तुम बिन
तुम बिन | |
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तुम बिन का पोस्टर | |
निर्देशक | अनुभव सिन्हा |
लेखक | अनुभव सिन्हा |
निर्माता | भूषण कुमार |
अभिनेता | प्रियांशु चटर्जी, संदली सिन्हा, हिमांशु मलिक, राकेश वशिष्ठ, अमृता प्रकाश |
छायाकार | विजय अरोड़ा |
संगीतकार | निखिल-विनय |
प्रदर्शन तिथियाँ | 13 जुलाई, 2001 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
तुम बिन 2001 की अनुभव सिन्हा द्वारा निर्देशित हिन्दी भाषा की नाटकीय प्रेमकहानी फ़िल्म है। इसमें प्रियांशु चटर्जी, संदली सिन्हा, हिमांशु मलिक और राकेश वशिष्ठ मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म टिकट खिड़की पर सफल रही थी और विशेषकर अपने गीतों के लिये प्रसिद्ध रही।[1]
संक्षेप
शेखर (प्रियांशु चटर्जी) और अमर (राकेश वशिष्ठ) एक पार्टी में मिलते हैं जहां अमर शेखर से कहता है कि उसे कनाडा में उसके साथ काम करने आना चाहिए। उसी रात अमर शेखर की कार से मारे जाने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इंस्पेक्टर डैमेलो (मनोज पाहवा) ने शपथ ली कि वह मामले को बंद नहीं करेगा और हत्यारे को पकड़ेगा। शेखर कनाडा में अमर के घर जाता है और उसके पिता को अमर की मौत के बारे में स्वीकार करता है लेकिन पाता है कि अमर की मृत्यु के बाद उसके पिता ने अपने शरीर की सभी इंद्रियों को खो दिया है। वह पिया (संदली सिन्हा) से मिलता हैं जो अमर की मंगेतर है। वह अवसाद में है और यह कोशिश में है कि किसी तरह अमर की कंपनी शाह इंडस्ट्रीज बच जाए।
शेखर और पिया ने एक-दूसरे के साथ काम करना शुरू कर दिया और दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगते हैं। वे दोनों शाह इंडस्ट्रीज को वापस पुनर्जीवित करते हैं। वह अभि (हिमांशु मलिक) से मिलते हैं जो भी पिया से प्यार करने लगता है। शेखर को पता चलता है कि पिया को अब उसकी मदद की जरूरत नहीं है और वे भारत लौटने का फैसला करता है। शेखर पिया से अपनी भावनाओं से इंकार कर देता है और विमान में बैठता है। पिया घर जाती है और अभि से सगाई करती है। हवाई अड्डे पर इंस्पेक्टर डैमेलो शेखर को गिरफ्तार करने आते हैं। शेखर ने पिया को फोन किया और उसे बताया कि वह उससे कितना प्यार करता है और कबूल किया कि वह ही वो था जिसने उसके मंगेतर को मारा। पिया उस व्यक्ति के लिए प्यार करने के बारे में अपने को दोषी मानती है जिसने अमर को मारा था।
मुख्य कलाकार
- प्रियांशु चटर्जी ... शेखर मल्होत्रा
- संदली सिन्हा ... पिया
- राकेश वशिष्ठ ... अमर शाह
- हिमांशु मलिक ... अभिज्ञान "अभि"
- विक्रम गोखले ... गिरधारी शाह, अमर के पिता
- राजेश खेड़ा ... बॉस्को
- नवनीत निशान ... आयशा
- अमृता प्रकाश ... अमर की बहन मिली
- दीना पाठक ... अमर की दादी
- मनोज पाहवा ... इंस्पेक्टर डी 'मेलो
- राजेन्द्र गुप्ता ... इफ़्तेख़ार
- व्रजेश हीरजी ... इफ़्तेख़ार का प्रबंधक
संगीत
संगीत निखिल-विनय द्वारा रचित। बोल फैज़ अनवर द्वारा प्रदान किये गए। जगजीत सिंह द्वारा गायी गई गजल "कोई फरियाद" सबसे मशहूर गीत था। साउंडट्रैक पर अन्य सफल गीत "छोटी छोटी रातें", "तुम बिन", "तुम्हारे सिवा" और "प्यार हम को होने लगा" हैं।
क्र॰ | शीर्षक | गीतकार | संगीतकार | गायक | अवधि |
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1. | "तुम्हारे सिवा कुछ ना चाहत करेंगे" | फैज़ अनवर | निखिल-विनय | उदित नारायण, अनुराधा पौडवाल | 4:53 |
2. | "छोटी छोटी रातें लम्बी हो जाती है" | फैज़ अनवर | निखिल-विनय | सोनू निगम, अनुराधा पौडवाल | 5:59 |
3. | "तुम बिन क्या है जीना" | फैज़ अनवर | निखिल-विनय | के॰ एस॰ चित्रा | 5:55 |
4. | "कोई फरियाद तेरे दिल में दबी हो जैसे" | फैज़ अनवर | निखिल-विनय | जगजीत सिंह | 9:01 |
5. | "थोड़ा दारू विच प्यार मिला दें" | टी एस जरनैल | टी एस जरनैल | टी एस जरनैल | 4:57 |
6. | "मेरी दुनिया में आके मत जा" | फैज़ अनवर | निखिल-विनय | सोनू निगम | 4:52 |
7. | "प्यार हमको होने लगा" | फैज़ अनवर | निखिल-विनय | के॰ एस॰ चित्रा, अभिजीत | 3:12 |
8. | "छोटी छोटी रातें लम्बी हो जाती है" (II) | फैज़ अनवर | निखिल-विनय | अनुराधा पौडवाल, सोनू निगम | 3:57 |
9. | "देखते ही देखते दिल खो गया" | फैज़ अनवर | निखिल-विनय | अभिजीत, अनुराधा पौडवाल | 5:07 |
10. | "कुछ रूप उसका महका" | रवि पवार | निखिल-विनय | सोनू निगम | 4:33 |
11. | "मेरी दुनिया में आके मत जा" (II) | फैज़ अनवर | निखिल-विनय | एस पी सेलजा | 2:57 |
12. | "इस दिल ने सपने क्या क्या सजाए" | रवि पवार | निखिल-विनय | सोनू निगम | 4:27 |
अगली कड़ी
इसकी अगली कड़ी तुम बिन II 2016 में जारी हुई थी जो फ्लॉप रही थी।
सन्दर्भ
- ↑ "14 साल बाद: 'तुम बिन 2' का निर्देशन करेंगे अनुभव सिन्हा". ज़ी न्यूज़. मूल से 31 अक्तूबर 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2 जुलाई 2018.