सामग्री पर जाएँ

तिब्बती लिपि

तिब्बती बौद्धधर्म का मूल मंत्र : ॐ मणिपद्मे हूँ

तिब्बती लिपि भारतीय मूल की ब्राह्मी परिवार की लिपि है। इसका उपयोग तिब्बती भाषा, लद्दाखी भाषा तथा कभी-कभी बलती भाषा को लिखने के लिये किया जाता है। इसकी रचना ७वीं शताब्दी में तिब्बत के धर्मराजा स्रोंचन गम्पो (तिब्बती: སྲོང་བཙན་སྒམ་པོ།, Wylie: srong btsan sgam po) के मंत्री थोन्मि सम्भोट (तिब्बती: ཐོན་མི་སམྦྷོ་ཊ།, Wyl. thon mi sam+b+ho Ta) ने की थी। इसलिये इसको सम्भोट लिपि भी कहते हैं।

यह लिपि प्राचीन समय से ही तिब्बती, शेर्पा, लद्दाखी, भूटानी, भोटे, सिक्किमी आदि हिमाकयी भाषाओं को लिखने के लिये प्रयुक्त होती है।

तिब्बती देवनागरी तुल्यता सूची

रोमन और तिब्बती लिपियों में जम्मू कश्मीर में पंजीकृत कार की नंबर प्लेट

स्वर

देवनागरीIAST तिब्बती स्वर वर्ण   देवनागरीIAST तिब्बती स्वर वर्ण
a auཨཽ
āཨཱརྀྲྀ
iཨིརཱྀ
īཨཱཱིིལྀླྀ
uཨུལཱྀ
ūཨཱཱུུअंaṃཨཾ
eཨེअँཨྃ
aiཨཻअःaḥཨཿཿ
oཨོ 

ब्यंजन

देवनागरीIAST तिब्बती   देवनागरीIAST तिब्बती
kada
khadhaདྷ
gana
ghaགྷpa
ṅapha
caba
chabhaབྷ
jama
jhaཛྷya
ñara
ṭala
ṭhava
ḍaśa
ḍhaཌྷṣa
ṇasa
taha
thaक्षkṣaཀྵ

तिब्बती अंक

तिब्बती अंक

तिब्बती का यूनिकोड

तिब्बती का यूनिकोड U+0F00 से U+0FFF तक है।

0123456789ABCDEF
F00
F10
F20
F30 ༿
F40 གྷཌྷ
F50 དྷབྷཛྷ
F60 ཀྵ
F70 ཱཱིུྲྀླྀཿ
F80 ཱྀ
F90 ྒྷྜྷ
FA0 ྡྷྦྷྫྷ
FB0 ྐྵ྿
FC0
FD0
FE0
FF0 ࿿

सन्दर्भ

इन्हें भी देखें

बाहरी कड़ियाँ