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तत्काल ऋण

तत्काल ऋण को "इमरजेंसी ऋण" या "तुरंत ऋण" भी कहा जाता है। यह ऋण एक आपातकालीन स्थिति के लिए उपलब्ध कराया जाता है जब तुरंत वित्तीय सहायता की आवश्यकता होती है, जैसे कि मेडिकल इमरजेंसी, घर की आपात कालीन अपडेट जरूरत या मरमत के लिए, या अन्य आपातकालीन वित्तीय आवश्यकताओं के लिए। तत्काल ऋण के लिए आमतौर पर न्यूनतम दस्तावेज और कम समय में मिल जाता है, तत्काल या तुरंत लोन आप बैंक, वित्तीय संस्थान या सरकारी योजनाओ से ले सकते है[1][2][3]

क्विक पर्सनल लोन एक तरह से असुरक्षित लोन होता है जिसे आप बिना किसी सिक्योरिटी के ले सकते हैं इस लोन को आप किसी भी जरूरत के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं पर्सनल लोन आमतौर पर तुरंत अप्रूव हो जाते हैं और यहां से आपको तुरंत पैसा भी मिल जाता है। आप अपने आधार कार्ड पर 20,000 का लोन चुटकियों में प्राप्त कर सकते है। आधार कार्ड पर 20000 का लोन भी असुरक्षित व क्विक लोन की श्रेणी में ही आता है।

बीते वित्त वर्ष में भारत का विदेशी कर्ज बढ़ गया है। सरकार की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक 31 मार्च, 2022 तक भारत का विदेशी कर्ज 620.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर था, जो मार्च 2021 के अंत में रहे 573.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर के कर्ज से 8.2 प्रतिशत अधिक है। इस कर्ज में 53.2 प्रतिशत अमेरिकी डॉलर के मूल्‍य वर्ग में था, वहीं भारतीय रुपये के मूल्य वर्ग का कर्ज 31.2 प्रतिशत अनुमानित था।[4][5][6][7]

सन्दर्भ

  1. "Reserve Bank of India". www.rbi.org.in. अभिगमन तिथि 2023-10-04.
  2. "ऋण अध्याय" (PDF). National Council of Educational Research and Training.
  3. "तत्काल या तुरंत लोन कैसे ले". अभिगमन तिथि 2023-10-08.
  4. "विदेश से खूब कर्ज ले रहा भारत". Hindustan. अभिगमन तिथि 2023-10-04.
  5. "ऋण का बढ़ाना". भास्कर न्यूज़. अभिगमन तिथि 2023-10-04.
  6. "'भारत पर कर्ज़'". BBC News हिंदी. 2023-06-14. अभिगमन तिथि 2023-10-04.
  7. "आर्थिक सर्वेक्षण 2022-23 का सारांश". pib.gov.in. अभिगमन तिथि 2023-10-04.