थुंबा
थुंबा मुख्य रूप से भारतीय राज्य केरल की राजधानी त्रिवेंद्रम के पास स्थित मछुआरों का एक गांव है। थुंबा पहली बार सुर्खियों में तब आया जब वहां १९६२ में थुंबा इक्वेटोरियल रॉकेट लाँचिंग स्टेशन की स्थापना की गयी। डॉक्टर अब्दुल कलाम भी यहां सबसे पहले काम करने वाले रॉकेट इंजिनयरों के दल में शामिल थे। यहां से पहली बार नाइके-अपाचे नामक रॉकेट २१ नवंबर १९६३ को छोड़ा गया।
और भारत का पहला रोकेट -"रोहिणी आर. एच. 74" ३ दिस्मवर १९६७ को छोड़ा गया।
तुंबा में विक्रम सराभाई अंतरिक्ष केंद्र की अस्थापना का प्रमुख कारण पूरब पश्चिम दक्षिण दिशा में सागर वहां से निकट है