पितृवंश समूह पी
मनुष्यों की आनुवंशिकी (यानि जॅनॅटिक्स) में पितृवंश समूह पी या वाए-डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप P एक पितृवंश समूह है। यह पितृवंश स्वयं पितृवंश समूह ऍमऍनओपीऍस से उत्पन्न हुई एक शाखा है। इस पितृवंश के पुरुष भारत में कुछ समुदायों में ही मिलते हैं - मणिपुर के ३०% मुस्लिम पुरुष और गोंड जनजाति की माडिया शाखा के २५% पुरुष इसके सदस्य हैं। यूरोप में क्रोएशिया के ह्वार द्वीप पर भी कुछ पुरुष इसके वंशज हैं। चाहे पितृवंश समूह पी के सीधे वंशज कम हों, लेकिन इस से उत्पन्न क्यु और आर उपशाखाओं के वंशज यूरोप, मध्य एशिया, दक्षिण एशिया, उत्तर अमेरिका और दक्षिण अमेरिका पर करोड़ों की संख्या में दूर-दूर तक फैले हुए हैं। अनुमान है के जिस पुरुष से पितृवंश समूह पी शुरू हुआ वह आज से लगभग २७,०००-४१,००० वर्ष पहले जीवित था और मध्य एशिया या साइबेरिया में रहता था।[1]
अन्य भाषाओँ में
अंग्रेज़ी में "वंश समूह" को "हैपलोग्रुप" (haplogroup), "पितृवंश समूह" को "वाए क्रोमोज़ोम हैपलोग्रुप" (Y-chromosome haplogroup) और "मातृवंश समूह" को "एम॰टी॰डी॰एन॰ए॰ हैपलोग्रुप" (mtDNA haplogroup) कहते हैं।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ Karafet TM, Mendez FL, Meilerman MB, Underhill PA, Zegura SL, Hammer MF (2008). "New binary polymorphisms reshape and increase resolution of the human Y chromosomal haplogroup tree". Genome Res. 18 (5): 830–8. PMID 18385274. डीओआइ:10.1101/gr.7172008. पी॰एम॰सी॰ 2336805. नामालूम प्राचल
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