पर्यावरणीय अवनयन
पर्यावरणीय अवनयन (अंग्रेजी: Environmental degradation) के अंतर्गत पर्यावरण में होने वाले वे सारे परिवार्तन आते हैं जो अवांछनीय हैं[1] और किसी क्षेत्र विशेष में या पूरी पृथ्वी पर जीवन और संधारणीयता को खतरा उत्पन्न करते हैं। अतः इसके अंतर्गत प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता का क्षरण और अन्य प्राकृतिक आपदाएं इत्यादि शामिल की जाती हैं।
प्रोफेसर अतुल के अनुसार. पर्यावरण अवनयन का अर्थ है कि मानव के क्रियाकलापों द्वारा पर्यावरण के विभिन्न संघट को की आधारभूत संरचना में इस प्रकार प्रतिकूल परिवर्तन करना जिससे पर्यावरण की गुणवत्ता का हास हो जाए और इस हास का प्रभाव जैविक समुदाय पर पड़े पर्यावरण अवनयन के कारण पारिस्थितिकी तंत्र एवं परिस्थिति की विविधता में कमी होने से पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी में असंतुलन की अवस्था उत्पन्न होती है
सन्दर्भ
- ↑ Johnson, D.L., S.H. Ambrose, T.J. Bassett, M.L. Bowen, D.E. Crummey, J.S. Isaacson, D.N. Johnson, P. Lamb, M. Saul, and A.E. Winter-Nelson. 1997. Meanings of environmental terms. Journal of Environmental Quality 26: 581–589.