नाई (जाति)
विशेष निवासक्षेत्र | |
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भारत के लगभग सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश | |
धर्म | |
हिन्दू धर्म |
नाई या नाऊ बाल काटने वालों की जाति है और इनमें मुसलमानों की अपेक्षा हिन्दू अधिक हैं। वे नाऊ-ठाकुर एवं अन्य नामों से भी जाने जाते हैं, जबकि मुस्लिम नाई हज्जाम के नाम से जाने जाते हैं। कुछ लोगों का विश्वास है कि नाई संस्कृत शब्द 'नापिका' का अपर्भश है या 'नाखून काटने वाला' है। बहुत से लोगों का यह भी दावा है कि नाई शब्द 'न्याय' से लिया गया है जिसका अर्थ इन्साफ़ है क्योंकि नाई अच्छे निर्णय कुशल माने जाते हैं।
नाई अन्य सभी जातियों व समुदायों से निकट अन्तःक्रिया रखते हैं और व्यावसायिक आवश्यकतानुसार, यह एक सामाजिक समुदाय है। यद्यपि कि वे अन्य समुदायों के साथ जजमानी सम्बन्ध कायम रखते हैं फिर भी उनका सामाजिक स्तर नीचा है। मुस्लिम नाई या हज्जाम अपने को पैग़म्बर हज़रत सुलेमान से जोड़ते हैं। वे इस्लाम के सुन्नी पन्थ के होते हैं। वे अपने को मुस्लिम समाज की पदसोपानिकी में मध्य क्रम में रखते हैं। वे अशरफ़ (मुसलमान उच्च जातियाँ) विवाह में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। वे विवाह एवं त्योहारों के अवसर पर विभिन्न अनुष्ठानों को करते हैं और ग्राहकों द्वारा नकद या अन्य प्रकार से पुरस्कृत किये जाते हैं। वे शादी के लिए जोड़ी तलाशने, आमन्त्रण पत्र वितरण तथा अच्छी एवं मंगल ख़बरों को पहुँचाने का काम भी करते हैं। नाई औरतें बहुधा बच्चा पैदा होने के समय सहायक के रूप में कार्य करती हैं। वे अपनी सेवाएँ औरतों एवं बच्चों की मालिश, पैरों के रख-रखाव एवं नाखून प्रसाधन में भी देती हैं जिसके लिए उनको नकद एवं अन्य सामान दिया जाता है। त्योहार या जीवन चक्र अनुष्ठानों के अवसर पर विवाहित महिलाओं का पैर रंगने के काम में भी उन्हें बुलाया जाता है। अनुष्ठाानिक अवसरों एवं उत्सवों पर वे संगीत व वाद्य ढोलक के साथ लोक गायन भी करती हैं। कुछ खेती एवं पशुपालन के कार्यों में भी लिप्त हैं। हज्जाम अधिकतर बाल बनाने के कार्य में लिप्त हैं उनमें से कुछ खेती के कार्य में लगे हैं। मुसलमान नाई बाल काटने एवं दाढ़ी बनाने के अतिरिक्त ख़तना (मुसलमानी) करने का कार्य भी करते हैं।[1]
विभाजन
नाइ समुदाय को भारत के विभिन्न क्षेत्रों में अन्य पिछड़ा या अनूसचित जाति वर्ग के रूप में सूचीबद्ध किया गया है । इसमें शामिल है:
सन्दर्भ
- ↑ Hasnain, Nadeem (2011). Doosra Lucknow. Vani Prakashan. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 978-93-5000-850-8.
- ↑ "National Commission for Backward Classes" (PDF). Ncbc.nic.in. मूल से 3 जून 2013 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 25 जून 2020.
- ↑ "National Commission for Backward Classes" (PDF). Ncbc.nic.in. मूल से 3 जून 2013 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 25 जून 2020.
- ↑ Central List of OBCs for the State of Bihar (PDF). National Commission for Backward Classes. पृ॰ 2. मूल से 3 जून 2013 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 25 जून 2020.
- ↑ "National Commission for Backward Classes" (PDF). Ncbc.nic.in. मूल से 3 जून 2013 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 25 जून 2020.
- ↑ "National Commission for Backward Classes" (PDF). Ncbc.nic.in.
- ↑ Central List of OBCs for the State of Delhi (PDF). National Commission for Backward Classes. मूल से 3 जून 2013 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 25 जून 2020.
- ↑ "National Commission for Backward Classes" (PDF). Ncbc.nic.in. मूल से 3 जून 2013 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 25 जून 2020.
- ↑ Central List of OBCs for the State of Gujarat (PDF). National Commission for Backward Classes. मूल से 9 मई 2013 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 25 जून 2020.
- ↑ Central List of OBCs for the State of Haryana (PDF). National Commission for Backward Classes. मूल से 3 जून 2013 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 25 जून 2020.