पूर्वी गोलार्ध
पूर्वी गोलार्ध ग्रीनवीच रेखा से पूर्व में स्थित पृथ्वी के आधे भाग के लिए प्रयुक्त भौगोलिक पद है। इस भाग में यूरोप, एशिया, अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया शामील है। इस गोलार्द्ध "ओरिएंटल गोलार्द्ध" भी कहा जाता है। एक सांस्कृतिक या भू राजनीतिक भावना में इसे 'पुरानी दुनिया' भी संबोधित किया जाता है।
उत्तरी और दक्षिणी गोलार्द्धों बांटता है जो भूमध्य रेखा के विपरीत, पूर्वी और पश्चिमी गोलार्द्धों को अलग करनेवाली एक मनमाना काल्पनिक रेखा है। 0° देशांतर पर प्रधान मध्याह्न और 180° देशांतर पर विरोधी मध्याह्न, पारंपरिक स्वीकृत सीमाओं हैं जो पश्चिमी देशांतर से पूर्वी देशांतर विभाजित करते हैं।[1] पूर्वी गोलार्ध, पश्चिमी गोलार्ध से कुल भूमि में ज्यादा बड़ा है, यहाँ आवास की व्यापक विविधता है।
इतिहास
यह अभिसमय वाशिंगटन में आयोजित १८८४ के इंटरनेशनल मेरिडियन सम्मेलन में स्थापित किया गया था जिसमे कनाडा रेल इंजीनियर सर सैंडफोर्ड फ्लेमिंग का मानक समय अवधारणाओं को अपनाया गया था। इस सीमांकन के प्रयोग की वजह से पश्चिमी यूरोप, अफ्रीका और पूर्वी रूस, पश्चिमी गोलार्ध में शामील हो रहें थे जिस्से उनकी मानचित्रकारी में उपयोगिता कम हो रही थी। नतीजन, 20° W और बिलकुल विरोधी 160°E के शिरोबिंदु अक्सर इस्तेमाल किया गया जिस्से यूरोप और अफ्रीका पुरी तरह से पूर्वी गोलार्ध में समाविष्ट हुए पर उत्तर पूर्व ग्रीनलैंड का कुछ भाग भी इसमे शामील हुआ और रूस बाहर रह गया। मानक समय के वैश्विक गोद लेने से पहले, कई प्रधान मध्याह्न समय स्थानीय दोपहर से परिभाषित किया जाता था (स्थानीय मध्याह्न)[2]।
संदर्भ
- ↑ अक्षांश और देशांतर Archived 2008-06-09 at the वेबैक मशीन britannica.com, तिथि ०७-११-२०१४
- ↑ "पूर्वी गोलार्ध". मरियम-वेबस्टर का भौगोलिक शब्दकोश, तीसरे संस्करण (२००१). स्प्रिंगफील्ड, MA: मरियम-वेबस्टर, पन्ना ३४०.