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पेठा

[[पेठा ग्राम- गोवर्धन तहसील में 1 गांव है जिसका नाम पेठा है गोवर्धन से 5 किलोमीटर दूर गोवर्धन भरतपुर रोड पर पड़ता है ग्राम पेठा की भी बहुत सारी कहानियां है:-

1) ग्राम पेठा में सप्तर्षियों द्वारा तपस्या की गई थी जिनका का प्रमाण भी पेठे खेड़े के टीले में छिपा हुआ है टीले को जब भी खोजा जाता है तो उसके अंदर से राख निकलती है 2) पेठे में भगवान श्री चतुर्भुज जी महाराज की विशाल मूर्ति है जो विश्व में अद्वितीय है और जो देखने लायक है आप जब भी कभी गोवर्धन आओ तो पेठा गांव में जरूर आना और भगवान श्री चतुर्भुज जी महाराज के दर्शन प्राप्त करना आपको बहुत सुकून मिलेगा 3) भगवान श्री कृष्ण ग्वाले थे और वह अपनी गायों को चराने के लिए पेठा की तरफ भी आया करते थे तो गायों को वन में छोड़ कर वह यहां पर रास लीलाएं किया करते थे जिनमें से एक का चित्रण है जब भगवान श्री कृष्ण ग्वालो और सखियों से छुपकर एक कदम के वृक्ष में जा छुपे ग्वाले और सखियां ढूंढते ढूंढते परेशान होकर बैठ गई पर भगवान श्री कृष्ण कहीं नहीं मिले तो कदम के वृक्ष में सखियों और ग्वालो को अपनी पेड़ की टहनी के सारे से भगवान श्री कृष्ण को अपने अंदर छुपा बता दिया जिससे भगवान श्रीकृष्ण क्रोधित हो गए और कदम के वृक्ष को कपड़े की भांति निचोड़ कर फेंक दिया फिर उस जगह जितने भी कदम के पेड़ ओके उन सभी पेड़ों के तने में कपड़े निचोड़ ने जैसा अंटा हर कदम के वृक्ष के अंदर आने लगा जिनमें से एक कदम के पेड़ का तना आज भी हमारे गांव के मंदिर में रखा हुआ है जिसे देखने के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु हमारे गांव में पधार ते हैं और भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं को देखकर प्रसन्न होते हैं 4) जब अंग्रेजों ने कदम के वृक्ष के तने को मोड़ा हुआ देखा उससे पहले हमारे गांव का नाम एटा था भगवान श्री कृष्ण ने कदम को एटा था तो हमारे गांव का नाम भी एटा था तो अंग्रेजों ने इसको एक नया नाम दिया "एटा कदम पेठा" उसी दिन से हमारे गांव का नाम पेठा पड़ गया ]]