निंजा
निंजा (忍者) या शिनोबी (忍び) मध्यकालीन जापान के उन योद्धाओं को कहा जाता था जो पैसे के लिए हत्या, अपहरण, लूट मार, जासूसी, अंगरक्षक का काम आदि करते थे|निंजा अपने अंधेरे में घात लगाकर हमला करने और युद्ध कला के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है|[1] सेंगोकू काल या युद्धरत राज्यों के काल में जो १५वी शताब्दी में शुरू हुआ था उसमे गुप्तचरों की नियुक्ति शुरू हुई थी जो की निंजा हुआ करते थे, शायद १४वी सदी में निंजा अस्तित्व में आये हो|[2]
सेंगोकू काल में जापान में अशांति थी और तब २ निंजा गाँव इगा और कोगा का उदय हुआ जिन्होंने निंजा कला सिखाना शुरू किया, यह गाँव पैसे के बदले अपने निंजा तय किये गए कामो के लिए देते थे|
१७वी सदी में जब तोकुगावा शासको ने पुरे जापान का एकाकीकरण किया तब निंजा धीरे धीरे गायब होने लगे| इसके बाद निंजा जापान और पश्चिमी देशो के लिए जादुई शक्ति वाला एक काल्पनिक किरदार बन गया|
शब्द-व्युपत्ति
निंजा शब्द का काफी कम उपयोग किया है जापानी लेखो में, इसके बजाये शिनोबी शब्द अधिक उपयोग हुआ है| शिनोबी का अर्थ है चुराना| शिनोबी के अलावा "मोनोमी", "नोकिज़रू", "रप्पा", "कुसा", "इगा मोनो" आदि शब्द अधिक प्रचलित थे प्राचीन जापान में|
निंजा यह शब्द पश्चिमी देशो में प्रचलित हुआ था द्वितीय विश्व युद्ध के समय|