प्रतिप्रोटोन
प्रतिप्रोटोन की क्वार्क संरचना | |
| वर्गीकरण | प्रतिबरिऑन |
|---|---|
| संघटन | 2 अप प्रतिक्वार्क, 1 डाउन प्रतिकवर्क |
| सांख्यिकी | फर्मीऑनीय |
| अन्योन्य क्रिया | प्रबल, दुर्बल, विद्युत-चुम्बकीय, गुरुत्वाकर्षण |
| स्थिति | खोजा जा चुका है। |
| प्रतिक | p |
| कण | प्रोटॉन |
| आविष्कार | एमिलियो जी सेग्रे & ओवेन चेम्बेर्लैन (1955) |
| द्रव्यमान | 938 MeV/c2 |
| विद्युत आवेश | −1 e |
| प्रचक्रण | 1⁄2 |
| समभारिक प्रचक्रण | 1⁄2 |
प्रतिप्रोटोन, प्रोटॉन का प्रतिकण है। जिसे कभी-कभी (p, उच्चारण पी-बार) प्रोटॉन के प्रतिकण के रूप में जाना जाता है। प्रतिप्रोटोन स्थयी कण है लेकिन आम तौर पर किसी प्रोटॉन के साथ इसका विलोपन हो जाता है और निर्गत रूप में ऊर्जा प्राप्त होती है।