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पारक्रमण (कार्यिकी)

पारक्रमण के अन्य अर्थों के लिए कृप्या पारक्रमण देखें
संवेदक प्रक्रमण (sensory processing) के मुख्य चरण

कार्यिकी (शरीरक्रिया विज्ञान) में संवेदक पारक्रमण (sensory transduction) किसी उद्दीपक (stimulus) को एक रूप से दूसरे में परिवर्तित होने को कहते हैं। प्राणियों के तन्त्रिका तन्त्र में पारक्रमण का अर्थ किसी भौतिक उद्दीपक (जैसे कि त्वचा को छुआ जाना) को ऐक्शन पोटेंशिअल में बदलकर न्यूरॉनों द्वारा केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र की ओर भेजे जाने की प्रक्रिया होता है। अभिग्राही कोशिकाएँ उद्दीपक को विद्युत संकेतों में बदलकर आगे संवेदक प्रक्रमण (sensory processing) के लिए भेज देती हैं।[1]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. Molecular cell biology. Lodish, Harvey F. (4th ed संस्करण). New York: W.H. Freeman. 2000. OCLC 41266312. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0716731363.सीएस1 रखरखाव: अन्य (link) सीएस1 रखरखाव: फालतू पाठ (link)