परासरण
परासरिता अथवा ओसमोसिस (Osmosis, (, )[1] विलायक अणुओं का विशिष्ट पारगम्य झिल्ली के माध्यम से उच्च जल विभव (निम्न विलय सांद्रता क्षेत्र) से निम्न जल विभव (उच्च विलय सांद्रता क्षेत्र) की तरफ स्वतः विसरण अथवा शुद्ध संचलन कहलाता है।[2] इसमें झिल्ली के दोनों तरफ विलय की सांद्रता समान हो जाती है।[3][4][5] इस प्रक्रिया को ऐसे भी समझाया जाता है कि जब हम किसी विशिष्ट पारगम्य झिल्ली से दो अलग-अलग सांद्रता के विलयनों को अलग अलग करते हैं जिसमें झिल्ली को विलायक पार कर सकता है लेकिन विलय नहीं, उस स्थिति में दोनों तरफ सांद्रता समान करने के लिए विलय के स्थान पर विलायक अणु विसरण करते हैं।[6][7] ओसमोसिस से कार्य प्राप्त किया जा सकता है।[8] परासरण दाब उस बाहरी दाब को कहते हैं जिसकी स्थिति में झिल्ली में को विसरण नहीं होगा। परासरण दाब अणुसंख्य गुणधर्म है अर्थात् परासरिता दाब विलय की मोलर सांद्रता पर निर्भर करता है लेकिन इसकी प्रकृति पर नहीं।
प्राणियों में भूमिका
इन्हें भी देखें
- परासरण दाब
- दाब प्रवणता
- सांद्रता प्रवणता
- रसारोहण (ascent of sap)
सन्दर्भ
- ↑ जोन्स, डेनियल; रॉच, पीटर; सेट्टर, जेन; एस्लिंग, जॉन हेनरी (2011). Cambridge English pronouncing dictionary (18वाँ संस्करण संस्करण). Cambridge (GB) New York: कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-521-15255-6.
- ↑ "Osmosis | A Level Notes". मूल से 17 नवंबर 2023 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 नवंबर 2023.
- ↑ "Osmosis". ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी. ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस. दूसरा संस्करण. 1989.
- ↑ Osmosis, Encyclopædia Britannica on-line
- ↑ Haynie, Donald T. (2001). Biological Thermodynamics. कैम्ब्रिज: Cambridge University Press. पपृ॰ 130–136. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-521-79549-4.
- ↑ वॉ, ए॰; ग्रांट, ए॰ (2007). Anatomy and Physiology in Health and Illness. एडिनबर्ग: एल्सीवियर. पपृ॰ 25–26. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-0-443-10101-4.
- ↑ Osmosis Archived 2008-02-22 at the वेबैक मशीन. यूनिवर्सिटी ऑफ़ हैम्बर्ग, अन्तिम अद्यतन: 31 जुलाई 2003
- ↑ "Statkraft to build the world's first prototype osmotic power plant". स्टटक्राफ्ट. 2007-10-03. मूल से 2009-02-27 को पुरालेखित.