पशु पालन कालेज, सेलिसीह, मिजोरम
पशु पालन कालेज | |
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स्थापित | 13 सितम्बर 1993 |
प्रकार: | महाविद्यालय केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय से अनुदत्त |
प्रधानाचार्य: | डॉ॰गजराज सिंह, पी.एच.डी |
शिक्षक: | 36 |
अवस्थिति: | सेलिसीह, मिजोरम, भारत |
परिसर: | शहरी |
उपनाम: | वेट. कॉलेज |
जालपृष्ठ: | www.vetcolcau.org |
पशु पालन कालेज, सेलिसीह, मिजोरम में स्थित है। यह कालेज 5 वर्षीय बी वी एस सी तथा पशु पालन डिग्री कार्यक्रम चलाता है। यह कालेज केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय के अन्तर्गत कार्यरत है।
मान्यता
2002-3 प्रथम बैच के 8 विद्यार्थियों ने यह पाठ्यक्रम पास किया। 2003-04 दूसरे बैच में शैक्षणिक सत्र में दस विद्यार्थी पास हुए। इन दस विद्यार्थियों में सें 8 (आठ) विघार्थियों ने भारतीय आधार पर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा आयोजित जे आर एफ/ स्नातकोत्तर प्रवेश परीक्षा पास की।
केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय
केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना संसद के अधिनियम केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय अधिनियम 1992 (1992 का सं.40) के द्वारा हुई है। अधिनियम भारत सरकार ने कृषि अनुसंधान तथा शिक्षा विभाग द्वारा आवश्यक अधिसूचना जारी करके 26 जनवरी 1993 से लागू किया गया है। विश्वविद्यालय में प्रथम कुलपति के कार्यालय ग्रहण करने के बाद 13 सितम्बर 1993 से आरंभ हो गया इस विश्वविद्यालय का क्षेत्राधिकार छ: पूर्वोत्तर राज्यों में है अर्थात अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, सिक्किम और त्रिपूरा है तथा इसका मुख्यालय मणिपुर में इम्फाल में है।
मुख्य कार्य
कृषि अनुसंधान तथा शिक्षा विभाग देश में कृषि अनुसंधान तथा शिक्षा के समन्वय और संवर्धन का कार्य करता है। डेयर भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आई सी ए आर) के लिए आवश्यक सरकारी संयोजन प्रदान करने का कार्य करता है। इस प्रमुख अनुसंधान संगठन में वैज्ञानिक क्षमता 6000 से अधिक है और इसका देशभर में 47 संस्थानों का देशव्यापी नेटवर्क है जिसमें समस्त 4 समकक्ष विश्वविद्यालय, 5 राष्ट्रीय कार्यालय, 31 राष्ट्रीय अनुसंधान केन्द्र, 12 परियोजना निदेशालय, 89 अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना और 38 कृषि विश्वविद्यालय शामिल हैं।
कृषि अनुसंधान तथा शिक्षा विभाग भारत में कृषि अनुसंधान तथा शिक्षा के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के लिए नोडल अभिकरण है। विभाग विदेशी सरकारों, संयुक्त राष्ट्र, सी जी आई ए आर तथा अन्य बहुपक्षीय अभिकरणों से कृषि के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के लिए सम्पर्क स्थापित करता है। कृषि अनुसंधान व शिक्षा विभाग विभिन्न भारतीय कृषि विश्वविद्यालयों / भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थानों में विदेशी विद्यार्थियों को प्रवेश दिलाने के लिए समन्वय का कार्य भी करता है।