दो बदन
दो बदन | |
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दो बदन का पोस्टर | |
निर्देशक | राज खोसला |
पटकथा | जी॰ आर॰ कामथ |
अभिनेता | मनोज कुमार, आशा पारेख, सिमी गरेवाल, प्राण |
संगीतकार | रवि |
प्रदर्शन तिथि | 1966 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
दो बदन 1966 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह राज खोसला द्वारा निर्देशित है और इसमें मनोज कुमार, आशा पारेख, सिमी गरेवाल और प्राण आदि अभिनय करते हैं। संगीत रवि का है।[1] फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बड़ी हिट बनी थी।
संक्षेप
विकास (मनोज कुमार) गरीब परिवार से आता है और कॉलेज जाता है ताकि वह अपनी पढ़ाई पूरी कर सके। फिर उसे नौकरी मिले और वह आर्थिक रूप से अपनी और अपने पिता की देखभाल कर सके। वह इस कॉलेज में धनी आशा (आशा पारेख) से मिलता है और कुछ गलतफहमियों के बाद दोनों में प्यार हो जाता है। विकास के पिता उसकी परीक्षा के दौरान गुजर जाते हैं और विकास अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए जाता है। वह अपनी पढ़ाई पूरी करने में असमर्थ होता है। आशा उसके लिए खेद महसूस करती है और उसे अपने पिता के साथ काम पर लगाने की व्यवस्था करती है।
वह नौकरी ले लेता है, यह न जानते हुए कि उसके नियोक्ता आशा के पिता हैं। आशा के पिता चाहते हैं कि उसकी शादी अश्विनी (प्राण) से हो और वह जल्द ही उनकी सगाई की घोषणा करते हैं। अश्विनी को पता चलता है कि आशा विकास से प्यार करती है और वह विकास के लिए एक दुर्घटना की योजना बनाता है। विकास दुर्घटना से बच जाता है, लेकिन अपनी आंखों की रोशनी खो देता है। इस घटना के बाद, विकास आशा पर खुद को बोझ नहीं बनाना चाहता है और डॉ. अंजलि (सिमी गरेवाल) के साथ एक नई दोस्ती बनाता है। इस बीच, अश्विनी आशा को सूचित करता है कि विकास की दुर्घटना में मृत्यु हो गई है। आशा अनिच्छा से अश्विनी से शादी करती है। सवाल यह है कि क्या विकास और आशा अपने जीवनकाल में दोबारा मिल पाएंगे?
मुख्य कलाकार
- मनोज कुमार — विकास
- आशा पारेख — आशा
- सिमी गरेवाल — डा. अंजलि
- प्राण — अश्विनी नाथ
- मोहन चोटी — मोहन
- मनमोहन कृष्णा —
- धुमाल — मोहन के पिता
संगीत
सभी गीत शकील बदायूँनी द्वारा लिखित; सारा संगीत रवि द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "नसीब में जिसके जो लिखा था" | मोहम्मद रफ़ी | 4:11 |
2. | "मत जइयो नौकरिया छोड़ के" | आशा भोंसले | 3:40 |
3. | "भरी दुनिया में" | मोहम्मद रफ़ी | 5:24 |
4. | "लो आ गई उनकी याद" | लता मंगेशकर | 4:46 |
5. | "रहा गर्दिशों में हरदम" | मोहम्मद रफ़ी | 4:45 |
6. | "जब चली ठंडी हवा" | आशा भोंसले | 3:52 |
नामांकन और पुरस्कार
प्राप्तकर्ता और नामांकित व्यक्ति | पुरस्कार वितरण समारोह | श्रेणी | परिणाम |
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सिमी गरेवाल | फिल्मफेयर पुरस्कार | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री पुरस्कार | जीत |
रवि | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक पुरस्कार | नामित | |
शकील बदायूँनी ("नसीब में जिसके") | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ गीतकार पुरस्कार | नामित | |
लता मंगेशकर ("लो आ गई उनकी याद") | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायन पुरस्कार | नामित |
सन्दर्भ
- ↑ "हिंदी फीचर फिल्म : दो बदन". दैनिक ट्रिब्यून. अभिगमन तिथि 22 सितम्बर 2019.[मृत कड़ियाँ]