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डेविड हेयर

डेविड हेयर (1775-1842) : डेविड हेयर एक स्कॉटलैण्ड वासी थे जो 1800 ई. में कलकत्ता में आकर बस गये । वे एक घड़ीसाज के अलावा मानव प्रेमी भी थे । वे हिन्दू स्कूल एवं हेयर स्कूल जैसे बहुत ही महत्वपूर्ण एवं प्रतिष्ठित स्कूलों की स्थापना किए।

डेविड हेयर कलकत्ता आने के बाद यह अनुभव किये कि इस देश को अंग्रेजी शिक्षा की आवश्यकता है । इस बात पर वे अपने घड़ी दुकान पर आने वाले बहुत से ग्राहकों के साथ चर्चा करते थे । जब राजा राम मोहन राय कलकत्ता गये तो वे भी उनके घड़ी दुकान पर जाते थे। इस तरह वे दोनों अच्छे मित्र बन गये थे । एक दिन राजा राम मोहन राय की आत्मीय सभा की बैठक में हेयर साहब पहुँच गये । उसके बाद कलकत्ता में एक अंग्रेजी माध्यम के स्कूल की स्थापना के प्रस्ताव पर लम्बी चर्चा हुई । इस तरह हिन्दू कॉलेज की स्थापना हुई जो बाद में प्रेसीडेन्सी कॉलेज एवं वर्तमान में प्रेसीडेन्सी विश्विद्यालय के नाम से प्रसिद्ध है । 1818 ई. में उन्होंने कलकत्ता स्कूल सोसाईटी की स्थापना किया । वे एवं राधाकांत देव इसके सचिव थे । वे बिना रुके एवं थके कलकत्ता में अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों की स्थापना में जुटे रहे ताकि अंग्रेजी माध्यम के इन स्कूलों में नये शिक्षण पद्धति से पढ़ाया जा सके । प्रत्येक दिन वे स्कूलों एवं हिन्दू कालेज जाते थे एवं लगभग प्रत्येक छात्र से मिलते थे । उनका शिक्षा के प्रति लगाव एवं प्रतिबद्धता बहुत सारे छात्रों के लिए प्रेरणास्त्रोत था । डेविड हेयर का एक महत्वपूर्ण योगदान लेडीज सोसाईटी फॉर नेटिभ फिमेल एडूकेशन में भी था, जिसकी स्थापना 1824 में हुई थी । डेविड हेयर का अंग्रेजी शिक्षा के प्रचार एवं प्रसार में जो योगदान है, वह भारतीय आधुनिक शिक्षा का कभी भी न बुझने वाला प्रकाश हैं ।