमें अबीर मल्होत्रा (पर्ल वी पूरी) जिसे गाना बहुत अच्छा लगता है। उसे विद्यालय के समय मेहर पुरोहित (अस्मिता सूद) से प्यार हो जाता है। जल्द ही दोनों शादी कर लेते हैं, लेकिन कुछ ही समय बीतने के बाद उन दोनों का तलाक हो जाता है।
आठ वर्ष होने के बाद अबीर एक गायक बन जाता है और उसी दौरान उसके संगीत कंपनी में मेहर सीईओ के रूप में आ जाती है।
कलाकार
- पर्ल वी पूरी — अबीर मल्होत्रा
- अस्मिता सूद — मेहर पुरोहित[2]
- सुयश राय — निसार
- अभिषेक शर्मा — केनी
- सिवाम सेंगर — तरुण पुरोहित, मेहर का भाई
- विंध्या तिवारी — साशा
- अमित धवन
- इंद्रेश मलिक — सतीश साहनी, संगीत कंपनी के मालिक
- पायल नायर — बुआ
- रोशनी सहोता — रति
- निवेदिता सरफ — सुमन पुरोहित
- आयुब खान — कुबेर मल्होत्रा, अबीर के पिता
- अंजलि मुखी — माधवी मल्होत्रा
- संतोष कुमार — मधुसूदन
- राहुल कुमार — टिल्लू
निर्माण
इस धारावाहिक का नाम पहले ये इश्क़ नहीं आसान नाम से रखा गया था। बाद में इसे फिर भी ना माने... बद्तमीज़ दिल नाम से प्रसारित किया जाने का निर्णय लिया गया। इसकी शुरुआती कहानी 1985 में बनी एक अमेरिकी फिल्म दी ब्रेकफास्ट क्लब से ली गई है। इस धारावाहिक को बनाते समय पहली पसंद विवियन डीसेना और दृष्टि धामी थे। लेकिन विवियन इस धारावाहिक के अबीर के किरदार के लिए 17 वर्ष के लड़के की भूमिका के लिए सही नहीं लगे। इसके बाद यह किरदार पर्ल को दे दिया गया। लेकिन मुख्य किरदार में एक नया चेहरा होने के कारण दल को लगा की मेहर की भूमिका भी किसी नए चेहरे को मिलनी चाहिए। जिसके बाद यह किरदार अस्मिता सूद को मिल गया।[3]
गाने
बद्तमीज़ दिल | |
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गानों की सूची दर्शन रावल द्वारा | |
लंबाई | 14:63 |
भाषा | हिन्दी |
निर्माता | सौरभ तिवारी |
स्टार के कुछ धारावाहिक की तरह इस धारावाहिक के लिए भी एक गाने का निर्माण किया गया है। इससे पहले दिल मिल गए आदि धारावाहिक में भी इस प्रकार के गाने का उपयोग किया गया था। इस धारावाहिक के गाने को दर्शन रावल ने गाया है। जो इंडिया'ज़ रॉ स्टार नामक एक वास्तविक कार्यक्रम के विजेता बने थे। वह इस धारावाहिक में कुल 8 गाने गाएँ हैं।
गानों की सूची | |||
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क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
1. | "तेरे निशान" | दर्शन रावल | 4:10 |
2. | "नरम रारम" | दर्शन रावल | 2:27 |
3. | "आवारगी" | दर्शन रावल | 3:56 |
4. | "तेरे निशान (दुखी)" | दर्शन रावल | 1:10 |
5. | "यादें तेरी (जीने की दुआ)" | सुयश राय | 2:55 |
कुल अवधि: | 14:63 |
सन्दर्भ
- ↑ "निशा और उसके कजिन्स की जगह लेगा फिर भी ना माने ये बद्तमीज दिल". डिजिट बज़. मूल से 26 जून 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 जून 2015.
- ↑ "अस्मिता सूद फिर से कॉलेज में". दबंग दुनिया. मूल से 26 जून 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 जून 2015.
- ↑ "बद्तमीज दिल के लिये पहली पसंद थे विवियन डीसेना और दृष्टि धामी". बॉलीवुड लोचा. मूल से 26 जून 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 26 जून 2015.