टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज
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कंपनी प्रकार | सार्वजनिक कम्पनी (BSE: 532540, NSE: TCS) |
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आई.एस.आई.एन | INE467B01029 |
उद्योग | सूचना प्रौद्योगिकी सेवाएँ सूचना प्रौद्योगिकी परामर्श |
स्थापित | १९६८ |
मुख्यालय | मुंबई, महाराष्ट्र, भारत |
प्रमुख लोग | सायरस मिस्त्री (चेयरमैन) एस रामदुरई (वाइस चेयरमैन) नटराजन चन्द्रशेखरन (मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक) |
उत्पाद | टीसीएस बैंक्स टीसीएस मास्टरक्राफ्ट टीसीएस प्रौद्योगिकी उत्पाद |
सेवाएँ | सूचना प्रौद्योगिकी बिज़नस प्रोसेस आउटसोर्सिंग परामर्श |
कर्मचारियों की संख्या | 3,५४,००० [1](२०१२) |
मूल कंपनी | टाटा समूह |
जालस्थल | tcs.com |
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस लिमिटेड (टीसीएस) एक भारतीयबहुराष्ट्रीय सॉफ्टवेर सर्विसेस एवं कंसल्टिंग कंपनी है।[2] यह दुनिया की सबसे बड़ी सूचना तकनीकी तथा बिज़नस प्रोसेस आउटसोर्सिंग सेवा प्रदाता कंपनियों में से है। साल 2007 में, इसे एशिया की सबसे बड़ी सूचना प्रोद्योगिकी कंपनी आँका गया। भारतीय आई टी कंपनियों की तुलना में टीसीएस के पास सबसे अधिक कर्मचारी हैं। टीसीएस के ४४ देशों में 2,54,000 कर्मचारी हैं। 31 मार्च 2012 को ख़त्म होने वाले वित्तीय वर्ष में कंपनी ने १०.१७ अरब अमेरिकी डॉलर का समेकित राजस्व हासिल किया। टीसीएस भारत के नेशनल स्टॉक एक्सचेंज तथा बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कंपनी है।
टीसीएस एशिया की सबसे बड़ी कंपनी समूह में से एक टाटा समूह का एक हिस्सा है। टाटा समूह ऊर्जा, दूरसंचार, वित्तीय सेवाओं, निर्माण, रसायन, इंजीनियरिंग एवं कई तरह के उत्पाद बनाता है। वित्त वर्ष 2009-10 में कंपनी का मुनाफा 33.19% बढ़कर 7,000.64 करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान कंपनी की आमदनी करीब 8% बढ़कर 30,028.92 करोड़ रुपये हो गयी। अप्रैल 2018 में, टीसीएस बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में अपनी एम-कैप 6,79,332.81 करोड़ रुपये (102.6 अरब डॉलर) के बाद 100 अरब डॉलर के बाजार पूंजीकरण करने वाली पहली भारतीय आईटी कंपनी बन गई,[3][4] और दूसरी भारतीय कंपनी (रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 2007 में इसे हासिल करने के बाद)।[5][6][7] सितंबर 2021 में, TCS ने 200 बिलियन अमेरिकी डॉलर का बाजार पूंजीकरण दर्ज किया, जिससे वह ऐसा करने वाली पहली भारतीय आईटी टेक कंपनी बन गई।[8][9][10]
इतिहास
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस की स्थापना सन् 1968 में हुई। इसकी शुरुआत टाटा समूह के एक विभाग के तौर पर "टाटा कंप्यूटर सेंटर" के नाम से हुई। तब इसका मुख्य व्यवसाय अपने ही समूह की अन्य कंपनियों को कंप्यूटर सेवाएं प्रदान करना था। जल्द ही कम्प्यूटरीकरण तथा कंप्यूटर सेवाओं की क्षमताएं उजागर होने लगीं और तब टाटा इलेक्ट्रिक कंपनी के एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर फ़कीर चंद कोहली (Fakir Chand Kohli) को "टाटा कंप्यूटर सेंटर" का जनरल मेनेजर बनाया गया। कुछ ही समय बाद कंपनी का नामकरण टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस कर दिया गया।
टीसीएस ने अपना पहला सॉफ्टवेयर एक्सपोर्ट प्रोजेक्ट १९७४ में आरम्भ किया जब कंपनी ने हॉस्पिटल इन्फोर्मेशन सिस्टम को बुर्होज़ (Burroughs) मीडियम सिस्टम्स कोबोल (COBOL) से बुर्होज़ स्मॉल सिस्टम्स कोबोल में बदल दिया। इस प्रोजेक्ट को पूरी तरह से टीसीएस मुंबई में आई.सी.एल. १९०३ कंप्यूटर पर अंजाम दिया गया। १९८० में भारतीय सॉफ्टवेर उद्योग के कुल निर्यात में ६३% योगदान टीसीएस और उसकी एक सहयोगी फर्म ने दिया, जबकी अन्य कंपनियों की हिस्सेदारी मात्र ४० लाख डॉलर थी। १९८४ में टीसीएस ने सान्ताक्रुज़ इलेक्ट्रोनिक्स एक्सपोर्ट प्रोसेसिंग ज़ोन, मुम्बई में अपना एक दफ्तर स्थापित किया।
१९९० के दशक में टीसीएस के कारोबार में ज़बरदस्त बढोत्तरी हुयी, जिसके परिणाम स्वरुप कंपनी ने बडे पैमाने पर भर्तियाँ कीं। १९९० के दशक के आरंभिक एवं मध्य के वर्षों में, टी सी एस ने ख़ुद को एक सॉफ्टवेर उत्पाद निर्माता कंपनी के तौर पर पुनः स्थापित किया। १९९० के दशक के आख़री सालों में, टीसीएस ने तीन आयामों वाली रणनीती का प्रयोग किया - खूब पैसा कमाने वाले नए उत्पादों का विकास करना, घरेलू तथा अन्य तेज़ी से प्रगति करने वाले बाजारों पर कब्ज़ा ज़माना और दूसरी कंपनियों के विलय व अधिग्रहण से अपना आकार बढाना। १९९८ के अंत में, कंपनी ने फ़ैसला किया कि पैसा कमाने के नए अवसरों पर ध्यान केंद्रित किया जाए, जिनमें वाई टू के तथा यूरो कनवर्ज़न भी शामिल थे। १९९० के दशक के अंत में ई-बिज़नस पर कंपनी ने ख़ास ध्यान दिया।
२००४ में टीसीएस एक सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध कंपनी बन गयी।
8 अक्टूबर 2020 को, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने मार्केट कैपिटलाइज़ेशन में एक्सेंचर को पीछे छोड़ते हुए 144.73 बिलियन डॉलर की मार्केट कैप के साथ दुनिया की सबसे मूल्यवान आईटी कंपनी बन गई।[11] 25 जनवरी 2021 को, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने फिर से एक्सेंचर को बाजार पूंजीकरण में पीछे छोड़ दिया, 170 बिलियन डॉलर की मार्केट कैप के साथ दुनिया की सबसे मूल्यवान आईटी कंपनी बन गई।[12] उसी दिन, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज भारत की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई, जिसने ₹ 12.55 लाख करोड़ की मार्केट कैप के साथ रिलायन्स इण्डस्ट्रीज को पीछे छोड़ दिया।[13]
उत्पाद और सेवाएँ
टीसीएस कई क्षेत्रों से सम्बन्धित सेवाएँ प्रदान करती है। वर्ष २०११-२०१२ में, टीसीएस के कुल आमदनी में विभिन्न सेवा क्षेत्रों का प्रतिशत इस प्रकार था[14]-
- १. अनुप्रयोग विकास और रखरखाव - ४४.७५
- २. उद्यम समाधान - ११.११
- ३. बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग - ११.०४
- ४. आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर सेवा - १०.०६
- ५. आश्वासन सेवाएं - ७.४५
- ६. इंजीनियरिंग और औद्योगिक सेवा - ४.६२
- ७. व्यापारिक इन्टैलिजेन्स - ४.५५
- ८. संपत्ति लिवरिजड समाधान - ३.८४
- ९. परामर्श - २.५८
सेवाओं के अलावा टीसीएस कुछ उत्पाद भी मुहैया कराती है।
टीसीएस बैंक्स
टीसीएस मास्टरक्राफ्ट
टीसीएस प्रौद्योगिकी उत्पाद
कार्यालय और विकास केंद्र
भारतीय शाखाएं
टी सी एस के डवलपमेंट सेंटर एवं/या प्रादेशिक कार्यालय निम्नलिखित भारतीय शहरों में स्थित हैं: अहमदाबाद, बंगलोर, वडोदरा, भुवनेश्वर, चेन्नई, कोयम्बटूर, दिल्ली, गांधीनगर, गोवा, गुडगाँव, हैदराबाद, जमशेदपुर, कोच्ची, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, नोएडा, पुणे और तिरुवनंतपुरम[15]
ग्लोबल इकाईयां
एशिया (भारत के बाहर): बहरीन, चीन, इंडोनेशिया, इस्राईल, जापान, मलेशिया, सऊदी अरब, सिंगापूर, दक्षिण कोरिया, ताइवान, थाईलैंड, यू.ए.ई.
बेल्जियम (Belgium), डेनमार्क, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, हंगरी, आइसलैंड, आयरलैण्ड (Ireland), इटली, लक्ज़मबर्ग, नीदरलैंड, नोर्वे, पुर्तगाल, स्पेन, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, युनाईटेड किंगडम
उत्तरी अमरीका: कनाडा, मेक्सिको, संयुक्त राज्य अमरीका
दक्षिण अमेरिका: अर्जेंटीना, ब्राज़ील, चिली, कोलम्बिया, इक्वाडोर, उरुग्वे
टीसीएस इनोवेशन लैब्स
नए डोमेन सोल्युश्नो के शोध एवं विकास हेतु टी सी एस की अनुसंधान तथा विकास प्रयोगशालाएं ५ देशों में फ़ैली हैं। इनमें से ज्यादातर लैबस भारत में ही स्थित हैं।
- टीसीएस इनोवेशन लैब, कनवर्जेंस: इन पर काम करती है- कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम्स, कंटेंट डिलीवरी सिस्टम्स, कनवर्जेंस इंजिन, नेटवर्क्स जैसे ३जी, वाई मैक्स, वाई मैश, सेवाओं की गुणवत्ता के लिए आईपी टेस्टिंग, आईएम्एस, ओ एस एस/बी एस एस सिस्टम्स तथा अन्य.
- टी सी एस इनोवेशन लैब, दिल्ली: इन पर काम करती है - उभरती तकनीको पर जैसे सॉफ्टवेर आर्किटेक्चर, सेवा के तौर पर सॉफ्टवेर, प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण, टेक्स्ट, डाटा और प्रोसेस एनालिटिक्स, मल्टीमीडिया एप्लीकेशंस तथा ग्राफिक्स.
- टी सी एस इनोवेशन लैब, एंबेडेड सिस्टम: फोकस करता है मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स (medical electronics), वाई मैक्स (WiMAX), तथा वायरलैस लैन (WLAN) तकनीको पर.
- टी सी एस इनोवेशन लैब, हैदराबाद: फोकस करती है- जीव विज्ञानं, मेटा-जीनोमिक्स, सिस्टम्स बायोलोजी, ई-सुरक्षा, स्मार्ट कार्ड आधारित एप्लीकेशंस, डिजीटल मीडिया प्रोटेक्शन, नैनो-बायो तकनीक, परिमाणात्मक वित्त में प्रयुक्त गणनात्मक तरीको पर.
- टी सी एस इनोवेशन लैब: मीडिया एवं मनोरंजन: बुर्बेंक (Burbank), कैलिफोर्निया में स्थित है। इस लैब के काम हैं-डिजीटल मीडिया वितरण, डिजीटल असैट मैनेजमेंट, थियेट्रिकल वितरण प्रणाली, कांट्रेक्ट व राईट मैनेजमेंट सिस्टम, ई आर पी, डाटा वेयर हाऊसिंग तथा एप्लीकेशन अनुरक्षण आउटसोर्सिंग.
- टीसीएस इनोवेशन लैब, मुंबई : स्पीच व स्वाभाविक भाषा प्रोसेसिंग, वायरलैस सिस्टमस और वायरलैस एप्लीकेशन पर फोकस करती है।
- टीसीएस इनोवेशन लैब, बीमा-चेन्नई: बीमा उद्योग के लिए नए और सटीक तकनीकी हल तथा अभिनव प्रोसेस मॉडल्स बनाने के लिए काम करती है।
- टीसीएस इनोवेशन लैब, चेन्नई: यह लैब इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्नोवेशन, ग्रीन कंप्यूटिंग (green computing), वेब २.० (Web 2.0) एवं अगली पीढ़ी के उपयोक्ता अंतरफलक (user interface) पर काम करती है।
- टीसीएस इनोवेशन लैब, पीटरबरो (Peterborough), इंग्लैंड: यह लैब उपक्रम हेतु न्यू वेव कम्युनिकेशंस पर काम करती है, जैसे ब्राउज़र आधारित वेब २.० (Web 2.0) तकनीक, यूटिलिटी कंप्यूटिंग (utility computing) और आरएफआईडी (RFID) (चिप्स, टैग, लेबल, रीडर्स एवं मिडल वेयर).
- टी सी एस इनोवेशन लैब: TRDDC (टाटा अनुसंधान विकास एवं डिजाइन केन्द्र), पुणे
- टीसीएस इनोवेशन लैब: परफोर्मेंस इंजीनियरिंग, मुंबई: परफोर्मेंस इंजीनियरिंग इनोवेशन लैब की स्थापना अगस्त २००६ में हुयी. इसका मिशन था टी सी एस डिलीवरी का प्रदर्शन सुधारने हेतु असेट की रचना करना और टी सी एस सोल्यूशन व उत्पादों के लिए उच्च क्षमता वाले टेक्नोलोजी कॉम्पोनेन्ट बनाना. इस इनोवेशन लैब द्वारा निर्मित कुछ असेट हैं- डीबी प्रोडेम, जेनसर[16], वानेम[17], Scrutinet.
टाटा अनुसंधान विकास एवं डिजाइन केन्द्र
टाटा अनुसंधान विकास एवं डिजाइन केन्द्र, टीसीएस इनोवेशन लैब्स नेटवर्क का एक हिस्सा है जिसकी स्थापना १९८१ में पुणे में हुयी.यह केन्द्र अनुसंधान एवं विकास (R&D) सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग (software engineering) और प्रोसेस इंजीनियरिंग (process engineering) का काम करता है।
TRDDC में अनुसंधान और विकास कार्य विभिन्न समूहों में किया जाता है और हर समूह अपने क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करता है। एक दूसरे से सम्बन्ध रखने वाले प्रोजेक्ट्स भी यहाँ किए जाते हैं। TRDDC टीसीएस एवं बड़े ग्राहकों हेतु समाधान प्रदान करता है। इसके उत्पादों को एक्लिप्स इंटीग्रेशन फ्रेम वर्क (Eclipse Integration Framework) के साथ एकीकृत करने के प्रयास चल रहे हैं।
TRDDC का प्रोसेस इंजीनियरिंग ग्रुप इस्पात व ऑटो मोटिव सेक्टर के लिए औद्योगिक यूनिट ऑपरेशंस की मोडेलिंग एवं अनुकूलन पर ध्यान केंद्रित करता है।
इसके अलावा, TRDDC लैंगुएज प्रोसेसिंग, फोर्मल मेथड, आरटीफिशिअल इंटेलिजेंस डीसीजन सपोर्ट (decision support) के क्षेत्रों में भी सक्रीय है।
जनवरी २००७ में TRDDC ने पुणे स्थित अपने मुख्यालय में अपनी सिल्वर जुबली मनाई.मुख्य अतिथि (Chief Guest) थे पूर्व राष्ट्रपति (president) डॉ॰ ए. पी. जे अब्दुल कलाम (A. P. J. Abdul Kalam)[18].
विस्तार
कंपनी विभिन्न स्थलों पर तरक्की कर रही है जैसे पूर्वी यूरोप, लैटिन अमेरिका और चीन (टाटा इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी (शंघाई) कंपनी लिमिटेड (TATA Information Technology (Shanghai) Co. Ltd.)) कंपनी का खास ध्यान उत्तरी अमेरिका तथा यूरोपियन बाज़ारों पर है।
भारत सरकार के लिए काम
टीसीएस ने ई-गवर्नेंस प्रोजेक्ट को मिशन के तौर पर लॉन्च किया है। एम् सी ए -२१ को भारत सरकार के कारपोरेट मामलों के मंत्रालय हेतु बनाया गया है। टीसीएस ने राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के लिए एक स्वचालित सोल्यूशन भी बनाया है, जो नुक्सान और भ्रष्टाचार को कम करता है।
टीसीएस नेशनल स्किल्स रजिस्ट्री (NSR) का हिस्सा है, जो की भारत की आई टी सेवाओं और बी पी ओ कंपनियों में काम करने वाले सभी कर्मचारियों का डाटा बेस है। NSR का उद्देश्य है की आई टी तथा बी पी ओ उद्योग में भर्ती को बेहतर बनाना, जिस से की विश्व में भारत को प्रतिस्पर्धात्मक लाभ बना रहेगा.
टीसीएस ने एक नया सॉफ्टवेर डिजाईन किया है, जो राष्ट्रीय साक्षरता मिशन को भारत से निरक्षरता उन्मूलन का लक्ष्य पाने में मदद करेगा। यह सॉफ्टवेर इस तरह तैयार किया गया है कि यह वयस्कों को वर्णमाला के बजाय शब्दों द्वारा एक भाषा सिखाने में मदद करता है। इस तरह वे काम चलाऊ साक्षर बन जाते हैं, जो अख़बारों की आसान सुर्खियाँ, साइन बोर्ड, निर्देश आदि[19] पढ़ सकते हैं।
वैश्विक उपस्थिति
टी सी एस ने उत्तरी अमेरिका, यूरोप और एशिया प्रशांत में अपने नियार्शोअर सेंटर, हंगरी, उरुगुए व ब्राजील में प्रादेशिक डेवलपमेंट सेंटर तथा भारत के अलावा चीन में एक वैश्विक डेवलपमेंट सेंटर स्थापित किया है।
२००६ में टाटा ने चिली की कोमिक्रोम (Comicrom)S.A. का अधिग्रहण किया। ऑस्ट्रेलिया के वित्तीय नेटवर्क सेवा (होल्डिंग्स) प्राइवेट लिमिटेड, (ऍफ़ एन एस) और स्वीडन के के भारतीय आई टी रेसोर्सिस AB (सितार) टी सी एस की सहायक कंपनियां हैं।
कंपनी ने दो सहायक कंपनियों की स्थापना की है। टीसीएस ऍफ़ एन एस प्राइवेट लिमिटेड ऑस्ट्रेलिया और डिलीजेंटा लिमिटेड यु केकंपनी ने और भी सहायक कंपनियां स्थापित की हैं जैसे पुर्तगाल युनिपेसोल लिमितादा पुर्तगाल में, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस लक्सम्बर्ग S.A. लक्सम्बर्ग में और टाटा कंसल्टेंसी सर्विस चिली लिमिटेड, चिली में. ३१ मार्च २००६ तक कंपनी की ४९ सहयोगी कंपनियां थी।
मार्च २००६ में कंपनी ने अपनी सहयोगी डिलीजेंटा लिमिटेड के माध्यम से पर्ल ग्रुप सर्विसेस लिमिटेड के कुछ बिज़नस भी हासिल कर लिए. इस अधिग्रहण में शामिल थे कुछ विशेष इंश्योरेंस कांट्रेक्ट तथा क्लेम एडमिनिस्ट्रेशन बिज़नस व असेट, जिसमें साख एवं तकनिकी जानकारी शामिल है।
कंपनी ने इंटलनेट ग्लोबल सर्विसेस लिमिटेड से अनुबंध कर के एक संयुक्त उद्यम (joint venture) आरम्भ किया है। जी एम् (GM) डील के लिए टी सी एस ई डी एस (EDS) के साथ हाथ मिला रही है, बिज़नस का कुछ भाग पाने के लिए.
फ़रवरी २००७ में टी सी एस ने चीन में माइक्रोसॉफ्ट तथा तीन चीनी कंपनियों के साथ वेंचर शुरू किया - टाटा इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी (शंघाई) कंपनी लिमिटेड (TATA Information Technology (Shanghai) Co. Ltd.).
कर्मचारियों की छंटाई
२००८ में रूपये (rupee) के मज़बूत होने पर तथा आसन्न मंदी की वजह से टीसीएस प्रदर्शन सम्बन्धी वेतन को कम किया और अच्छा प्रदर्शन न कर पाने वाले 500 कर्मचारियों को कंपनी छोड़ देने के लिए कहा गया।[20]
अमेरिकी मंदी का प्रभाव
अमेरिकी मंदी के कारण टीसीएस का शुद्ध लाभ चौथी तिमाही में ६.१७% घटकर १,२४५ करोड़ रूपये हो गया। फलस्वरूप टीसीएस के शेयर में ११ % की गिरावट देखी गयी, जो कि अगस्त २००४ में ट्रेडिंग शुरू होने के बाद से सबसे अधिक गिरावट थी।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ [1]
- ↑ "TCS बनी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी IT कंपनी, इस अमेरिकी कंपनी को पीछे छोड़ा".
- ↑ "TCS market-cap more than the GDP of these countries". मूल से 24 अप्रैल 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अप्रैल 2018.
- ↑ "TCS breaches $100 billion market in m-cap; first Indian IT firm to do so". मूल से 25 अप्रैल 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अप्रैल 2018.
- ↑ "TCS becomes first Indian company to breach $100 billion market capitalisation". मूल से 23 अप्रैल 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अप्रैल 2018.
- ↑ "TCS is now valued more than Accenture". मूल से 24 अप्रैल 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अप्रैल 2018.
- ↑ "TCS's record $100 billion valuation is riding on a wing and a prayer". मूल से 24 अप्रैल 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 24 अप्रैल 2018.
- ↑ "TCS 2nd Indian company to hit $200 billion mcap after RIL".
- ↑ "TCS Market Capitalisation Hits $200 Billion As Shares Jump To Fresh Highs".
- ↑ Krishnan, Raghu (15 September 2021). "TCS first Indian tech company to cross $200 billion market cap". The Economic Times.
- ↑ "TCS surpasses Accenture in m-cap to become world's most-valuable IT company". The Economic Times. अभिगमन तिथि 2020-10-13.
- ↑ "TCS briefly beats Accenture to become the world's largest IT company".
- ↑ "TCS Surpasses Reliance Industries To Become Country's Most Valued Company".
- ↑ "पृष्ठ क्रमाँक ३६, वार्षिक रिपोर्ट" (PDF). मूल (PDF) से 25 जून 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 मार्च 2013.
- ↑ "संग्रहीत प्रति". मूल से 20 जून 2013 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 मार्च 2013.
- ↑ "जेनसर रिलीज़्ड इन ओपन सोर्स". मूल से 14 मई 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जून 2020.
- ↑ "वानेम रिलीज़्ड इन ओपन सोर्स". मूल से 1 अक्तूबर 2019 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 14 जून 2020.
- ↑ "TRDDC राष्ट्रपति कलाम के दौरे से सम्मानित हुआ". मूल से 13 फ़रवरी 2009 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.
- ↑ "निरक्षरता के ख़िलाफ़ टी सी एस का युद्ध - एक्सप्रेस कंप्यूटर ऑनलाइन". मूल से 6 सितंबर 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.
- ↑ "टाटा कंसल्टेंसी, आई बी एम् द्वारा भारत में कर्मचारियों की छंटाई". मूल से 6 सितंबर 2008 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 27 फ़रवरी 2009.