पोलोननरुवा
| पोलोननरुवा | |
|---|---|
| विश्व धरोहर सूची में अंकित नाम | |
|  | |
| देश |  श्रीलंका | 
| प्रकार | Cultural | 
| मानदंड | i, iii, vi | 
| सन्दर्भ | 201 | 
| युनेस्को क्षेत्र | Asia-Pacific | 
| शिलालेखित इतिहास | |
| शिलालेख | 1982 (6th सत्र) | 
पोलोननरुवा श्रीलंका के उत्तर मध्य प्रान्त के पोलोन्नारुव' जिला का प्रमुख गाव है। ११वीं शताब्दी के पोलोन्नरु राज्य की ये राजधानी रही है। राजा विजयबाहू प्रथम नें इसे अपने राज्य की राजधानी घोषित किया था। श्रीलंका के चुनिंदा आठ विश्व धरोहर स्थलों में से ये एक हैं। [1]
इतिहास
दक्षिण भारतीय चोल राजा और सिंहली विजयबाहू प्रथम, राजा परक्रामबाहू प्रथम और राजा निसानकम्ल्ला पोलोननरुवा के वास्तुशिल्प उपलब्धियों के लिए काफी हद तक जिम्मेदार थे।
चित्र दीर्घा
 परिषद परिषद
 कुमारा पोकुना कुमारा पोकुना
 शिव देवालय शिव देवालय
 थुपर्मा थुपर्मा
 पोलोननरुवा पोलोननरुवा
 निसान्का निसान्का
 सातमहल प्रसाद सातमहल प्रसाद
 रनकोठ रनकोठ
 लंकातिलक मन्दिर लंकातिलक मन्दिर
 किरी विहार किरी विहार
 मुर्ति मुर्ति
 मेदिरिगीरिया मेदिरिगीरिया
सन्दर्भ
- ↑ "World Heritage - Ancient City of Polonnaruwa". UNESCO. मूल से 5 जुलाई 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 5 नवम्बर 2018.