डाकिनी
हिन्दू धर्म एवं बौद्ध धर्म के वज्रयान सम्प्रदाय में डाकिनी (तिब्बती : མཁའ་འགྲོ་མ་, Wylie: mkha' 'gro ma, THL: Khandroma; मंगोली : хандарма; चीनी : 空行母; pinyin: Kōngxíng Mǔ; alternatively Chinese: 荼枳尼; फिनयिन: Túzhǐní) में पवित्र मानी जाने वाली स्त्री प्रकृति की आत्माओं को कहते हैं। मानव रूप में स्थित स्त्रियों को भी 'डाकिनी' कहा जाता है जिनमें कुछ मात्रा में आध्यात्मिक शक्ति का विकास हो चुका हो। कभी-कभी 'डाकिनी' के संगत पुरुष प्रकृति की पवित्र आत्मा को 'डाक' कहा जाता है।
डाकिनी और डाक का उपयोग बहुत प्राचीन साहित्य में नहीं मिलता। इनका उपयोग मध्यकालीन ग्रन्थों (जैसे भागवत पुराण, ब्रह्म पुराण, मार्कण्डेय पुराण, और कथासरित्सागर आदि) में मिलता है।