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नस्तालीक़

नस्तालीक़

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फ़ारसी विकिपीडिया से (बवीकीपिदिया ख़ुशामदीद)
प्रकारअब्जद
भाषाएँउर्दू, फ़ारसी, कुछ बोलियाँ पंजाबी
मीर इमाद का फ़ारसी चलीपा तरीका.

नस्तालीक़ (उर्दू और फ़ारसी:نستعلیق‎), इस्लामी कैलिग्राफ़ी की एक प्रमुख पद्धति है। इसका जन्म ईरान में चौदहवीं-पन्द्रहवीं शताब्दी में हुआ। यह इरान, दक्षिणी एशिया एवं तुर्की के क्षेत्रों में बहुतायत में प्रयोग की जाती रही है। कभी कभी इसका प्रयोग अरबी लिखने के लिये भी किया जाता है। शीर्षक आदि लिखने के लिये इसका प्रयोग खूब होता है।

नस्तालीक का एक रूप उर्दू एवं फ़ारसी लिखने में प्रयुक्त होता है। उर्दू अधिकांशतः नस्तालीक लिपि में लिखी जाती है, जो फ़ारसी-अरबी लिपि का एक रूप है। उर्दू दाएँ से बाएँ लिखी जाती है।

वर्णमाला

नीचे की सारिणी में नस्तअ़्लिक लिपि और उसका उच्चारण दिया गया है।

अक्षर (अकेला)अक्षर का नाम

अक्षर का नाम

उच्चारण IPA में उच्चारण
اalifअलिफ़ अ, इ, उ; आ[ə, ɑ:] after a consonant;
بbeबे [b]
پpeपे[p]
تte *तेdental [t̪]
ٹṭeटे retroflex [ʈ]
ثseसे[s]
جjīmजीम[dʒ]
چceचे[tʃ]
حbaṛī heबड़ी हे[h]
خxeख़ेख़[x]
دdālदालdental [d̪]
ڈḍālडालretroflex [ɖ]
ذzālज़ालज़[z]
رreरेdental [r]
ڑṛeड़ेड़retroflex [ɽ] flap
زzeज़ेज़[z]
ژzeॹे[ʒ]
سsīn *सीन[s]
شśīnशीन[ʃ]
صsvādस्वाद[s]
ضzvādज़्वादज़[z]
طtoतोय (तोए)[t]
ظzoज़ोय (ज़ोए)ज़[z]
عaenऐ़नअ़, इ़, उ़[ɑ:] after a consonant;

otherwise [ʔ], [ə], or silent.

غġaenग़ैनग़[ɣ]
فfeफ़ेफ़[f]
قqāfक़ाफ़क़[q]
کkāfकाफ़[k]
گgāfगाफ़[g]
لlāmलाम[l]
مmīmमीम[m]
نnūnनून[n] or a nasal vowel
وvāoवाव (वाओ)व, उ, ऊ, ओ, औ[v, u, ʊ, o,au]
ہ, ﮩ, ﮨchoṭī heछोटी हेह, अः (आ)[ɑ] at the end of

a word,

otherwise [h] or silent

ھdo caśmī heदो चश्मी हे-ह (ख, झ, ठ, ध, फ, म्ह, ल्ह, वग़ैरह बनाने के लिये)indicates that the preceding consonant is

aspirated (p, t, ch, k) or murmured (b, d, j, g).

یchoṭī yeछोटी येय, ई, ए, ऐ[j, i, e, ɛ]
ےbaṛī yeबड़ी येए, ऐ[eː]
ءhamzāहम्ज़ा'अ, -[ʔ] or silent

* भारतीय मूल के शब्दों में प्रयुक्त

उर्दू-देवनागरी लिप्यन्तरण

उर्दूदेवनागरीउर्दूदेवनागरी
اآ
ببھ
پپھ
تتھ
ٹٹھ
ث
ججھ
چچھ
ح
خख़
ددھ
ڈڈھ
ذज़
ر
ڑड़
زज़
ژश़/झ़
س
ش
ص
ضज़
ط
ظज़
ع
غग़
فफ़
قक़
ککھ
گگھ
ل
م
ں
ن
وव/ऊ
ھ ہ
یय/ई
ے

बाहरी कड़ियाँ