देहात्मवाद
देहात्मवाद एक दार्शनिक विचारधारा हैं। मनुष्य का भौतिक देह ही उसकी आत्मा हैं ऐसी इनकी धारणा होती हैं। देहात्मवाद को चार्वाक मानते है ।
चार्वाक — इनका संबंध नास्तिक दर्शन से है। इन्होंने केवल एक ही प्रमाण स्वीकर किया है जो प्रत्यक्ष प्रमाण के नाम से जाना जाता है । आज का विज्ञान इनके ही सिद्धांत के अनुसार है अर्थात विज्ञान भी केवल प्रत्यक्ष प्रमाण को ही मानता है ।