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झुनझुनी

किसी व्यक्ति की त्वचा में जलन, चुभन या सुई चुभोने जैसी अनुभूति झुनझुनी या चुमचुमायन (Paresthesia) कहलाती है। प्रायः इसका कोई दीर्घकालिक प्रभाव प्रभाव नहीं होता।

कारण

झुनझुनी का कारण क्षणिक भी हो सकता है और दीर्घकालिक भी।

क्षणिक कारण

हाथ और पैर में सामान्यतः झुनझुनी होती रहती है। जब किसी तंत्रिका पर कुछ समय तक लगातार दबाव बना रह जाए तो कुछ समय बाद झुनझुनी होने लगती है। जब शरीर उस दबाव की स्थिति से अलग स्थिति में आ जाता है तो क्रमशः कुछ मिनटों में झुनझुनी समाप्त हो जाती है।

दीर्घकालिक कारण

दीर्घकालिक झुनझुनी इस बात का संकेत है कि स्नायु (neurons) के कार्य में कुछ असामान्यता है।

उपचार

जब हमें झुनझुनी लगे तब तुरंत राहत के लिए साधारण सा तरीका है कि जहाँ हमें झुनझुनी का अहसास हो रहा रहा है वहाँ पर छोटी सी लकड़ी या किसी अन्य माध्यमों से उस जगह को हल्के से रगड़ेंं जिससे वहाँ रक्त संचार व तंत्रिका तंत्र सुचारू रूप से सक्रिय हो जाए और वहाँ की झुनझुनी समाप्त हो जाए। किन्तु ये भूल न करें कि वह हमेशा के लिए ठीक हो गया है। यदि ऐसी समस्या हमेशा ही होते रहती है तो डॉक्टर की सलाह लें और दवाई लें। ये समस्या विटामिन की कमी, तंत्रिका की नसों में दबाव या रक्त संचार में बाधा के कारण हो सकती है।

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