प्रीति सागर
प्रीति सागर | |
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पृष्ठभूमि | |
जन्म | भारत |
विधायें | पॉप, भारतीय शास्त्रीय संगीत |
पेशा | गायिका, पार्श्व गायिका |
सक्रियता वर्ष | 1969 – वर्तमान |
प्रीति सागर एक बॉलीवुड पार्श्व गायिका हैं, जिन्होंने 1978 में मंथन के गीत "मेरो गाम कथा पारे" के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका का फिल्मफेयर पुरस्कार जीता था और जूली (1975) के हिट गीत "माय हार्ट इस बीटिंग" के लिए नामांकन प्राप्त किया था।
करियर
उन्होंने बॉलीवुड फिल्म जूली में अपने अंग्रेजी गीत, "माय हार्ट इस बीटिंग" के साथ तुरंत प्रसिद्धि प्राप्त की।[1] उन्होंने वर्ष 1975 में उसी के लिए एक फिल्मफेयर पुरस्कार में नामांकन पाया। उन्होंने 1978 में बॉलीवुड फिल्म मंथन के गीत "मेरो गाम कथा पारे" के लिए सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका का फिल्मफेयर पुरस्कार जीता। उन्होंने कई गाने गाए हैं, बॉलीवुड फिल्मों में, भारतीय टीवी के लिए और निजी कैसेट्स के लिए। उनका एक पॉप एल्बम, "विद लव", जिसमें 10 गाने थे, को एक साथ 8 भारतीय भाषाओं में रिलीज़ किया गया था।
उन्होंने पॉप गाने, भारतीय शास्त्रीय गीत, भक्ति भजन, लोक गीत, ग़ज़ल आदि गाए हैं। उन्होंने प्रसिद्ध बॉलीवुड फ़िल्म निर्देशकों और संगीत निर्देशकों जैसे राजेश रोशन, श्याम बेनेगल, शशि कपूर, वनीता भाटिया, रवि, बप्पी लहरी, शंकर जयकिशन, जयदेव, अनु मलिक, ताहिर हुसैन, शक्ति सामंत, साई परांजपे, केतन देसाई आदि के लिए काम किया है। वह बेहद लोकप्रिय भारतीय टीवी धारावाहिकों जैसे फूल खिले हैं गुलशन गुलशन, पॉप टाइम्स, फुलवारी बच्चों की, आरोही आदि में दिखाई दी। वह बच्चों के मनोरंजन और शिक्षा उद्योग में उनके योगदान के लिए भी जानी जाती हैं। उन्होंने "सा रे गा मा" (जिसे पहले एचएमवी के रूप में जाना जाता था) के साथ हिन्दी और अंग्रेजी में कई बच्चों की नर्सरी कविता संग्रह के ऑडियो और वीडियो संस्करण बनाने के लिए काम किया था।
निजी जीवन
मुंबई में जन्मी और पली-बढ़ी प्रीति ने क्वीन्स मैरी स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। इसके अलावा, उन्होंने मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज से कला में स्नातक की डिग्री हासिल की। 1977 में उन्होंने सोमी सरन से शादी की। वह अपने पति के साथ मुंबई में रहती हैं। उनकी दो बेटियां हैं, अनीशा और आकांक्षा।
लोकप्रिय गीत
- जूली (1975) - माय हार्ट इस बीटिंग
- निशांत (1975) - पिया बाज पियाला पिया जाए ना
- मंथन (1976) - मेरो गाम कथा पारे
- भूमिका (1977) - तुम्हारे बिन जी ना लागे
- कलयुग (1981) - व्हाट्स यॉर प्रोब्लम
- मंडी (1983) - शमशेर भरे न मांग गज़ब
- लॉकेट (1986) - जो भी कहना सच है कहना
सन्दर्भ
- ↑ "लिरिल की धुन बनाने वाले वनराज भाटिया क्यों थे श्याम बेनेगल के पसंदीदा संगीतकार". फर्स्टपोस्ट. 11 फरवरी 2018. मूल से 16 फ़रवरी 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 फरवरी 2019.