तुयुहुन राज्य
तुयुहुन राज्य Tuyuhun Kingdom | |||||
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५६५ ईसवी का एशिया जिसमें तुयुहुन और उनके पड़ोसी देखे जा सकते हैं | |||||
राजधानी | फ़ूची | ||||
शासन | पूर्ण राजशाही | ||||
ख़ान/ख़ागान | |||||
- | २८४-३१७ | मुरोंग तुयुहुन | |||
- | ६३५-६७२ | मुरोंग नुओहेबो | |||
ऐतिहासिक युग | आरम्भिक मध्यकाल | ||||
- | स्थापित | २८५ | |||
- | तंग राजवंश की अधीनता | ६३४ | |||
- | तिब्बती साम्राज्य द्वारा नष्ट | ६७० | |||
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तुयुहुन राज्य (Tuyuhun Kingdom) या अझ़ा ('Azha, बिन्दुयुक्त 'झ़' के उच्चारण पर ध्यान दें) प्राचीनकाल में तिब्बत से पूर्वोत्तर कोको नूर नामक झील (आधुनिक काल में चिंगहई झील) के क्षेत्र में चिलियन पर्वतों और पीली नदी (ह्वांगहो) की ऊपरी घाटी के इलाक़ों में रहने वाले शियानबेई लोगों से सम्बन्धित ख़ानाबदोश क़बीलों द्वारा स्थापित एक राज्य का नाम था।[1]
तीसरी सदी ईसवी में शियानबेई परिसंघ के पतन के बाद उनका ख़ान (जिसका नाम तुयुहुन ही था) कोको नूर के इलाक़े में आ गया और उसने अपना एक नया राज्य बना लिया। इस राज्य का तेज़ी से विस्तार हुआ और यह एक शक्तिशाली साम्राजय बनाने में सफल रहा जिसने पहली बार मध्य एशिया के बड़े भूभाग को एक राजनैतिक सूत्र में बाँधा।[2] लेकिन सातवी शताब्दी में तुयुहुन राज्य चीन के तंग राजवंश और नए व शक्तिशाली तिब्बती साम्राज्य के सम्राट सोंगत्सेन गम्पो की आपसी खींचातानी से बहुत दबाव में आया। तंग राजवंश ने इन्हें हराकर उन्हें अपने अधीन होने पर मजबूर कर लिया।[3] इस से तुयुहुन कमज़ोर पड़ गए और तिब्बतियों ने इसका फ़ायदा उठाकर कई झड़पों के बाद पूरे तुयुहुन राज्य पर क़ब्ज़ा करके उसे ख़त्म कर दिया।[4]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ Encyclopedia of the Peoples of Asia and Oceania Archived 2013-05-28 at the वेबैक मशीन, Barbara A. West, pp. 847, Infobase Publishing, 2009, ISBN 9781438119137, ... They are believed to be related to the Xianbei, and one origin myth claims that the Tuyuhun lineage was founded by Murong Tuyuhun, an illegitimate son of a Xianbei king ...
- ↑ The Genesis of East Asia: 221 B.C. - A.D. 907 Archived 2012-11-12 at the वेबैक मशीन, Charles Holcombe, pp. 131, University of Hawaii Press, 2001, ISBN 9780824824655, ... They eventually made a new homeland for themselves in the Qinghai (Koko Nor) region, and their western nomadic empire, known by the name of its founder, Tuyuhun, remained potent for centuries, well into Tang times ...
- ↑ The Tibetans, Matthew T. Kapstein, pp. 48, Wiley, 2013, ISBN 9781118725375, ... During the mid-630s the Chinese entered into conflict with the Azha, or Tuyuhun, whom they defeated. The result, however, was to eliminate the Azha in their role as an effective buffer ...
- ↑ Medieval Chinese Warfare 300-900, David Graff, pp. 205, Routledge, 2002, ISBN 9780203206683, ... In the west, Tang China was confronted with the rapidly rising power of the Tibetan empire founded by Srong-btsan-sgam-po. In the early 660s, while Tang armies were occupied in the Korean peninsula, the Tibetans conquered the Tuyuhun ...