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फ़ॉकलैंड युद्ध

फ़ॉकलैंड द्वीपसमूह पर ब्रिटिश क़ब्ज़ा बहाल करने वाले नौसैनिक दस्ते का जलमार्ग

फ़ॉकलैंड युद्ध (अंग्रेज़ी: Falklands War, स्पेनी: Guerra de las Malvinas) सन् १९८२ में ब्रिटेन और आर्जेन्टीना के बीच दस-सप्ताह तक चलने वाला एक युद्ध था, जो प्रशांत महासागर के दक्षिणी भाग में फ़ॉकलैंड द्वीपसमूह तथा दक्षिण जॉर्जिया एवं दक्षिण सैंडविच द्वीप समूह के दो ब्रिटिश-अधीन क्षेत्रों पर क़ब्ज़ा प्राप्त करने के लिए लड़ा गया। आर्जेन्टीना सदा से ही इन द्वीपों को अपना भाग बताता रहा है, हालांकि इनपर ब्रिटिश क़ब्ज़ा एक शताब्दी से भी अधिक रहा है।[1]

शुक्रवार २ अप्रैल १९८२ को आर्जेन्टीना के दस्तों ने इन द्वीपों पर हमला बोलकर उनपर नियंत्रण कर लिया और अगले ही दिन पास के दक्षिण जॉर्जिया एवं दक्षिण सैंडविच द्वीप समूह पर भी नियंत्रण कर लिया। ब्रिटेन ने इसका विरोध करा और अपने युद्धी जहाज़ वहाँ के लिए रवाना कर दिये। कई झड़पों के बाद १४ जून को द्वीपों पर स्थित आर्जेन्टीनी सैनिकों ने अपने हथियार डाल दिये और ब्रिटेन का वहाँ शासन फिर से बहाल हो गया। युद्ध में कुल मिलाकर २२५ ब्रिटिश और ६४९ आर्जेन्टीनी लोगों की मृत्यु हुई।[2][3]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. Caviedes, César N (1994). "Conflict over the Falkland Islands: A never-ending story?". Latin American Research Review. 29 (2): 172–87.
  2. Little, Walter. "The Falklands Affair: A Review of the Literature," Political Studies, (June 1984) 32#2 pp 296–310
  3. Tulchin, Joseph S (1987). "The Malvinas War Of 1982: An Inevitable Conflict That Never Should Have Occurred". Latin American Research Review. 22 (3): 123–141.