टंकारा
टंकारा Tankara ટંકારા | |
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टंकारा गुजरात में स्थिति | |
निर्देशांक: 22°39′22″N 70°44′53″E / 22.656°N 70.748°Eनिर्देशांक: 22°39′22″N 70°44′53″E / 22.656°N 70.748°E | |
देश | भारत |
प्रान्त | गुजरात |
ज़िला | मोरबी ज़िला |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | 11,421 |
भाषा | |
• प्रचलित | गुजराती |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
टंकारा (Tankara) भारत के गुजरात राज्य के मोरबी ज़िले में स्थित एक नगर है।[1][2][3]
विवरण
यह छोटा सा शहर राजकोट से 40 किमी. की दूरी पर स्थित है और चांदी के नकली गहने बनाने के लिए अधिक प्रसिद्ध है। आर्य समाज के संस्थापक स्वामी दयानन्द सरस्वती का जन्म यहीं हुआ था। प्रत्येक वर्ष शिवरात्रि, जिसे आर्यसमाज 'ऋषि बोधोत्सव' के रूप में मनाता है, को एक विशाल आयोजन कर टंकारा स्थिति महर्षि दयानन्द न्यास के विशाल परिसर में मनाया जाता है। आयोजन में अनेक सम्मेलन, विद्वानों के प्रवचन, प्रख्यात भजनोपदेशकों के सुमधुर प्रेरणादायक भजन, गुरूकुल के ब्रह्मचारियों की क्रीड़ाएँ, व्यायाम सम्बन्धी प्रदर्शन, मुख्य अतिथि का स्वागत व उनके उद्बोधन सहित प्रातः व सायं यज्ञ के ब्रह्माजी आदि विद्वानों का यज्ञोपदेश भी होता है। टंकारा में एक भव्य एवं विशाल यज्ञशाला है जैसी देश के शायद अन्य स्थानों पर नहीं है।
ऋषिबोध उत्सव
टंकारा में प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि के अवसर पर दो दिवसीय मेला लगता है जिसे ऋषिबोध उत्सव कहते हैं। इसका आयोजन टंकारा ट्रस्ट द्वारा किया जाता है। वास्तव में इस उत्सव में आर्यसमाजी लोग स्वामी दयानन्द सरस्वती को याद करते हैं। इसमें शोभायात्रा निकलती है और महायज्य किया जाता है।
इन्हें भी देखें
बाहरी कड़ियाँ
- टंकारा Archived 2023-10-30 at the वेबैक मशीन
- गुजरात सरकार ऋषि दयानन्द जन्मभूमि का विकास कर इसे भव्य रूप देगी (मुख्यमंत्री विजय रुपाणी)
सन्दर्भ
- ↑ "Gujarat, Part 3," People of India: State series, Rajendra Behari Lal, Anthropological Survey of India, Popular Prakashan, 2003, ISBN 9788179911068
- ↑ "Dynamics of Development in Gujarat," Indira Hirway, S. P. Kashyap, Amita Shah, Centre for Development Alternatives, Concept Publishing Company, 2002, ISBN 9788170229681
- ↑ "India Guide Gujarat," Anjali H. Desai, Vivek Khadpekar, India Guide Publications, 2007, ISBN 9780978951702