प्रतीच्य चालुक्य
| प्रतीच्य चालुक्य ಪಶ್ಚಿಮ ಚಾಲುಕ್ಯ ಸಾಮ್ರಾಜ್ಯ | |||||
| Empire (Subordinate to until 973) | |||||
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प्रतीच्य चालुक्य वंश की सीमाएं, ११२१ ई० | |||||
| राजधानी | मान्यखेट, बसवकल्याण | ||||
| भाषाएँ | कन्नड़ | ||||
| धार्मिक समूह | हिन्दू | ||||
| शासन | राजतन्त्र | ||||
| राजा | |||||
| - | ९५७ - ९९७ | तैलप २ | |||
| - | ११८४ - ११८९ | सोमेश्वर ४ | |||
| इतिहास | |||||
| - | प्राचीनतम अभिलेख | ९५७ | |||
| - | स्थापित | ९७३ | |||
| - | अंत | ११८९ | |||
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प्रतीच्य चालुक्य पश्चिमी भारत का राजवंश था जिसने २१६ वर्ष राज किया।

- तैलप २ (973 - 997)
- सत्यश्रय (997 - 1008)
- विक्रमादित्य ५ (1008 - 1015)
- जयसिम्हा २ (1015 - 1042)
- सोमेश्वर १ (1042 - 1068)
- सोमेश्वर २ (1068 -1076)
- विक्रमादित्य ६ (1076 - 1126)
- सोमेश्वर ३ (1126 – 1138)
- जगधेकमल्ल २ (1138 – 1151)
- तैलप ३ (1151 - 1164)
- जगधेकमल्ल ३ (1163 – 1183)
- सोमेश्वर ४ (1184 – 1200)
वीर बल्लाल २ (होयसल साम्राज्य) (1173 - 1220) ने इसे पराजय कर नये राज्य की नींव रखी।
