तेरे मेरे सपने (1996 फ़िल्म)
तेरे मेरे सपने | |
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तेरे मेरे सपने का पोस्टर | |
निर्देशक | जॉय ऑगस्टिन |
लेखक | रंजीत कपूर (संवाद) |
निर्माता | अमिताभ बच्चन[1] |
अभिनेता | चन्द्रचूढ़ सिंह, सिमरन, अरशद वारसी, प्रिया गिल |
संगीतकार | विजू शाह |
प्रदर्शन तिथि | 6 दिसम्बर 1996 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
तेरे मेरे सपने 1996 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है जिसके निर्माता अमिताभ बच्चन और निर्देशक जॉय ऑगस्टिन है। इस फिल्म में चन्द्रचूढ़ सिंह, अरशद वारसी, प्रिया गिल और सिमरन जैसे अपरिचित कलाकार थे। इनमें से चन्द्रचूढ़, अरशद और प्रिया की ये पहली फ़िल्म है। जारी होने पर फ़िल्म सफल रही थी और इसका संगीत भी मशहूर था।
संक्षेप
ये कहानी एक ही दिन में जन्म लेने वाले दो बच्चों की है, जिसमें से एक राहुल मेहता (चन्द्रचूढ़ सिंह) का जन्म इंग्लैंड के एक अमीर खानदान में होता है, वहीं बालू (अरशद वारसी) का जन्म मुम्बई के एक मध्यम वर्ग के ब्राह्मण परिवार में होता है। राहुल के माता-पिता की मौत उसके बचपन में ही हो जाती है, और वो अपने दादा शम्भूनाथ मेहता (प्राण) के साथ रहता है। वो अपने माता-पिता की कब्र को देखने के लिए भारत जाना चाहता है, लेकिन उसके दादा उसे जाने नहीं देना चाहते, क्योंकि उसे लगता है कि वो भी अपने माता-पिता की तरह प्यार में पड़ जाएगा।
किसी तरह राहुल भारत आने में सफल रहता है, जहाँ से उसे टैक्सी में बालू मिलता है। राहुल की पहचान से अनजान, बालू अपने जन्मदिन के दिन पैदा हुए दूसरे अमीर बच्चे को लगातार भला-बुरा कहता रहता है। जब राहुल उसे उसकी पहचान बताता है तो वो शर्मिंदा हो जाता है। राहुल वापस उस अमीरी-ग्रस्त दुनिया में वापस नहीं जाना चाहता है, इस कारण वो बालू से एक दुसरे की जगह बदलने की बात कहता है। इस तरह राहुल एक टैक्सी ड्राइवर और बालू एक अमीर इंसान बन जाता है।
राहुल टैक्सी ड्राइवर के रूप में बालू के घर जाता है, जहाँ उसे बालू की बहन पारो (प्रिया गिल) से प्यार हो जाता है। वहीं बालू को भारत में मेहता इंडस्ट्रीज़ को संभालने वाले वीपी माथुर की बेटी पूजा (सिमरन) से प्यार हो जाता है। जब सभी को सच्चाई का पता चलता है तो राहुल के दादा भारत आ जाते हैं, और वहीं माथुर को जब पता चलता है कि उसकी बेटी एक टैक्सी ड्राइवर से शादी करना चाहती है तो माथुर अपने हाथों से मेहता इंडस्ट्रीज़ को दूर जाता देख कर राहुल और उसके दादा को मारने की कोशिश करता है, पर राहुल और बालू मिल कर उसे बचा लेते हैं।
मुख्य कलाकार
- चन्द्रचूढ़ सिंह - राहुल मेहता
- सिमरन - प्रिया
- अरशद वारसी - बालू शास्त्री
- प्रिया गिल - पारो शास्त्री
- प्राण - शम्भूनाथ मेहता
- सुलभा आर्या - पारो की माँ
- मनोज पहवा - जासूस
- ए के हंगल - दत्ताभाउ
संगीत
सभी गीत आनंद बख्शी द्वारा लिखित; सारा संगीत विजू शाह द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "तेरे मेरे सपने" | उदित नारायण, विनोद राठोड़, हेमा सरदेसाई | 4:58 |
2. | "कुछ मेरे दिल ने कहा" | हरिहरन, साधना सरगम | 5:16 |
3. | "आँख मारे ओ लड़का आँख मारे" | कविता कृष्णमूर्ति, कुमार सानु | 5:13 |
4. | "मेरे पिया मैंने जिसे ये दिल दिया" | साधना सरगम, उदित नारायण | 5:29 |
5. | "रामा हो रामा बस्ती में हंगामा" | उदित नारायण, राकेश पंडित | 5:27 |
6. | "मेरा दिल गया मेरी जाँ गई" | उदित नारायण, अलका याज्ञनिक | 4:52 |
नामांकन और पुरस्कार
वर्ष | नामित कार्य | पुरस्कार | परिणाम |
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1997 | विजू शाह | फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ संगीत निर्देशक पुरस्कार | नामित |
सन्दर्भ
- ↑ "मेरे लिए अमिताभ बच्चन भगवान की तरह: अरशद वारसी". नवभारत टाइम्स. 11 अक्टूबर 2017. मूल से 29 सितंबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 28 सितम्बर 2018.