तिब्बती राष्ट्रवाद
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तिब्बती राष्ट्रवाद यह विचार है कि तिब्बत एक राष्ट्र है जो चीन के आधिपत्य से स्वतन्त्र किया जाना चाहिए। तिब्बती राष्ट्रवादियों ने 1950 के दशक से ही इस क्षेत्र की संप्रभुता की मांग की है। 1950 में तिब्बत पर चीन के आक्रमण के बाद से बौद्ध भिक्षुओं और चीनी सेना के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई है।